CBI Raid
(फाइल फोटो)

दिल्ली : राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश  परीक्षा यानी नीट-यूजी (NEET-UG) में अनियमितता मामले की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) परीक्षा प्रक्रिया से जुड़ी आउटसोर्स कंपनियों के अधिकारियों की भूमिका की भी पड़ताल कर रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सीबीआई के रडार पर एनटीए प्रमुख प्रदीप कुमार जोशी के अलावा मुख्य तकनीकी अधिकारी अमरनाथ मिश्र और वरिष्ठ परीक्षा निदेशक साधना पराशर समेत 10 अधिकारी हैं।

मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए आयोजित नीट-यूजी)में अनियमितता के मामले में राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) और उसके प्रमुख प्रदीपकुमार जोशी समेत 10 अधिकारी भी संदेह के दायरे में आ गए हैं। मामले को हाथ में लेने के बाद केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) परीक्षा प्रक्रिया से जुड़ी विभिन्न आउटसोर्स कंपनियों के अधिकारियों की भूमिका की भी पड़ताल कर रही है।

सूत्रों ने बताया कि सीबीआई के रडार पर जोशी के अलावा मुख्य तकनीकी अधिकारी अमरनाथ मिश्र और वरिष्ठ परीक्षा निदेशक साधना पराशर भी हैं। इनके साथ ही परीक्षा परिणाम व छात्रों के डाटा सुरक्षित रखने वाले और परीक्षा अधीक्षकों को प्रश्नपत्र के सेट खोलने की जानकारी देने वाले अधिकारी देवव्रत, प्रश्नपत्र और उत्तर पुस्तिका की सुरक्षा, प्रश्नपत्र को शहर व जिले के बैंकों के स्ट्रांग रूम से परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाने के लिए जिम्मेदार अधिकारी भी सीबीआई की निगाह में हैं।

सीबीआई परीक्षा प्रक्रिया से जुड़ी विभिन्न आउटसोर्स कंपनियों के अधिकारियों की भी जानकारी जुटा रही है। एनटीए ने पिछले कुछ समय में बड़ी आउटसोर्स कंपनियां बदलीं। हर बार इस पर सवाल उठता था, पर कामकाज की बात बोलकर मामला रफा-दफा कर दिया जाता था। 2023 में राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) से आउटसोर्स का काम लेकर आईटी कंपनी ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग कंसल्टेंट्स इंडिया लि. (बेसिल) को दे दिया गया था। इस फैसले पर सवाल उठे थे। बताया गया था कि एनटीए ने एक वरिष्ठ अधिकारी की सिफारिश पर बेसिल को काम दिया गया था।

उधर, नेशनल बोर्ड ऑफ मेडिकल साइंसेज के अध्यक्ष अभिजीत शेठ ने कहा कि पेपर लीक विवाद के कारण स्थगित नीट-पीजी, 2024 की नई परीक्षा तिथि अगले सप्ताह घोषित कर दी जाएगी। उनका यह बयान बोर्ड और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों की एक समीक्षा बैठक के बाद आया है।

नीट-यूजी में अनियमितता मामले में गिरफ्तार जिला परिषद के स्कूल के शिक्षक संजय जाधव को अदालत ने 2 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है। महाराष्ट्र पुलिस के आतंकी रोधी स्क्वायड (एटीएस) ने उसे पूछताछ के लिए सोमवार को हिरासत में लिया था। एटीएस अब तक इस मामले में जिला परिषद स्कूल के हेडमास्टर जलील खान उमर खान पठान को गिरफ्तार किया है। जांच में एटीएस को पता चलता था कि इन दोनों के साथ कम से कम चार लोग का एक रैकेट ऐसे छात्रों की मदद करता था जो पैसे देकर परीक्षा पास करना चाहते थे। सोमवार को अदालत ने पठान को 2 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेजा था। बाकी के दो आरोपियों इराना मशनाजी कोंगालववर और गंगाधर को पुलिस तलाश रही है।

बैठक में मौजूद रहे सूत्रों के मुताबिक, समिति ने एनटीए की मौजूदा स्थिति और उसकी चुनौतियों का जायजा लिया। समिति यह भी देखा कि कौन-सी परीक्षाएं पेन-पेपर मोड में होती हैं और कौन-सी कंप्यूटर-आधारित टेस्ट (सीबीटी) मोड में और दोनों की बारीकियों को भी समझा। बताया जा रहा है कि समिति ने साइबर सुरक्षा के मुद्दों और डार्कनेट के कारण उत्पन्न चुनौतियों पर भी चर्चा की, जहां यूजीसी-नेट परीक्षा का प्रश्नपत्र पहली बार लीक हुआ था। इसी वजह से शिक्षा मंत्रालय को परीक्षा अगले दिन ही रद्द करनी पड़ी थी।

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