जम्मूः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को जम्मू-कश्मीर के डोडा में रैली को संबोधित किया। यहां स्पोर्ट्स स्टेडियम में आयोजित रैली में पीएम मोदी ने 45 मिनट के भाषण के दौरान परिवारवाद, आतंकवाद, पत्थरबाजी, कश्मीरी पंडित और आर्टिकल 370 जैसे मुद्दे उठाए।
पीएम (PM) मोदी ने कहा, ” जम्मू-कश्मीर को कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी खानदान ने बर्बाद किया। इन तीन खानदानों ने मिलकर आपके साथ जो किया, वो किसी पाप से कम नहीं है। तीनों खानदान जम्मू-कश्मीर को दशकों तक बर्बादी देने के जिम्मेदार हैं। हम और आप मिलकर एक सुरक्षित कश्मीर का निर्माण करेंगे, ये मोदी की गारंटी है।”
इस दौरान उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के हालिया बयान पर पलटवार करते हुए कहा, “ये कहते हैं अगर 20 सीटें और आतीं तो मोदी समेत सभी नेता जेल में होते। आपको नेताओं को जेल भेजने के लिए सरकार बनानी है, या लोगों के भले के लिए।”
आपको बता दें कि चिनाब घाटी के तीन जिलों, डोडा, किश्तवाड़ और रामबन की 8 विधानसभा सीटों को साधा। 18 सितंबर को चुनाव के पहले फेज में कुल 24 सीटों पर वोटिंग होगी।
पीएम मोदी के संबोधन की अहम बातेंः
- एक तरफ तीन खानदान, उनके सामने कश्मीर के नौजवान पीएम मोदी ने परिवारवाद को लेकर कहा- जम्मू-कश्मीर का विधानसभा चुनाव 3 खानदानों और जम्मू-कश्मीर के नौजवानों के बीच में है। एक तरफ तीन खानदान हैं, दूसरी तरफ सपने लेकर निकल पड़े नौजवान हैं। इन तीन खानदानों ने मिलकर आपके साथ जो किया, वो किसी पाप से कम नहीं है। तीनों खानदान जम्मू-कश्मीर को दशकों तक बर्बादी देने के जिम्मेदार हैं। इन तीन खानदानों ने यहां करप्शन को बढ़ावा दिया। जमीन कब्जा करने वाले गिरोहों को बढ़ावा दिया। छोटी-छोटी सुविधाओं के लिए आपको तरसाया गया।
- बीजेपी ने कश्मीरी पंडितों के लिए आवाज उठाई कश्मीरी पंडितों पर पीएम ने कहा- तीन दशक से ज्यादा हो गए, इसी दिन हमारे कश्मीरी पंडित टीका लाल टपलू को आतंकवादियों ने शहीद किया था। उनकी हत्या के बाद कश्मीरी पंडितों के साथ अत्याचार का अंतहीन सिलिसिला चला है। भाजपा ने कश्मीरी पंडितों के लिए आवाज उठाई, उनका साथ दिया। यहां मंच पर हमारी बेटी शगुन बैठी है। इनके पिता और चाचा दोनों को आतंकवादियों ने मार डाला था। अब भाजपा ने आतंकवाद पीड़ित इस बिटिया को टिकट दिया है। बेटी शगुन सिर्फ कैंडिडेट हैं, ऐसा नहीं है। ये आतंक को खत्म करने के भाजपा के मजबूत इरादों की जीती जागती तस्वीर है।
- जम्मू-कश्मीर में तीन खानदानों ने यहां अलगाववाद और आतंकवाद के लिए जमीन तैयार की। इसका फायदा किसने उठाया, देश के दुश्मनों ने। ये लोग आतंकवाद को इसलिए पालपोस रहे थे ताकि इनकी अरबों-खरबों की दुकान चलती रहे। इनके गुनाहों की वजह से हमारे बच्चों की जान चली गई। ये चंद्रभागा घाटी, ये सालों साल चले आतंकवाद के दौर की गवाह रही है। याद करिए वो समय, जब दिन ढलते ही यहां अघोषित कर्फ्यू लग जाता था। सारी दुकानदारी ठप, सारा कामकाज ठप। तब केंद्र सरकार के गृहमंत्री तक लालचौक जाने से डरते थे।
- जो पत्थर फेंके जाते थे, उन्हीं पत्थरों से आज का कश्मीर बना यहां आतंकवाद अब अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है। पिछले 10 साल में जम्मू-कश्मीर में जो बदलाव आया है, वो किसी सपने से कम नहीं है। जो पत्थर पहले पुलिस और फोर्स पर फेंकने के लिए उठते थे, उन पत्थरों से नया जम्मू-कश्मीर बन रहा है। ये सब कुछ किसने किया है? ये मोदी ने नहीं किया, ये जम्मू-कश्मीर के आप लोगों ने किया है। आपके इसी विश्वास को आगे बढ़ाते हुए जम्मू-कश्मीर भाजपा ने आपके लिए एक से बढ़कर एक संकल्प लिए हैं।
- जम्मू-कश्मीर फिर से फिल्मों में छाएगा, 10 सालों में यहां हालात बदले जम्मू-कश्मीर में पर्यटन को बढ़ावा देने पर मोदी ने कहा- पुराने दिनों में यहां के लोग बड़े गर्व से कहते थे कि मोदीजी यहां इस फिल्म की शूटिंग होती थी। लेकिन आतंकवाद बढ़ने के बाद यहां फिल्मवालों का आना बंद हो गया। 10 वर्षों की मेहनत के बाद ये हालात भी बदलते नजर आ रहे हैं। देश ही नहीं, दुनियाभर से फिल्मवाले शूटिंग के लिए आएं, ऐसी व्यवस्था बना रहे हैं। इसके लिए नई फिल्म पॉलिसी भी बनाई गई है। जम्मू-कश्मीर फिर फिल्मों में और दुनिया में छाएगा।
- जम्मू-कश्मीर का हर आदमी भले वो किसी मजहब, आस्था या वर्ग का हो, भाजपा की प्राथमिकता है आपके हर अधिकार की रक्षा की गारंटी मोदी ने दी है। जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देने का काम भी भाजपा सरकार ही करेगी। लेकिन आपको ऐसे लोगों से सावधान रहना है, जो अपने स्वार्थ के लिए आपका अधिकार छीनते रहे हैं। ये लोग 370 को वापस लाना चाहते हैं। आपके लिए इसका मतलब क्या होगा। इसका मतलब होगा कि तीन खानदान मिलकर पहाड़ी समाज का आरक्षण फिर छीन लेंगे, वोटिंग का हक छीन लिया जाएगा।
- आजकल ये लोग संविधान को अपनी जेब में रखते हैं, संविधान की किताब कोई सामान नहीं है। ये दिखावा अपने काले कारनामों को छिपाने के लिए किया जा रहा है। हकीकत क्या है, ये जम्मू-कश्मीर का बच्चा बच्चा जानता है। क्या कारण था कि हमारे जम्मू-कश्मीर में 2 संविधान चलते थे। क्यों यहां के लोगों को वो हक नहीं मिलता था, जो बाकी देश में मिलता था। हमारे पहाड़ी भाई-बहन, क्या कारण है कि इतने साल वोट डालने का हक नहीं था। संविधान हर किसी को वोट का अधिकार देता है। 75 साल तक आपका ये अधिकार छीन लिया था।
- प्रधानमंत्री कहा कि ये लोग नेताओं को जेल भेजने के लिए सरकार बनाना चाहते हैं कांग्रेस की सोच क्या है, नीयत क्या है, उनके अध्यक्ष की बातों से साफ हो जाता है। मैं यहां आकर काम के बारों में बात करता हूं। उन्होंने क्या कहा कि अगर 20 सीटें ज्यादा आतीं तो मोदी समेत सारे नेता जेल में होते। नेताओं को जेल भेजने के लिए सरकार बनानी है, या लोगों के भले के लिए। 3 बार देश की जनता ने हमें देश की सेवा का मौका दिया है। हम सरकार लोगों को जेल में डालने के लिए चलाते हैं? हम भ्रष्टाचार खत्म करने, लोगों की भलाई के लिए सरकार चलाते हैं। जब कोई पॉजिटिव सोच ही ना हो, तब जेल में बंद करने के सिवाय कोई एजेंडा नहीं होता है।
- जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद हो रहे विधानसभा चुनाव जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। 2019 में आर्टिकल-370 हटाने के बाद यह पहला विधानसभा चुनाव है। जम्मू और कश्मीर में 90 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनमें 7 अनुसूचित जातियों के लिए और 9 अनुसूचित जनजातियों के लिए रिजर्व हैं।
आपको बता दें कि केंद्र शासित प्रदेश में 90 सीटों के लिए तीन फेज में वोटिंग होगी। 18 सितंबर पहले फेज, 25 सितंबर को दूसरे फेज और 1 अक्टूबर को तीसरे फेज की वोटिंग होगी। 8 अक्टूबर को नतीजे आएंगे। चुनाव आयोग के मुताबिक यहां 88.06 लाख वोटर हैं।
वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 25 सीटों पर जीत दर्ज की थी। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) ने 28 सीटें, जम्मू और कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) ने 15 और कांग्रेस ने 12 सीटें जीती थीं।
इस बार बीजेपी 90 में से 62 सीटों पर चुनाव लड़ रही भाजपा ने जम्मू-कश्मीर की 90 में से 62 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। जम्मू संभाग की सभी 43 सीटों पर भाजपा ने प्रत्याशी उतारे हैं। पार्टी कश्मीर में 47 में से 19 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। बची हुई 28 सीटों पर भाजपा निर्दलीय उम्मीदवारों को समर्थन करेगी।