संवाददाताः संतोष कुमार दुबे
दिल्लीः संसद सत्र के छठे दिन सोमवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के भाषण के दौरान काफी हंगामा हुआ। राहुल ने अपने संबोधन के दौरान कई विवादित बातें बोलीं, जो सत्ता पक्ष खासकर बीजेपी को नागवार गुजरीं। अब राहुल की स्पीच के इन विवादित हिस्सों को सदन की कार्यवाही से हटा दिया गया है। खुद स्पीकर ओम बिरला ने इसके निर्देश दिए हैं। लोकसभा सचिवालय की प्रेस एवं जनसंपर्क शाखा के संयुक्त निदेशक बैकुंठनाथ महापात्रा ने पत्र जारी कर इसकी जानकारी दी। आपको बता दें कि राहुल के भाषण के दौरान खुद पीएम मोदी को दो बार अपनी सीट से उठकर जवाब देना पड़ा।
उत्तर प्रदेश में रायबरेली से सांसद राहुल गांधी ने सोमवार को लोकसभा में अपनी बात रखी। वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर चर्चा में शामिल हुए थे। इस दौरान उन्होंने कई ऐसी बातें कीं जिसपर सत्ता पक्ष खासकर बीजेपी ने घोर आपत्ति जताई। दो बार तो पीएम मोदी को अपनी सीट से उठकर जवाब देना पड़ा। राहुल के भाषण पर एनडीए के नेताओं ने भी आपत्ति जताई। स्पीकर ओम बिरला ने खुद उन्हें संभलकर बोलने का आग्रह किया था। हिंदुओं को लेकर उनके बयान समेत भाषण के कुछ हिस्सों को अब सदन की कार्यवाही से हटा दिया गया है। जनसंपर्क शाखा के संयुक्त निदेशक बैकुंठनाथ महापात्र(लोकसभा सचिवालय) ने अपने पत्र में लिखा कि माननीय महोदय/महोदया लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की ओर से इन विवादित हिस्सों को निरस्त/गैर-रिकॉर्डेड कर दिया गया है।
राहुल गांधी के विवादित भाषण की कुछ लाइनों पर आपत्ति जताने वाले बीजेपी नेताओं ने उनसे माफी की मांग की है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह,जेपी नड्डा, अश्विनी वैष्णव और एनडीए के नेता चिराग पासवान सहित सत्ता पक्ष के कई सांसदों ने राहुल से माफी मांगने को कहा। राहुल के भाषण के दौरान कई बार राजनाथ सिंह, पीएम मोदी, किरन रिजिजू को अपनी सीट से उठकर राहुल की बातों पर आपत्ति जताते देखा गया।