संवाददाताः संतोष कुमार दुबे

दिल्लीः महामंडलेश्वर कम्प्यूटर बाबा (नामदेव दास त्यागी) ने उत्तर प्रदेश सरकार से गौहत्या बंद करवाने को लेकर ठोक कार्रवाई करने और गोहत्या करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है और कहा है कि अगर 16 दिसंबर तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती है, तो गाजियाबाद सहित पूरे देश में बड़ा आंदोलन करेंगे।

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ-2025 की तैयारियों के बीच राज्य में गौहत्या के बढ़ते मामलों को लेकर साधु-संतों में गहरी नाराजगी है। महामंडलेश्वर कम्प्यूटर बाबा ने इस मुद्दे पर सोमवार को यहां संवाददाताओं को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार की नीतियों की आलोचना की और प्रशासनिक अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए। इसके साथ ही उन्होंने राज्य सरकार के समक्ष तीन मांगे रखीं।

कम्प्यूटर बाबा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सनातन धर्म और उसके मूल्यों की रक्षा की उम्मीदें थीं, लेकिन गौहत्या के मामलों में वृद्धि के चलते यह विश्वास टूटता नजर आ रहा है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर में हाल ही में पकड़े गए 340 टन गौमांस का जिक्र करते हुए इसे सनातन धर्म पर ‘कुठाराघात’ बताया।

उन्होंने कहा कि यह गौमांस भैंस के नाम पर अवैध तरीके से सप्लाई किया जा रहा था, जिसमें हजारों गायों की क्रूर हत्या शामिल है। कम्प्यूटर बाबा ने दावा किया कि इस गौमांस के अवशेष और खून को गंगा नदी में बहाया जा रहा है, जिससे गंगा की पवित्रता भंग हो रही है। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार को 16 दिसंबरतक मांगें पूरी न करने पर गाजियाबाद सहित पूरे देश में बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी देते हुए धर्म संसद का आयोजन करने की बात कहीं। साथ ही सरकार और शंकराचार्य से सवाल पूछा है कि गौ के अवशेष और खून से सने गंगा जल में साधु संत कैसे स्नान करें? अगर गौ अवशेष से और खून से सने गंगा जी में ही स्नान करना है, तो साधु संतों को कुंभ जाने की क्या जरूरत है। हम बूचड़खाने में ही स्नान कर लेंगे।

संवाददाता सम्मेलन के दौरान डॉ. राजेश ओझा, मां गंगा सेवा समिति के अध्यक्ष डॉ. रवीश त्यागी, आचार्य मधुर दास जी महाराज (रामायनी जी), हिंदू महासभा के उपाध्यक्ष राजीव कुमार आशीष, महंत रामचरण दास जी, महंत अमर दास जी, महंत विवेक दास जी, महंत महेश जी भी उपस्थित थे।

महाकुंभ-2025 की तैयारियों पर सवाल उठाते हुए कम्प्यूटर बाबा ने कहा कि गंगा जल अब आचमन करने योग्य नहीं रहा। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि गंगा में गौमाता के अवशेष मिलते रहे, तो यह सनातन धर्म के लिए एक बड़ा संकट साबितव होगा। इस दौरान कम्प्यूटर बाबा ने उत्तर प्रदेश सरकार से तीन प्रमुख मांगें रखकर उनका जवाब मांगा। उन्होंने सवाल किया कि खून और गौमांस से सने गंगाजल में स्नान करने के लिए सरकार ने महाकुंभ में क्या प्रबन्ध किया है? शंकराचार्य, अखाड़े बताएं कि क्या स्नान से पूण्य नष्ट नहीं होंगे?

कम्प्यूटर बाबा ने कहा कि गौ तस्करी में लिप्त गाजियाबाद और अन्य स्थान की फैक्ट्रियों और कोल्ड स्टोरेज पर बुलडोजर चलाकर कानूनी कार्रवाई की जाए और दोषियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में गौमाता को ‘राजमाता’ का दर्जा दिया जाए, जैसा कि महाराष्ट्र सरकार ने पहले किया है।

कम्प्यूटर बाबा ने सभी संतों और महंतों से अपील की कि वे शास्त्रों के अनुसार महाकुंभ में स्नान से पहले ऐसा मार्गदर्शन करें, जिससे भक्तों के पुण्य नष्ट न हों।

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