संवाददाताः संतोष कुमार दुबे
दिल्लीः बीजेपी राष्ट्रीय राजधानी की सत्ता में 27 साल बाद वापसी करने में कामयाब हुई है। विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 48 सीटों जीती हैं, जबकि AAP महज 22 सीटों पर सिमट गई है। बात अगर वोट शेयर की करें, तो बीजेपी को AAP से महज 3.6% अधिक वोट मिले है, लेकिन AAP दोगुनी से ज्यादा सीटें जीतने में कामयाब रही है।
क्या है वोट शेयर आंकड़ेः चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, बीजेपी ने अपने वोट शेयर को काफी मजबूत किया है। उसे चुनाव में 45 फीसदी से ज्यादा वोट मिलते दिखाई दे रहे हैं। यह आंकड़ा पिछले बार से सात फीसदी ज्यादा है। इसके विपरीत आम आदमी पार्टी का वोट प्रतिशत गिरा है। उसे अब तक 43.69 फीसदी वोट मिलते दिखाई दे रहे हैं। पार्टी को पिछले बार के मुकाबले 11 फीसदी का नुकसान होते दिखाई दे रहा है। इन चुनावों में कांग्रेस को भी फायदा हुआ है, लेकिन सीटों के मामले में उसका खाता इस बार भी नहीं खुला। कांग्रेस को अब तक 6.40 फीसदी वोट मिले हैं। यह पिछले बार से करीब दो फीसदी ज्यादा है।
नोटो को मिला बसपा और माकपा से ज्यादा वोटः दिल्ली में विधानसभा चुनाव के शनिवार दोपहर एक बजे तक आए नतीजों और रुझानों से आंकड़ों से पता चलता है कि राष्ट्रीय राजधानी के मतदाताओं ने दो राष्ट्रीय पार्टियों बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की तुलना में ‘उपरोक्त में से कोई नहीं’ (नोटा) के विकल्प को प्राथमिकता दी।
चुनाव आयोग की ओर से दोपहर के समय जारी आंकड़ों से पता चला कि नोटा के विकल्प को 0.57 प्रतिशत मतदाताओं ने वरीयता दी, जबकि बहुजन समाज पार्टी को 0.55 प्रतिशत और माकपा को 0.01 प्रतिशत वोट मिले। बसपा और माकपा दोनों ही मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय पार्टियां हैं। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) को 0.01 प्रतिशत और जनता दल (यूनाइटेड) को फीसदी वोट मिले।
2020 के विधानसभा चुनाव का हालः 2020 में दिल्ली की जनता ने विधानसभा चुनाव के लिए 08 फरवरी को वोट डाला था। इस दौरान 64.5 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। परिणामों में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 62 सीटों पर जीत दर्ज की। पार्टी ने 0.73 फीसदी की मामूली गिरावट के साथ 55 फीसदी वोट हासिल किए। वहीं, बीजेपी ने 6.21 फीसदी की उछाल के साथ 38.7% वोट हासिल किए। हालांकि, इसके बावजूद बीजेपी को सिर्फ आठ सीटें ही मिलीं। कांग्रेस ने 2013 और 2015 के बाद एक बार फिर वोट प्रतिशत में गिरावट दर्ज की। 2020 में कांग्रेस का वोट प्रतिशत 5.44 फीसदी और गिर गया। पार्टी को 2015 की तरह ही 2020 के विधानसभा चुनाव में भी कोई सीट नहीं मिली।
लोकसभा चुनावः इससे पहले लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने सभी सात सीटों पर जीत हासिल की थी। उस समय बीजेपी को कुल 54.7 फीसदी वोट मिले थे। तीन लोकसभा क्षेत्र में चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस को 19 प्रतिशत वोट हासिल हुए, जबकि चार लोकसभा सीट पर चुनाव लड़कर आम आदमी पार्टी ने 24.3 फीसदी वोट हासिल किए थे।