दिल्लीः नरेंद्र मोदी ने रविवार यानी 09 जून को लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। इस बार उन्होंने 71 मंत्रियों के साथ पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। मोदी की 3.0 कैबिनेट में कई नए चेहरों को मौका मिला है, तो कई पुराने चेहरों का पत्ता कटा है।
मरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं। मोदी सरकार में इस बार कुल 71 मंत्री शामिल हुए हैं। इस बार कई चेहरों का मंत्री पद से पत्ता कटा है। इनमें निसिथ प्रमाणिक, नारायण राणे, स्मृति ईरानी और अनुराग ठाकुर जैसे कई बड़े नाम शामिल हैं। इसके अलावा कुछ ऐसे चेहरे भी हैं जो चुनाव हारने की वजह से मंत्री पद की रेस से बाहर हो गए हैं।
अमेठी से बड़ी हार का सामना करने वाली स्मृति ईरानी और चुनाव जीतने वाले पुरुषोत्तम रुपाला को भी नई सरकार में जगह नहीं मिली है. करीबी मुकाबले में शशि थरूर से हारने वाले राजीव चंद्रशेखर को भी नई सरकार से दूर रखा गया है. इसके अलावा खीरी लोकसभा सीट से चुनाव हारने वाले अजय मिश्रा टेनी, बक्सर से हारने वाले अश्विनी चौबे का मंत्री पद से पत्ता कटा है. वहीं, हिमाचल की हमीरपुर लोकसभा सीट से चुनाव जीतने वाले अनुराग ठाकुर को भी मंत्री पद से दूर रखा गया है.
इन मंत्रियों का कटा पत्ताः
अश्विनी चौबे, स्मृति ईरानी और अनुराग ठाकुर, साध्वी निरंजन ज्योति, मीनाक्षी लेखी, अजय भट्ट, जनरल वीके सिंह, राजकुमार रंजन सिंह, अर्जुन मुंडा, आरके सिंह, कपिल पाटिल, नारायण राणे, भगवत कराड, राजीव चंद्रशेखर, निसिथ प्रमाणिक, अजय मिश्रा टेनी, सुभाष सरकार, जॉन बारला, भारती पंवार, रावसाहेब दानवे शामिल हैं.
जिन मंत्रियों को नहीं मिली मोदी कैबिनेट में जगहः
- नारायण राणे (चुनाव जीते पर जगह नहीं)
- अनुराग ठाकुर (चुनाव जीते पर जगह नहीं)
- पुरुषोत्तम रूपाला (चुनाव जीते पर जगह नहीं)
- अर्जुन मुंडा (चुनाव हार गए)
- स्मृति ईरानी (चुनाव हार गईं)
- आर के सिंह (चुनाव हार गए)
- महेंद्र नाथ पांडेय (चुनाव हार गए)
- अश्विनी कुमार चौबे (चुनाव नहीं लड़े)
- वी के सिंह (चुनाव नहीं लड़े)
- साध्वी निरंजन ज्योति (चुनाव हार गईं)
- संजीव बालियान (चुनाव हार गए)
- राजीव चंद्रशेखर(चुनाव हार गए)
- दर्शना जरदोश (टिकट नहीं मिला)
- वी मुरलीधरन (चुनाव हार गए)
- मीनाक्षी लेखी (टिकट नहीं मिला)
- देवूसिंह चौहान (चुनाव जीते पर जगह नहीं)
मंत्रिमंडल में एनडीए पर ज्यादा फोकसः
आपको बता दें कि इस बार के चुनाव में बीजेपी बहुमत से दूर रह गई है। हालांकि, एनडीए जरूर 272 के आंकड़े को पार करने में सफल रहा है। ऐसे में इस बार के सरकार में एनडीए के घटक दलों की भूमिका अहम हो गई है। यही वजह है कि बीजेपी कई ऐसे नेता जो चुनाव जीते हैं फिर भी उन्हें मंत्री पद से दूर रखा गया है।
नजर आएंगे कई नये चेहरेः
मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में दो पूर्व मुख्यमंत्रियों को भी मंत्री बनाया गया है। इसमें मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ-साथ हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर शामिल हैं। मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में इन लोगों को भी शामिल किया गया है। इस वजह से भी बीजेपी के सांसद इस बार मंत्री नहीं बना पाए हैं.