दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी7 सम्मेलन में शामिल होने के लिए आज इटली रवाना होंगे। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी का तीसरे कार्यकाल का यह पहला विदेश दौरा है। भारत के विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने यह जानकारी दी। इटली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे।

मोदी जो बाइडेन से मुलाकात कर सकते हैं मुलाकातः  अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इटली में जी7 शिखर सम्मेलन से इतर मुलाकात कर सकते हैं। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने बुधवार को यहां यह जानकारी दी।

अमेरिका से इटली के लिए रवाना होते समय जेक सुलिवन ने मीडिया से बात करते हुए यह बात कही। सुलिवन ने कहा कि ‘उन्हें (बाइडन) उम्मीद है कि प्रधानमंत्री मोदी भी इटली आएंगे। भारत ने फिलहाल औपचारिक रूप से उनकी (मोदी) उपस्थिति की पुष्टि नहीं की है लेकिन हमें उम्मीद है कि दोनों नेता एक-दूसरे से मिल सकते हैं। मुलाकात कैसी होगी फिलहाल इसकी जानकारी नहीं है क्योंकि कार्यक्रम बेहद व्यस्त है।’

भारत के विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने बताया कि पीएम मोदी इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के साथ द्विपक्षीय मुलाकात करेंगे और अन्य नेताओं के साथ कार्यक्रम पर विचार किया जा रहा है।मोहन क्वान्ना के अनुसार ‘ जी 7 यह शिखर सम्मेलन 14 जून को आयोजित किया जाएगा, जहां भारत को आउटरीच देश के रूप में आमंत्रित किया है।’ विदेश सचिव क्वान्ना ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी शिखर सम्मेलन में उपस्थित अन्य विश्व नेताओं के साथ भारत और वैश्विक दक्षिण के लिए महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत करेंगे।

उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए बुधवार रात इटली पहुंचे, जिसमें कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और यूनाइटेड किंगडम के नेताओं के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी विशेष आमंत्रित के रूप में भाग ले रहे हैं।

बाइडेन गुरुवार को यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के साथ बैठक करेंगे। इस दौरान दोनों नेता यूक्रेन के लिए एक द्विपक्षीय सुरक्षा समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे, ‘यह स्पष्ट करते हुए कि हमारा (अमेरिकी) समर्थन भविष्य में भी लंबे समय तक बना रहेगा’। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, जलवायु परिवर्तन और आपूर्ति श्रृंखला जैसी कुछ नई महत्वपूर्ण चुनौतियों के अलावा यूक्रेन और मध्य पूर्व में युद्ध के जी-7 शिखर सम्मेलन में हावी रहने की उम्मीद है।

गौरतलब है कि वर्ष जी7 शिखर सम्मेलन इटली के पुगलिया में 13 और 14 जून को आयोजित हो रहा है। इस शहर ने “पूर्व और पश्चिम के बीच एक पुल के रूप में काम किया है। इसीलिए इटली की सरकार ने जी7 शिखर सम्मेलन के लिए इस शहर का चयन किया है। जी7 शिखर सम्मेलन कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, यूके और अमेरिका के जी7 सदस्य देशों के नेताओं के लिए प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला एक अंतरराष्ट्रीय मंच है। यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष और यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष द्वारा संयुक्त रूप से प्रतिनिधित्व किया जाने वाला यूरोपीय संघ अतिथि के रूप में सभी चर्चाओं में भाग लेता है। इस वर्ष भारत इसमें आउटरीच देश के रूप में भाग ले रहा है।

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