संवाददाता
प्रखर प्रहरी
दिल्लीः बीजेपी महासचिव एवं पश्चिम बंगाल के पार्टी प्रभारी कैलाश विजयवर्गी अब बुलेटप्रूफ गाड़ी की कवच के साथ यात्रा करेंगे। सरकार ने विजयवर्गीय की सुरक्षा बढ़ाने बढ़ाने का फैसला लिया है। इसके तहत अब उन्हें बुलेटप्रूफ गाड़ी भी मिलेगी। विजयवर्गी पर चार दिन पहले पश्चिम बंगाल में हमला हुआ था। आपको बता दें कि विजयवर्गीय को जेड (Z) श्रेणी की सुरक्षा पहले की ही मिली हुई है।
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर 10 दिसंबर को कोलकाता से 24 परगना जिला का डायमंड हार्बर जाते समय हमला हुआ था। इस हमले के समय नड्डा के साथ विजयवर्गीय भी मौजूद थे और इस हमले में घायल हो गए थे। डायमंड हार्बर ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी का संसदीय क्षेत्र है। प्रदर्शनकारियों ने नड्डा के काफिले का रास्ता रोकने की कोशिश की थी। इस हमले को लेकर राजनीति काफी गर्म है। बीजेपी ने इस हमले के लिए टीएमसी यानी तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है।
उधर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने 11 दिसंबर को राज्य की मुख्यमंत्री को इस महले को लेकर चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि आग से मत खेलो। यह बहस छोड़नी होगी कि कौन बाहरी है और भीतरी। जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है। मुख्यमंत्री को संविधान का पालन करना चाहिए। वे अपनी जिम्मेदारियों से नहीं हट सकतीं। राज्य में कानून व्यवस्था लगातार बिगड़ रही है।
वहीं केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 12 दिसंबर को राज्य में तैनात तीन आईपीएस (IPS) भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों को डेपुटेशन पर दिल्ली बुला लिया। बताया जा रहा है कि नड्डा की सुरक्षा के जिम्मेदारी इन्हीं अधिकारियों पर थी। साथ ही, गृह मंत्रालय ने बंगाल सरकार के दो बड़े अधिकारियों राज्य के मुख्य सचिव तथा पुलिस महानिदेश को 14 दिसंबर को तलब किया था, लेकिन ये अधिकारी दिल्ली नहीं आए। राज्य के मुख्य सचिव अलपन बंदोपाध्याय ने गृह सचिव अजय भल्ला को खत लिखकर 14 दिसंबर को दिल्ली आने में असमर्थता जताई थी। उन्होंने उस दिन बंगाल में सुरक्षा व्यस्था को लेकर मीटिंग पहले से निर्धारित होने का हवाला दिया था। आइए आपको बताते हैं कि विभिन्न श्रेणियों के तहत किसी तरह की सुरक्षा व्यस्था होती है।
एसपीजी यानी स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप
एसपीजी सबसे हाई प्रोफाइल सुरक्षा कवर है। इसके तहत प्रधानमंत्री और उनके परिवार को सुरक्षा दी जाती है। फिलहाल सिर्फ पीएम मोदी के पास यह कवर है। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को प्राप्त एसपीजी कवर वापस ले लिया गया है।
Z+ कैटेगरी
Z+ कैटेगरी एसपीजी के बाद का दूसरा सबसे तगड़ा सुरक्षा कवर है। इसमें 10 एनएसजी कमांडो और पुलिस अफसरों समेत 55 सुरक्षाकर्मी होते हैं। एस्कॉर्ट्स और पायलट व्हीकल भी दिए जाते हैं।
Z कैटेगरी
Z कैटेगरी सुरक्षा के तहत 22 सुरक्षाकर्मी होते हैं। इनमें चार से पांच एनएसजी कमांडो के अलावा दिल्ली पुलिस, आईटीबीपी या सीआरपीएफ के कमांडो और लोकल पुलिसकर्मी होते हैं।
Y कैटेगरी
Y कैटेगरी सुरक्षा किसी वीआईपी को मिलने वाली तीसरे स्तर की सुरक्षा होती है। इसमें 11 सुरक्षाकर्मी होते हैं, जिनमें दो कमांडो और दो निजी सुरक्षा अधिकारी शामिल होते हैं।
X कैटेगरी
X कैटेगरी के तहत दो सुरक्षा गार्ड तैनात किए जाते हैं, जिनमें एक निजी सुरक्षा अधिकारी होता है। इस सुरक्षा कवर में कोई कमांडो शामिल नहीं होता।