संवाददाता

प्रखर प्रहरी

दिल्लीः कृषि से संबंधित नए कानूनों के खिलाफ आंदोलन में किसानों को विपक्षी दलों का साथ मिलता दिखाई दे रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बिहार में किसानों को एमएसपी यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिलने को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि बिहार के किसान एमएसपी-एपीएमसी यानी कृषि उपज मंडी समिति के बिना परेशान है और अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश के किसानों को भी इस संकट में धकेल दिया है।

राहुल ने ट्वीट कर कहा, “बिहार का किसान एमएसपी- एपीएमसी के बिना बेहद मुसीबत में है और अब प्रधानमंत्री ने पूरे देश को इसी कुएं में धकेल दिया है। ऐसे में देश के अन्नदाता का साथ देना हमारा कर्तव्य है।”  उन्होंने ट्विटर पर एमएसपी नहीं मिलने से परेशान बिहार के किसानों का एक वीडियो जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि औरंगाबाद के किसानों को धान का एमएसपी नहीं मिल रहा है और सरकार उनके संकट पर ध्यान नहीं दे रही है। किसानों की धान की खेती पूरी तरह से बर्बाद हो गई है।

उधर, कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मोदी को किसान आंदोलन खत्म करने के लिए हठ छोड़ने की सलाह दी और कहा “राजहठ त्यागिये, राजधर्म मानिये। अन्नदाता की सुनें, काले क़ानूनों को निरस्त करें। वरना,इतिहास ने कभी अहंकार को माफ़ नहीं किया। किसान विरोधी मोदी सरकार।”

वहीं पांच  वामदलों ने कृषि कानून के विरोध में आठ दिसंबर के  “भारत बंद” को सफल बनाने के लिए सभी राजनीतिक दलों और संगठनों को सहयोग करने का आह्वान किया है। इस संबंध में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, भारतीय मार्क्सवादी कम्युनिस्ट  पार्टी ,भाकपा(माले) फॉरवर्ड ब्लॉक और आल इंडिया सोशलिस्ट पार्टी ने आज यहां जारी एक संयुक्त बयान जारी किया। इन पार्टियों ने कहा है कि पिछले कुछ दिनों से देश में चल रहे किसान आंदोलन के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणियां की जा रही और दुष्प्रचार किया जा रहा है, जिसकी वे निंदा करते हैं। वाम पार्टियों का कहना है कि ये किसान  तीन कृषि  कानूनों और प्रस्तावित बिजली विधेयक का विरोध कर रहे है और हम लोग उनके इस आंदोलन का समर्थन करते हैं।  वाम दलों ने यह भी कहा कि वे भारत बन्द का समर्थन करते हैं और सभी राजनीतिक दलों से अपील करते हैं कि वे भी इस बन्द का समर्थन करें। वाम दलों के इस बयान पर  माकपा महासचिव सीता राम येचुरी  भाकपा महासचिव डी राजा भाकपा माले के महासचिव  दीपंकर भट्टाचार्य फारवर्ड ब्लॉक के महासचिव  देबब्रत विश्वास और रेवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी के महासचिव मनोज भट्टाचार्य  के हस्ताक्षर हैं।

उधर, बिहार में राष्ट्रीय जनता दल ने आज से धरना प्रदर्शन करने की घोषणा की है । भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी लेनिनवादी) ने भी किसानों की समस्याओं को लेकर आंदोलन करने का ऐलान किया है ।

वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस की ओर से पार्टी के वरिष्ठ नेता डेरेक ओ ब्रायन को कल किसानों से मिलने भेजा था और वह करीब चार घंटे तक किसानों के साथ रहे। इस दौरान सुश्री बनर्जी ने टेलीफोन पर कई किसान नेताओं से बातचीत की और उन्हें हर तरह का समर्थन देने का आश्वासन दिया ।

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