Subscribe for notification
अंतरराष्ट्रीय

चीन में फैल रहा है कोविड-19 जैसा वायरस, दो साल से कम उम्र के बच्चों को बना रहा है शिकार

दिल्लीः पांच साल पहले कोरोना ने पूरी दुनिया में कहर बरपाया था। विश्वभर में इन जानलेवा के 70 करोड़ से ज्यादा मामले दर्ज किये गये थे और 70 लाख से अधिक लोग काल के गाल में समा गये थे। ठीक पांच 5 साल बाद चीन में फिर एक बार नए वायरस का संक्रमण फैल रहा है और इसके लक्षण भी कोरोना वायरस की तरह ही है। इस नए वायरस का नाम ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) है, जो कि एक RNA वायरस है।

इस वायरस से संक्रमित होने पर मरीजों में सर्दी और कोविड-19 जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। इसका सबसे ज्यादा असर छोटे बच्चों पर देखा जा रहा है। इनमें 02 साल से कम उम्र के बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।

चीन के रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (CDC) के मुताबिक इसके लक्षणों में खांसी, बुखार, नाक बंद होना और गले में घरघराहट शामिल हैं। HMPV के अलावा इन्फ्लुएंजा ए, माइकोप्लाज्मा निमोनिया और कोविड-19 के केस भी सामने आ रहे हैं। इससे मरीजों की संख्या लगातार बढ़ी है।

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक 16 से 25 दिसंबर के बीच सांस संबंधी समस्याओं के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। वहीं, सोशल मीडिया पर किए गए एक पोस्ट में मरीजों की फोटो पोस्ट करते हुए दावा किया गया है कि चीन ने वायरस के फैलने के बाद कई जगहों पर इमरजेंसी घोषित कर दी है। दावे के मुताबिक अस्पतालों और श्मशान घाटों में भीड़ बढ़ रही है।

हालांकि, चीन की तरफ से ऐसी कोई जानकारी नहीं दी गई है। द स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक CDC ने पहले से अस्थमा और क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी जैसी बीमारियों से जूझ रहे मरीजों में संक्रमण का खतरा ज्यादा होने की बात कही है।

इस वायरस के खांसने और छींकने से फैलने का खतरा अधिक है। वायरस का असर ज्यादा होने पर इससे ब्रोंकाइटिस और निमोनिया भी हो सकता है। रॉयटर्स के मुताबिक चीन इससे निपटने के लिए एक निगरानी सिस्टम की टेस्टिंग भी कर रहा है।

HMPV वायरस की पहचान पहली बार 2001 में हुई थी। एक डच शोधकर्ता ने सांस की बीमारी से जूझ रहे बच्चों के सैंपल में इस वायरस का पता लगाया था। हालांकि, ये वायरस पिछले 6 दशकों से मौजूद है।

आपको बता दें कि ये वायरस सभी तरह के मौसम में वातावरण में मौजूद होता है, लेकिन इसके सबसे ज्यादा फैलने का खतरा सर्दियों में होता है।

2019 में कोविड-19 का पहला मामला चीन के वुहान शहर में मिला था। तब इसे एक रहस्यमयी निमोनिया समझा गया था। ये सार्स-कोव-2 वायरस (कोरोना वायरस) से फैला था। इसके बाद ये वायरस दुनिया में तेजी से फैला। 30 जनवरी 2020 को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे ग्लोबल पेंडेमिक (वैश्विक आपदा) घोषित किया था।

दुनिया भर में कोविड के 70 करोड़ से ज्यादा मामले दर्ज किए गए थे। इसके अलावा 70 लाख से ज्यादा मौतें भी दर्ज की गई।

General Desk

Recent Posts

AAP के नेताओं को सता रहा है हार का डर, छटपटाहट में धमका रहे हैं आप के सांसदः बीजेपी

संवाददाताः दिल्लीः बीजेपी ने  ने आम आदमी पार्टी (AAP) नेताओं पर चुनाव आयोग को धमकाने का आरोप लगाया है। बीजेपी…

14 hours ago

AAP नेताओं को सपनों की सौदागीरी करने की बजाय, लोगों के विकास से जोड़ने का काम करना चाहिएः सचदेवा

संवाददाताः संतोष कुमार दुबे दिल्लीः बीजेपी के दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आम आदमी पार्टी (AAP) के नेताओं…

14 hours ago

पानी के बिल के मुद्दे पर केजरीवाल का बयान महज एक छलावाः सचदेवा

संवाददाताः संतोष कुमार दुबे दिल्लीः विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐलान होने से पहले राजनीतिक पार्टियां बिजली, पानी और अन्य…

14 hours ago

AAP नेताओं का बयान उनकी राजनीति निराशा को दर्शाता हैः प्रवीण

संवाददाताः संतोष कुमार दुबे दिल्लीः बीजेपी के दिल्ली प्रदेश  के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने आम आदमी पार्टी पर हमला…

14 hours ago

केजरीवाल के खिलाफ प्रवेश वर्मा और आतिशी के खिलाफ बिधूड़ी चुनाव लड़ेंगे, दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने जारी की 29 उम्मीदवारों की सूची

संवाददाता: संतोष कुमार दुबे दिल्ली: बीजेपी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची शनिवार को जारी…

23 hours ago

सर्दी का सितमः ठंड और घने कोहरे की चपेट में पूरा उत्तर भारत, कई विमान और ट्रेने लेट, जानें मौसम का पूरा हाल

दिल्लीः इस समय पूरे उत्तर भारत में सर्दी ने सितम बरपा रखा है। ठंड और घने कोहरे की वजह से…

1 day ago