संवाददाताः संतोष कुमाार दुबे
जयपुरः हमेशा की तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लोगों को अचम्भित कर दिया। पीएम मोदी राजस्थान में बीजेपी सरकार के शासन का एक वर्ष पूरा होने के मौके पर जयपुर के नजदीक ददिया में आयोजित समारोह में अलग अंदाज में शामिल होने पहुंचे। आम तौर पर सुरक्षा के मद्देनजर मंच के पीछे बनाये जाने वाल वीआईपी मार्ग से मंच पर पहुंचने वाले पीएम मोदी यहां दर्शकों के बीच से गुजरते हुए मंच पर पहुंचे।
पीएम मोदी ददिया में आयोजित समारोह में दर्शकों के बैठने के लिए बनाएं गए पंडाल से होते हुए मंच पर पहुंचे और वह भी खुली जीप में। पीएम मोदी खुली जीप पर सवार होकर लोगों का अभिवादन स्वीकार करते हुए, जब मंच की ओर बढ़ रहे, तो दर्शकों की खुशी और उनका उत्साह देखते ही बन रहा था। पूरा पंडाल मोदी-मोदी के नारों और जय श्रीराम नाद से गूंज रहा था। इस दौरान लोग पीएम मोदी की एक झकल पाने के लिए उतावले नजर आए। क्या आम और क्या खास सभी अपनी सीट से खड़ा होकर पीएम मोदी को निरेखने लगे।
इस दौरान पीएम मोदी के साथ जीप पर राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी मौजूदे। पीएम मोदी ने इस समारोह के लिए राजस्थानी भेष-भूषा का चयन किया था। उन्होंने माथे पर राजस्थानी सफा बांध रखी थी। इसके साथ ही उन्होंने सफेद कुर्ता-पायजामा और जॉकेट पहन रखे था। पीएम मोदी को देख कर ऐसा लग रहा था, जैसे वह पूरी तरह से राजस्थानी रंग में रंग जाने के इरादे से आए थे।
इस समारोह में राजस्था और मध्य प्रदेश के बीच सिंचाई और पेय जल की सममस्या को दूर करने के लिए पार्वती कालीसिंध और चंबल एककीकृत ईआरसीपी परियोजना को लेकर समझौता ज्ञापन (एमओयू) को अंतिम रूप दिया जाना था। इस वजह से मंच पर चार कलश स्थापित किये गये थे। इनमें से तीन कलशों में पार्वती, कालीसिंध और चंबल नदी का जल भरा हुआ था, जबकि चौथा कलश राम सेतु संंकल्प कलश खाली था, जिसे पीएम मोदी ने दोनों राज्यों के बीच जल परियोजना का सफल समझौता होने के प्रतीक के तौर पर भरा। पीएम मोदी ने सबसे पहले चंबल नदी का जल राम सेतु संकल्प कलश में भरा, इसके बाद कावीसिंध और फिर पार्वती नदी का जल राम सेतु संकल्प कलश में डाला।
इस समारोह में दोनों राज्यों के मंत्री और काफी जन प्रतिनिधि में भी शामिल हुए थे। इस वजह से यहां जम महाकाल और जय गोविंद देव के जयकारे भी गूंजे। समारोह को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये थे। आला अधिकारियों के साथ ही चार हजार से अधिक पुुलिसकर्मी पंडाल के ईर्द-गिर्द तैनात थे। वहीं एसपीजी के जवानों ने मंच के समीप की सुरक्षा का जिम्मा संभाल रखा। एक अनुमान के अनुसार एक लाख से ज्यादा लोग अपने प्रिये नेता को सुनने और उनकी एक झलक पाने के लिए यहां पहुंचे थे।
पीएम मोदी ने यहां पर राजस्थानी बोले पर लोगों को नमस्कार कर अपने भाषण की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि सभी ने महारो राम-राम। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान राजस्थान की पूुर्व सीए वसुंंधरा राजे सिंधिया, भैरो सिंह शेखावत और जसवंत सिंह का भी उल्लेख किया। आपको बता दें कि इस दौरान वसुंधरा राजे सिंधिया मंच पर भी मौजूद थींं।