दिल्लीः मंगलवार (29 अक्टूबर) को धनतेरस है। धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि, माता लक्ष्मी और कुबेर जी की पूजा-अर्चना की जाती है। आराधना की जाती है। इस दिन सोना, चांदी, आभूषण, बर्तन, भूमि आदि की खरीदारी करते हैं।
धनतेरस पर क्या खरीदेंः धनतेरस के दिन सोना-चांदी के अलावा बर्तन और कुबेर यंत्र खरीदना शुभ होता है। इसके अलावा झाड़ू खरीदना भी अच्छा माना जाता है। ऐसी मान्यता है इस दिन झाड़ू खरीदने से मां लक्ष्मी मेहरबान रहती हैं। यदि धनतेरस के दिन आप कोई कीमती वस्तु नहीं खरीद पा रहे हैं, तो साबुत धनिया जरूर घर ले आएं। इसके अलावा आप गोमती चक्र भी खरीद सकते हैं, इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। धनतेरस क्यों मनाया जाता है?
वैदिक मान्यता के अनुसार, कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को आयुर्वेद के जनक भगवान धन्वंतरि समुद्र मंथन के दौरान हाथों में सोने के कलश के साथ प्रकट हुए थे। इसलिए हर वर्ष कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस का पर्व मनाया जाता है।
धनतेरस पर करें ये उपायः धनतेरस पर भगवान धन्वंतरि, माता लक्ष्मी, कुबेर, यमराज और भगवान गणेश जी की पूजा करें। धनतेरस पर घर और बाहर 13 दीपक जलाएं। इससे बीमारियां दूर होती हैं।
धनतेरस के दिन दान करने का विशेष महत्व होता है। इस दिन सूर्यास्त से पहले दान करने से धन की कमी नहीं होगी। इस दिन सफेद कपड़ा, चावल, चीनी आदि का दान नहीं करना चाहिए। धनतेरस पर पशुओं की पूजा करने से आर्थिक परेशानियां दूर होती हैं।
धनतेरस पर भूलकर भी गिफ्ट न करें ये तीन चीजेंः धनतेरस के दिन किसी को भूलकर भी लोहे का सामान उपहार में नहीं देना चाहिए। इस दिन लोहा देना या खरीदना अशुभ माना जाता है। धनतेरस के शुभ अवसर पर किसी को कांच से बनी चीजें न दें। माना जाता है कि कांच का संबंध राहु से है और राहु को पापी ग्रह माना जाता है। इस कारण इस दिन कांच का दान नहीं करना चाहिए। धनतेरस के दिन काले रंग की वस्तुओं को दान करने से बचें। धनतेरस एक शुभ दिन है काले रंग की वस्तु का दान करने से मां लक्ष्मी नाराज हो सकती है।
धनतेरस के शुभ योगः इंद्र योग – 28 अक्तूबर 2024, सुबह 6:48 – 29 अक्तूबर 2024, सुबह 07:48 तक
त्रिपुष्कर योग – 06:31 – सुबह 10:31 (29 अक्तूबर ), लक्ष्मी-नारायण योग – धनतेरस के दिन वृश्चिक राशि में शुक्र और बुध एक साथ विराजमान रहेंगे, ऐसे में लक्ष्मी नारायण योग का निर्माण होगा। शश महापुरुष राजयोग – धनतेरस पर शनि अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में रहेंगे, जिससे शश महापुरुष राजयोग बनेगा, ऐसे में शनि की कृपा भी प्राप्त होगी।
धनतेरस पर 100 बरस बाद त्रिग्रही योगः धनतेरस पर इस बार 100 साल बाद दुर्लभ संयोग बनने जा रहा है, धनत्रयोदशी यानी धनतेरस के दिन त्रिग्रही योग, त्रिपुष्कर योग, इंद्र योग, लक्ष्मी नारायण योग, शश महापुरुष राजयोग कुल 5 शुभ संयोग बन रहे हैं। ऐसे में पूजा और खरीदारी का विशेष लाभ मिलेगा।