विदेश डेस्क
प्रखर प्रहरी
दिल्लीः ब्रिटेन ने फाइजर और बायो एन टेक की कोरोना वैक्सीन को ब्रिटेन में मंजूरी प्रदान कर दी है। इसके साथ ही ब्रिटेन कोरोना वैक्सीन को मंजूर प्रदान करने वाला यूरोप का पहला देश बन गया है। उम्मीद की जा रही है कि यह वैक्सी अगले सप्ताह से यह वैक्सीन पूरे ब्रिटेन में उपलब्ध हो जायेगी।
ब्रिटिश सरकार ने मेडिसिन एंड हेल्थ्केयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी की सिफारिश को मंजूर करते हुए आज फाइजर की कोरोना वैक्सीन के इस्तेमाल करने की इजाजत दे दी है। यह वैक्सीन अगले सप्ताह से उपलब्ध हो जायेगी।
उधर, फाइर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ अल्बर्ट बर्ला ने बुधवार को कहा कि कोरोना के खिलाफ जंग में यह एक ऐतिहासिक क्षण है। इससे पहले कंपनी मंगलवार को बताया था कि उसने अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय नियामकों के समक्ष वैक्सीन के सशर्त इस्तेमाल की मंजूरी के लिए आवेदन किया है। फाइजर की यह वैक्सीन परीक्षण के दौरान 94 प्रतिशत सफल मानी गई है। इस वैक्सीन की दो खुराक लेनी होती है।
कंपनी ने अमेरिका में भी अप्रूवल के लिए एफडीए में इसके इस्तेमाल की मंजूरी देने के लिए अप्लाई किया है। अभी तक फाइजर-बायोएनटेक, मॉडर्ना, रूस के स्पूतनिक वी और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी-एस्ट्राजेनेका के वैक्सीन के ही तीसरे चरण नतीजे सामने आए हैं। ब्रिटेन ने सात अलग-अलग प्रोड्यूसर्स से 40 करोड़ वैक्सीन खरीदने पर सहमति जताई है।
आपको बता दें कि किसी भी वैक्सीन पर रिसर्च से लेकर उसके डेवलपमेंट और अप्रूवल तक आम तौर पर 10 साल भी लग जाते हैं, लेकिन फाइजर ऐसी पहली वैक्सीन होगी, जो महज 10 महीने में परिकल्पना से हकीकत तक पहुंचेगी।