दिल्लीः इस समय देश के विभिन्न क्षेत्रों में मासून सक्रिय है, जिसके कारण पूर्वी भारत से लेकर पूर्वोत्तर, पश्चिम और दक्षिण भारत के अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश हुई है। गोवा में सुरंग में पानी भरने से कोंकण रेलवे मार्ग ठप हो गया है। इसके चलते कई ट्रेनें रद्द करनी पड़ी हैं और कई के मार्ग बदले हैं। उधर, उत्तराखंड के चमोली जिले में पातालगंगा लंगसी सुरंग के मुहाने के पास भयावह भूस्खलन से बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गया है। मौसम विभाग ने अगले तीन से चार दिन के लिए 17 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसमें बिहार समेत चार राज्यों के लिए रेड और तीन के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया।

उत्तराखंड में चमोली पुलिस ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पातालगंगा लंगसी सुरंग के पास हुए भूस्खलन का वीडियो साझा किया है। वीडियो में पहाड़ से सैलाब की तरह मलबा गिरता नजर आ रहा है। भूस्खलन के कारण किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। बदरीनाथ हाईवे पर पिछले दो दिनों से लगातार भूस्खलन हो रहा है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में कम से कम 200 अन्य सड़कों पर यातायात अवरुद्ध हुआ है।

मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार को बिहार, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और मेघालय में अत्यधिक बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश और गोवा के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया। वहीं, मध्य महाराष्ट्र और तटीय कर्नाटक में 12-14 जुलाई के दौरान भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में 11-13 जुलाई तक गरज और बिजली की चमक के साथ मूसलाधार बारिश की चेतावनी दी है। वहीं, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और पूर्वी राजस्थान समेत दक्षिण भारत के कुछ राज्यों में अगले पांच दिनों तक गरज और चमक के साथ तेज बारिश की संभावना है।

मौसम विभाग के मुताबिक, बुधवार सुबह 8:30 बजे तक बीते 24 घंटे के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, पूर्वी राजस्थान, गुजरात क्षेत्र, कच्छ और सौराष्ट्र, गोवा, कोंकण और मध्य महाराष्ट्र, तेलंगाना, असम, और उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश दर्ज की गई है। राजस्थान के डूंगरपुर, बांसवाड़ा और राजसमंद जिलों में भारी बारिश और राज्य के अन्य हिस्सों में मध्यम वर्षा रिकॉर्ड की गई। बांसवाड़ा के बागीडोरा में सबसे अधिक 80 एमएम वर्षा हुई।

वहीं, हिमाचल प्रदेश में राजधानी शिमला, मंडी, कांगड़ा, किन्नौर और कुल्लू जिलों में हल्की बारिश हुई है और इसके चलते 28 सड़कों पर यातायात ठप हो गया है। इनमें सबसे अधिक आठ सड़कें मंडी और छह शिमला की हैं। बिजली के 32 ट्रांसफॉर्मर और 16 जलापूर्ति परियोजनाएं भी ठप हो गई हैं। शिमला में बृहस्पतिवार और शुक्रवार को भारी बारिश, गरज और बिजली गिरने को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।

असम में बाढ़ की स्थिति में कुछ सुधार हुआ है, लेकिन अभी भी राज्य के 26 जिलों में 17 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं। राज्य में बहुत बड़े क्षेत्रफल में फसलें भी डूबी हुई हैं। बाढ़ से अब तक 84 लोगों की मौत हुई है। इसके भूस्खलन और आंधी-तूफान में भी 13 लोगों की जान चली गई है। काजीरंगा नेशनल पार्क में बाढ़ से इस पार्क में नौ गैंडे समेत कुल 159 जंगली जानवरों की जान जा चुकी है।

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