संवाददाता

प्रखर प्रहरी

दिल्लीः भारतीय सेना लद्दाख में चीन की गलत हरकतों करार जवाब दे रही है। यह बातें सीएसडी यानी चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत ने शुक्रवार को एक वेबिनार में कही। उन्होंने हमारा रुख स्पष्ट है, हम एलएसी यानी वास्तविक नियंत्रण रेखा की स्थिति में कोई बदलाव नहीं होने देंगे।

उन्होंने बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक को पाकिस्तान के कड़ा संदेश बताते हुए कहा कि भारत ने बालाकोट स्ट्राइक के जरिए पाकिस्तान को संदेश दिया था कि अगर हमारी सीमा में भारत में आतंकवादियों को भेजा तो बख्शेंगे नहीं। उन्होंने कहा कि आतंकवाद से निपटने के भारत के नए तरीके ने पाकिस्तान की चिंता बढ़ा दी है।

उन्होंने बताया कि भारत और चीन के बीच जारी विवाद सीमा विवाद सुलझाने के लिए पूर्वी लद्दाख के चुशूल इलाके में दोनों देशों के कॉर्प्स कमांडर के बीच आज आठवें राउंड की बातचीत हो रही है। इससे पहले हुई बैठकों में तनाव कम करने और एलएसी की स्थिति में बदलाव नहीं करने पर सहमति बनी थी, लेकिन चीन बार-बार शर्तें तोड़ देता है। उन्होंने चीन के साथ युद्ध की आशंका कम है, लेकिन सीमा पर बेवजह के एक्शन की वजह से होने वाले बड़े टकरावों की अनदेखी नहीं कर सकते।

आपको बता दें कि भारत-चीन के बीच एलएसी पर अप्रैल के बाद से लगातार विवाद बना हुआ है। दोनों देशों के सैनिकों के बीच 15 जून को झड़प हुई थी, जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए। इस दौरान चीन के भी 40 से ज्यादा सैनिक मारे गए थे। हालांकि चीन अपने सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि नहीं की है। चीन के सैनिकों ने 29-30 अगस्त की रात  लद्दाख में एक पहाड़ी पर कब्जे की कोशिश की थी, लेकिन भारतीय सैनिकों ने उनकी कोशिशों का नाकाम कर कर दिया था।

इस दौरान रावत ने कहा कि रावत ने पाकिस्तान पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में प्रॉक्सी वॉर छेड़ रखा है। इसी वजह से दोनों देशों के रिश्ते बेहद बिगड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि बालाकोट में सर्जिकल स्ट्राइक पाकिस्तान के लिए कड़ा संदेश था कि भारत में आतंकी भेजे तो बख्शेंगे नहीं। आतंकवाद से निपटने के भारत के नए तरीके ने पाकिस्तान की चिंता बढ़ा दी है।

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