दिल्लीः मौजूदा समय में जहां टेक्नोलॉजी हमारी जिंदगी को आसान बना रही है, वहीं डिजिटल युग में साइबर अपराधी नए-नए तरीकों से लोगों को निशाना बना रहे हैं। जालसाज लोगों को चूना लगाने के लिए तरह- तरह के तरकीब इजात कर रहे हैं।य़ अब सिर्फ फर्जी कॉल या ईमेल ही नहीं, बल्कि एक साधारण फोटो भी आपके मोबाइल और बैंक अकाउंट को हैक कर सकता है।
मध्यप्रदेश के जबलपुर में एक शख्स के वॉट्सएप पर अनजान नंबर से एक फोटो आई और जैसे ही उसने उस फोटो पर क्लिक किया, उसका मोबाइल हैक हो गया और कुछ ही मिनटों में बैंक अकाउंट से 2.01 लाख रुपए निकल गए।
इस साइबर फ्रॉड को ‘वॉट्सएप इमेज स्कैम’ या ‘मैलिशियस लिंक स्कैम’ कहा जाता है, जो बेहद खतरनाक है। एक गलत क्लिक आपकी निजी जानकारी और बैंक अकाउंट को खतरे में डाल सकता है। आज हम आपको बताते हैं कि ‘वॉट्सएप इमेज स्कैम’ से कैसे बच सकते हैं? इसके साथ ही जानेंगे कि वॉट्सएप के ‘ऑटो-डाउनलोड’ ऑप्शन को कैसे बंद करें?
सबसे पहले बात करते हैं कि वॉट्सएप इमेज स्कैम क्या हैः यह ऑनलाइन धोखाधड़ी का नया तरीका है। इसमें ठग किसी अनजान नंबर से एक फोटो भेजते हैं। इस फोटो में खतरनाक मैलिशियस लिंक (Malicious Link) छिपा होता है। जैसे ही कोई उस फोटो या लिंक पर क्लिक करता है, उसके फोन में एक वायरस या हैकिंग एप इंस्टॉल हो जाता है।
टेक्नोलॉजी की भाषा में इसे ‘ट्रोजन हॉर्स अटैक’ या ‘रिमोट एक्सेस ट्रोजन’ (RAT) स्कैम भी कहा जा सकता है क्योंकि इसमें ठग यूजर के फोन का कंट्रोल अपने हाथ में ले लेते हैं।
अब सवाल उठता है कि क्या किसी इमेज को डाउनलोड करने से भी फोन हैक हो सकता हैः विशेषज्ञों के अनुसार अगर कोई इमेज वायरस (मालवेयर) से संक्रमित है तो उसे बस डाउनलोड या खोलने भर से आपका फोन खतरे में आ सकता है। कई बार इन इमेज फाइल्स में खतरनाक कोड या स्क्रिप्ट्स छिपे होते हैं, जो फोन में अपने आप इंस्टॉल हो जाते हैं और उसे हैक कर सकते हैं। यह खासतौर पर जेपीईजी (JPEG), पीएनजी (PNG), जीआईएफ (GIF) जैसी इमेज फॉर्मेट्स में भी हो सकता है।
वॉट्सएप इमेज स्कैम से बचने के लिए क्या सावधानी बरतनी चाहिएः वॉट्सएप इमेज स्कैम से बचने के लिए सबसे जरूरी आपकी सतर्कता है। अगर किसी अनजान व्यक्ति से कोई तस्वीर, डॉक्यूमेंट या लिंक मिलता है तो उसे बिना जांचे-परखे न खोलें। कई बार ये फाइल्स देखने में सामान्य लगती हैं, लेकिन इनमें छिपा वायरस आपके फोन में घुसकर आपकी पर्सनल जानकारी चुरा सकता है।
वॉट्सएप की सेटिंग्स में ‘ऑटो-डाउनलोड’ का ऑप्शन कैसे बंद कर सकते हैंः वॉट्सएप की ‘ऑटो-डाउनलोड’ सेटिंग्स को बंद करने के लिए निम्नलिखित स्टेप्स को फॉलो कर सकते हैं।
- वॉट्सएप खोलें और तीन डॉट्स (⋮) पर टैप करें।
- इसके बाद सेटिंग्स के ऑप्शन में जाकर स्टोरेज और डेटा पर जाएं।
- यहां मीडिया ऑटो-डाउनलोड में मोबाइल डेटा, वाई-फाई और रोमिंग के विकल्प मिलेंगे।
- हर विकल्प में जाकर सभी चेकबॉक्स (फोटो, ऑडियो, वीडियो, डॉक्यूमेंट्स) हटाएं। इसके बाद OK के ऑप्शन पर टैप करें।
- अब वॉट्सएप में कोई भी मीडिया फाइल अपने आप डाउनलोड नहीं होगी।
- क्या यह स्कैम सिर्फ वॉट्सएप पर ही हो सकता हैः ऐसा किसी भी मैसेजिंग प्लेटफॉर्म जैसे टेलीग्राम, फेसबुक मैसेंजर, ईमेल पर भी हो सकता है। इसलिए किसी भी अनजान लिंक या फोटो को ओपन करने से पहले सावधानी जरूर बरतें।
कैसे पता करें कि फोन में कोई मालवेयर इंस्टॉल हुआ हैः विशेषज्ञों के अनुसार अगर आपके फोन में कोई मालवेयर (वायरस) इंस्टॉल हो गया है तो कुछ संकेत मिलने लगते हैं। इसमें फोन अचानक से अजीब तरह से काम करने लगता है।
अगर फोन में कोई खतरनाक मालवेयर इंस्ट्रॉल हो जाए तो यूजर को क्या करना चाहिएः अगर आपके फोन में कोई खतरनाक मालवेयर (वायरस) आ गया है तो आपको तुरंत कुछ जरूरी कदम उठाने चाहिए। जैसेकि-
- फोन को तुरंत ‘सेफ मोड’ में चालू करें। सेफ मोड में जाने से फोन में इंस्टॉल हुए मालवेयर एप्स ऑटोमैटिकली डिसेबल हो जाते हैं, जिससे उन्हें हटाना आसान हो जाता है।
- अगर फोन एड्रांयड है तो पावर बटन दबाकर रखें। ‘पावर ऑफ’ पर लॉन्ग प्रेस करें। इसके बाद ‘सेफ मोड’ का ऑप्शन चुनें।
- iOS में सेफ मोड ऑप्शन नहीं होता है, लेकिन अनवांटेड एप्स को मैन्युअली डिलीट कर सकते हैं।
- कोई भी ऐसा एप जो आपने खुद इंस्टॉल नहीं किया हो या जो अजीब हरकत कर रहा है, उसे तुरंत अनइंस्टॉल करें।
- अगर किसी वजह से एप डिलीट नहीं हो रहा है तो सेटिंग्स के सिक्योरिटी ऑप्शन में जाकर ‘Device Admin Apps’ में जाएं और वहां से उसे डिसेबल करें।
- कई बार वायरस खतरनाक वेबसाइट्स के जरिए फोन में आ जाता है, इसलिए ब्राउजर डेटा को डिलीट करें।