बिजनेस डेस्कः प्रखर प्रहरी

दिल्ली: एयर इंडिया एक्सप्रेस (Air India Express) के चालक दल के सदस्यों के संगठन ने एयरलाइन पर अनुचित श्रम व्यवहार का आरोप लगाया है और इस मुद्दे को सुलझाने के लिए लेबर कमिश्नर से हस्तक्षेप की मांग की है। भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध एयर इंडिया एक्सप्रेस कर्मचारी संघ (AIXEU) ने केंद्रीय मुख्य श्रम आयुक्त को पत्र लिखा है।आपको बता दें कि एयर इंडिया एक्सप्रेस अब टाटा समूह का हिस्सा है।

आपको बता दें कि यूनियन ने यह पत्र ऐसे समय में लिखा है,  जब चालक दल के सदस्यों और एयरलाइन प्रबंधन के बीच विवाद पर केंद्रीय मुख्य श्रम आयुक्त के समक्ष सुलह की कार्यवाही चल रही है। यूनियन ने आरोप लगाया है कि मैनेजमेंट कई ऐसे उपाय अपना रहा है जो अच्छे औद्योगिक संबंध बनाने के लिए अनुकूल नहीं हैं।

यूनियन की ओर से यह पत्र 28 जून को लिखा गया है। इसमें आरोप लगाया गया है कि कंपनी मैनेजमेंट की कार्रवाइयां औद्योगिक संबंधों को और बिगाड़ रही हैं जो पहले से ही उनके अनुचित श्रम व्यवहारों और श्रम कानूनों के उल्लंघन से प्रभावित हैं। एयर इंडिया एक्सप्रेस की ओर से इस संबंध में फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं मिली है। अन्य मुद्दों के अलावा यूनियन ने दावा किया है कि छह से आठ मई तक बीमारी की छुट्टी लेने वाले चालक दल के सदस्यों को आरोप पत्र जारी कर दिया गया है तथा कुछ यूनियन सदस्यों के खिलाफ जांच शुरू की जा रही है।

आपको बता दें कि एयर इंडिया एक्सप्रेस के लगभग 200 चालक दल के सदस्य सात मई को एयरलाइन में कथित कुप्रबंधन के विरोध में हड़ताल पर चले गए, जिससे सैकड़ों उड़ानें रद्द कर दी गईं। परिणामस्वरूप, एयरलाइन प्रबंधन ने चालक दल के 25 सदस्यों की सेवाएं समाप्त कर दीं तथा अन्य को काम पर लौटने की चेतावनी दी, अन्यथा उनके खिलाफ भी यही कार्रवाई की जाएगी। नौ मई को दोनों पक्षों की बातचीत के बाद सुलह हुई और टर्मिनेशन लेटर भी वापस ले लिए गए। लेकिन 28 जून को यूनियन ने लेबर कमिश्नर को एक पत्र लिखकर दावा किया कि मैनेजमेंट मनमानी कर रहा है। यूनियन ने इस मुद्दे पर चीफ लेबर कमिश्नर से हस्तक्षेप की मांग की।

 

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