दिल्ली: लोकसभा चुनाव के नतीजों में भले ही एनडीए को स्पष्ट बहुमत मिल गया हो, लेकिन बीजेपी अपने दम पर बहुमत के जादुई आंकड़े 272 को छूने से दूर रह गई है। ऐसे में एनडीए के साथ इंडिया गठबंधन की ओर से भी सरकार बनाने की कवायद होती दिख रही है। इसे लेकर आज यहां इंडिया गठबंधन की बैठक होने वाली है।

चुनाव नतीजों में बीजेपी के बहुमत तक पहुंचने में सफल न हो पाने से अब कयासबाजी तेज हो गई है। जोड़-तोड़ की राजनीति की भी चर्चा शुरू हो गई है। जहां एग्जिट पोल के बाद माना जा रहा था कि 12 जून से पहले सरकार का गठन हो जाएगा, वहीं अब मीटिंग और फोन कॉल्स का दौर शुरू हो गया है। कई सवाल भी उभर रहे हैं।

क्या मोदी बनेंगे पीएमः
लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने एनडीए के लिए 400 पार का टारगेट रखा था। ऐसे में सवाल भी उठ रहा है कि क्या पीएम नरेंद्र मोदी ही होंगे या एनडीए के सहयोगी दबाव डालकर किसी और नेता को पीएम बनाने की मांग करेंगे। बिहार पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं। हालांकि चिराग पासवान ने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनने जा रही है। चर्चा है कि क्या बीजेपी के सहयोगी साथ खड़े रहेंगे या फिर पाला बदल सकते हैं। जेडीयू नेता नीतीश कुमार को लेकर कयासबाजी है, क्योंकि वह बिहार में कई बार पलटी मार भी चुके हैं। ऐसे में यह सवाल बेहद अहम है। टीडीपी नेता चंद्रबाबू नायडू पर भी नजरें हैं।

क्या इंडिया गठबंधन बनाएगा सरकारः

इंडिया गठबंधन ने सरकार बनाने की संभावना को खारिज नहीं किया है। उसके खेमे में हलचल है। इंडिया गठबंधन की नजर टीडीपी और जेडीयू पर है। अगर इन दोनों को अपने साथ ले लिया जाए तो विपक्ष भी सरकार बनाने का दावा कर सकता है। चर्चा है कि विपक्ष नीतीश कुमार को उप प्रधानमंत्री का पद का प्रस्ताव दे सकता है। टीडीपी का इतिहास रहा है कि वह जिस गठबंधन के साथ रही है, उसके साथ कार्यकाल पूरा नहीं करती। विपक्षी खेमा उसके सामने आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा देने का प्रस्ताव भी रख सकता है।

बताया जाता है कि एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू को फोन कर उनका मन टटोलने की कोशिश भी की। इंडिया गठबंधन नतीजों के बाद अपनी आगामी रणनीति को तय करने के लिए आज बुधवार को मीटिंग कर विभिन्न विकल्पों पर विचार करेगा। मीटिंग कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के घर पर है, जिसमें तय किया जाएगा कि विपक्षी खेमा सरकार बनाएगा या विपक्ष में बैठेगा। इसी में चर्चा होगी कि अगर सरकार बनाने की जरूरत होती है तो किन दलों का समर्थन लिया जाएगा। राहुल गांधी ने मंगलवार को संकेत दिया था कि इस पर बुधवार की मीटिंग में फैसला लिया जाएगा कि हम सरकार बनाएंगे या विपक्ष में बैठेंगे। हालांकि बैठकों और चर्चाओं का दौर दिल्ली में ही नहीं, कोलकाता से लेकर पटना और मुंबई तक में चलता रहा।

 

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here