संवाददाताः संतोष कुमार दुबे

दिल्लीः सीएजी की रिपोर्ट को लेकर बीजेपी AAP और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ हमलावर है। दिल्ली हाईकोर्ट द्वारा सीएजी की रिपोर्ट को सार्वजनित नहीं किये जाने के मुद्दे पर प्रदेश सरकार को फटकार लगाये जाने के बाद दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि मुख्यमंत्री आतिशी को अपने पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।

सचदेवा ने सचदेवा ने सोमवार को कहा कि सीएजी की रिपोर्ट मामले को लेकर दिल्ली न्यायालय की आज की टिपण्णी के बाद AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के संरक्षण में चल रही आतिशी सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं बचा है।

उन्होंने कहा, “2023 से अरविंद केजरीवाल और आतिशी शीशमहल निर्माण सहित विभिन्न मामलों को लेकर सीएजी की 12 से अधिक रिपोर्टों को दबाये बैठी हैं।” उन्होंने कि बीजेपी  के विधायकों ने बार- बार यह रिपोर्ट विधानसभा  में रखने का अनुरोध किया है, लेकिन अपने काले कारनामों की पोल खुलने के डर से भयभीत अरविंद केजरीवाल और आतिशी टस से मस नहीं हुईं।

उन्होंने कहा कि अंततः बीजेपी नेता विजेन्द्र गुप्ता ने पार्टी के विधायकों के साथ सीएजी की रिपोर्ट सदन में रखने की मांग को लेकर दिल्ली उच्च न्यायालय में अर्जी लगाई, लेकिन न्यायालय के निर्देश के बावजूद अरविंद केजरीवाल ने कैग की रिपोर्ट को प्रस्तुत करने के लिए विधानसभा का सत्र नहीं बुलाने दिया।

उन्होंने कहा इसके बाद भाजपा विधायकों ने पुनः न्यायालय में याचिका लगायी और अवमानना की बात रखी और आज भाजपा के वकीलों की बहस के बाद न्यायालय ने सरकार के विरूद्ध सख्त टिपण्णी करते  हुए प्रदेश सरकार के वकीलों से जवाब देने के लिए कहा, लेकिन वे टालमटोल करते रहे और 16 जनवरी की तारीख ले गये।

वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, “न्यायालय की अंग्रेजी की गई टिपण्णी “वाई आर यू ड्रेगिंग योर फीट फ्रॉम डिस्कशन” बेहद गम्भीर है और इसके बाद AAP सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नही बचा है।

उन्होंने कहा कि 08 फरवरी को भाजपा सत्ता में आयेगी और नयी विधानसभा की पहली बैठक में कैग की लंबित सभी रिपोर्टों को विधानसभा में रख कर उन पर चर्चा करवायेगी।

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