भुवनेश्वरः केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के एक बयान को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल प्रधान ने ओडिशा में भारतीय जनता पार्टी की ओर से आयोजित किए गए सम्मान समारोह में ओडिशा के मुख्यमंत्री और दो मंत्रियों की तुलना भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा से की।
गौरतलब है कि हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा और विधानसभा चुनाव में ओडिशा में बीजेपी के 78 विधायकों और 20 सांसदों ने जीत हासिल की है। इस वजह से राज्य में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया था। इस मौके पर प्रधान ने कहा ‘ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी और दो उप मुख्यमंत्री के वी सिंह देव और प्रभाती पारिदा भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा की तरह हैं। इन सभी के कंधों पर राज्य के विकास की जिम्मेदारी है।’ उन्होंने कहा कि नया ओडिशा विकसित भारत के सपने को सच करने में मदद करेगा।
इस अवसर पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि ओडिशा को अगले पांच वर्षों में भारतीय रेल द्वारा बड़ी सौगातें दी जाएंगीं। उन्होंने कहा कि अगले पांच वर्षों में ओडिशा में एक लाख करोड़ की रेल परियोजनाओं पर काम किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री ने बीजू जनता दल (बीजद) पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बीजद सरकार ने ओडिशा में रेल के क्षेत्र में विकास पर कभी ध्यान नहीं दिया। अब राज्य में और केंद्र में भाजपा और बीजद की डबल इंजन सरकार है। अब अगले पांच वर्षों में राज्य में नए कीर्तिमान स्थापित किए जाएंगे।
रेलमंत्री ने कहा पूर्व में ओडिशा के लिए कई बड़ी रेल परियोजनाओं की घोषणा की गई थी लेकिन, बीजद सरकार द्वारा भूमि अधिग्रहण में देरी की गई। उन्होंने आगे कहा ‘अब डबल इंजन सरकार राज्य में रेल परियोजनाओं को नई गति प्रदान करेगी।’ केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यूपीए सरकार के दौरान ओडिशा के लिए रेल बजट में 800 करोड़ का प्रावधान किया गया था, जबकि मोदी सरकार ने दस हजार करोड़ का प्रावधान किया। वैष्णव ने आगे कहा कि बीते 10 वर्षों में ओडिशा में 1,826 किलोमीटर रेल लाइन का निर्माण किया गया, जो कि श्रीलंका के कुल रेल नेटवर्क से अधिक है।
केंद्रीय मंत्री वैष्णव आगे कहा कि भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के दौरान पुरी के लिए 315 स्पेशल ट्रेन चलाई जाएंगी, जिससे श्रद्धालुओं को यात्रा करने में परेशानी नहीं होगी। पिछले वर्ष रथ यात्रा के दौरान 222 स्पेशल ट्रेन चलाई गई थी। अश्विनी वैष्णव इलेक्ट्रॉनिक (आईटी) मंत्री भी हैं। उन्होंने कहा कि ओडिशा में इलेक्ट्रॉनिक और सेमी-कंडक्टर ट्रेनिंग सेंटर भी स्थापित किए जाएंगे।