Subscribe for notification
अंतरराष्ट्रीय

संयुक्त राष्ट्र शिखर सम्मेलन से पहले भारत की बड़ी पहल, उद्देश्यपूर्ण बनाने पर दिया जोर

न्यूयॉर्कः संयुक्त राष्ट्र शिखर सम्मेलन तैयारियों के बीच संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने बहुपक्षवाद के प्रति भारत की अटूट प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। उन्होंने गुरुवार को शिखर सम्मेलन के लिए उत्साह व्यक्त करते हुए सामूहिक वैश्विक प्रगति के लिए संयुक्त राष्ट्र को फिर से उद्देश्यपूर्ण बनाने के अवसर को अपनाने में भारत के सक्रिय रुख का उल्लेख किया।

रुचिरा कंबोज ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा, ‘भविष्य के आगामी संयुक्त राष्ट्र शिखर सम्मेलन के लिए उत्साहित हूं। प्रतिबद्ध बहुपक्षवाद के प्रति भारत का समर्पण तब उजागर होता है जब हम सामूहिक वैश्विक प्रगति के लिए संयुक्त राष्ट्र को फिर से तैयार करने के इस अवसर को स्वीकार करते हैं। हम साथ मिलकर अधिक से अधिक अच्छे अवसर हासिल कर सकते हैं।’

आपको बता दें, बहुपक्षवाद के लिए भारत की दृढ़ प्रतिबद्धता लंबे समय से इसकी विदेश नीति की आधारशिला रही है, जिसमें राष्ट्र वैश्विक चुनौतियों का सामना करने और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर सक्रिय रूप से निहित है।

उल्लेखनीय है कि संयुक्त राष्ट्र का शिखर सम्मेलन इस साल सितंबर को होगा। यह सम्मेलन महत्वपूर्ण चुनौतियों पर सहयोग बढ़ाने और वैश्विक शासन में अंतराल को दूर करने का एक पीढ़ी में एक बार का अवसर है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, यह सतत विकास लक्ष्यों और संयुक्त राष्ट्र चार्टर सहित मौजूदा प्रतिबद्धताओं की पुष्टि करेगा और लोगों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित करने के लिए बेहतर स्थिति में एक पुनर्जीवित बहुपक्षीय प्रणाली की ओर बढ़ेगा।

रुचिरा कंबोज ने कहा, ‘शिखर सम्मेलन एक उच्च स्तरीय कार्यक्रम है, जो विश्व के नेताओं को एक साथ लाता है ताकि हम एक बेहतर वर्तमान देने और भविष्य की सुरक्षा करने के लिए एक नई अंतरराष्ट्रीय सहमति बना सकें।’

इससे पहले रुचिरा कंबोज ने कहा था, ‘इनमें से कोई भी बात मायने नहीं रखती अगर हम कहते कि हम संयुक्त राष्ट्र के माध्यम से विवादों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने में असमर्थ हैं क्योंकि इसकी मुख्य निकाय को ही अप्रभावी बना दिया गया है।’ उन्होंने कहा, ‘जब तक हम व्यापक सुधार नहीं करते और इस परिषद को व्यवस्थित नहीं करते, हमें विश्वसनीयता के निरंतर संकट का सामना करना पड़ता रहेगा। इसलिए सुधार करने की आवश्यकता है। भारत का मानना है कि विश्वास के बिना एकजुटता नहीं हो सकती।’

General Desk

Recent Posts

पानी पारस के समान, जहां भी स्पर्श करे नई ऊर्जा और शक्ति को जन्म देता हैः मोदी

जयपुरः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पानी का सामर्थ और महत्व बताया। साथ ही उन्होंने इसकी तुलना पारस से…

15 hours ago

खुली जीप में अभिवाद, राजस्थानी पगड़ी और बोली से मोदी ने लोगों को रिझाया

संवाददाताः संतोष कुमाार दुबे जयपुरः हमेशा की तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लोगों को अचम्भित कर दिया। पीएम…

21 hours ago

चला गया तबले का एक नाद, 73 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह गए उस्ताद जाकिर हुसैन

दिल्लीः विश्व विख्यात तबलावादक उस्ताद जाकिर हुसैन 73 वर्ष की उम्र में दुनिया को अलविदा कह कर चले गए। जम्मू-कश्मीर…

2 days ago

नहीं रहे उस्ताद जाकिर हुसैन, 73 साल की उम्र में सैन फ्रांसिस्को में ली अंतिम सांस

दिल्लीः विश्वविख्यात तबला वादक एवं पद्म विभूषण उस्ताद जाकिर हुसैन अब हमारे बीच नहीं रहे। 73 साल की उम्र में…

2 days ago

महाराष्ट्र में फडणवीस सरकार का हुआ विस्तार, 33 कैबिनेट, 6 राज्य मंत्रियों ली शपथ

मुंबईः महाराष्ट्र में रविवार को फडणवीस मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया। विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के 22 दिन बाद…

3 days ago

नई दिल्ली से केजरीवाल, कालकाजी से चुनाव लड़ेंगी आतिशी, पार्टी ने जारी की 38 उम्मीदवारों की सूची

संवाददाताः संतोष कुमार दुबे दिल्लीः AAP ने रविवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की चौथी और आखिरी…

3 days ago