विदेश डेस्क
प्रखर प्रहरी
दिल्लीः प्राण घातक कोरोना वायरस को लेकर राहत भरी खबर है। अमेरिका की फार्मास्युटिकल कंपनी फाइजर (Pfizer) की वैक्सीन क्लीनिकल ट्रायल में 90 प्रतिशत कारगर पाई गई है। यदि सब कुछ ठीक रहा है कि फाइजर की कोरोना वैक्सीन इस महीने के आखिर में बाजार में आ सकती है। फाइजर यह वैक्सीन जर्मनी की दवा बनाने वाली कंपनी बायोएनटेक (BioNTech) के साथ मिलकर बना रही है।
फाइजर ने ने सोमवार को दावा किया कि उसकी वैक्सीन क्लीनिकल ट्रायल में 90 प्रतिशत कारगर पाई गई है। यह परिणाम 94 मरीजों पर किया गए परीक्षण के आधार पर निकाला गया है। हालांकि फाइजर की वैक्सीन अभी ट्रायल है. लेकिन नतीजे उम्मीद जगा रहे हैं कि जल्द ही दुनियाभर में इसके इस्तेमाल का रास्ता साफ हो सकता है।
आपको बता दें कि कोविड-19 से दुनियाभर में अब तक साढ़े 12 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है तथा पांच करोड़ से अधिक लोग इससे प्रभावित हो चुकी है। विश्वभर में कोरोना वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है।
उधर अमेरिका के राष्ट्रपति राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसे बहुत बड़ी खबर बताते हुए ट्वीट किया, ” वैक्सीन जल्द ही आ रही है। 90 प्रतिशत से ज्यादा कारगर पाई गई है।”
STOCK MARKET UP BIG, VACCINE COMING SOON. REPORT 90% EFFECTIVE. SUCH GREAT NEWS!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) November 9, 2020
कंपनी ने दावा किया कि जिन वॉलिंटयर्स पर इसका परीक्षण किया गया, उनमें इस महामारी को रोकने में 90 प्रतिशत से ज्यादा कामयाब मिली। यदि बाकी डेटा भी यह संकेत देते हैं कि वैक्सीन सेफ है तो इस महीने का अंत होने से कंपनी हेल्थ रेग्युलेटर्स से वैक्सीन को बेचने की इजाजत लेने के लिए आवेदन करेगी। फाइजर (Pfizer) ने कहा कि अब तक क्लीनिकल ट्रायल के दौरान कोई भी गंभीर सेफ्टी इश्यू सामने नहीं आया है। ट्रायल अमेरिका और दूसरे देशों में करीब 44,000 लोगों पर किया जा रहा है। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि वैक्सीन से कोरोना वायरस से लड़ने के लिए लोगों में कितने लंबे समय तक इम्यूनिटी विकसित हो पाएगी।