भुवनेश्वरः ओडिशा के बहनगा स्टेशन पर अगले आदेश तक कोई गाड़ी नहीं रुकेगी। बहनगा ट्रेन हादसे की जांच कर रही CBI ने बहनगा स्टेशन को सील कर दिया है। इसके बाद अगले आदेश तक इस स्टेशन पर कोई भी पैसेंजर ट्रेन या मालगाड़ी नहीं रुकेगी। आपको बता दें कि हर दिन यहां से करीब 170 ट्रेन गुजरती हैं। हादसे के बाद 07 ट्रेन रुक रही थीं।
रेलवे अधिकारी चौधरी ने बताया कि CBI ने जांच के दौरान स्टेशन में मौजूद सभी दस्तावेज चेक किए। लॉग बुक, रिले पैनल और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त कर ली है।
आपको बता दें कि 2 जून को ओडिशा के बालासोर में दो सुपरफास्ट एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी की टक्कर हुई, जिसमें 288 लोगों की मौत हो गई थी। हादसे में 1208 लोग घायल हुए थे।
रेलवे अधिकारी ने बताया कि CBI की दो सदस्यीय टीम शुक्रवार को दुर्घटनास्थल पहुंची थी। एजेंसी ने यहां कई जगहों से कुछ जरूरी सबूत इकट्ठा किए। इसके बाद करीब 2 घंटे तक पैनल और रिले रूम की जांच की। टीम ने दोनों रूम और डेटा लॉकर को सील कर दिया। माना जा रहा है कि CBI को हादसे से जुड़े कुछ अहम सबूत मिल सकते हैं।
आपको बता दें कि 02 जून की रात करीब 10 बजे मीडिया रिपोर्ट्स में आया कि दो यात्री गाड़ियां और एक मालगाड़ी टकरा गई हैं। शुरुआत में 30 लोगों के मारे जाने की जानकारी थी, लेकिन देर रात यह आंकड़ा 200 के पार पहुंच गया। इसके अगले दिन 3 जून को दोपहर 2 बजे तक मरने वालों का आंकड़ा 288 पहुंच चुका था।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि बहनगा बाजार स्टेशन की आउटर लाइन पर एक मालगाड़ी खड़ी थी। हावड़ा से चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस लूप लाइन पर चली गई और वहां खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई। एक्सप्रेस का इंजन मालगाड़ी पर चढ़ गया और बोगियां तीसरे ट्रैक पर जा गिरीं। कुछ देर बाद तीसरे ट्रैक पर आ रही हावड़ा-बेंगलुरु दुरंतो एक्सप्रेस ने कोरोमंडल एक्सप्रेस की बोगियों को टक्कर मार दी।
हादसे के 48 घंटे बाद रविवार रात घटनास्थल से एक यात्री जिंदा मिला। हादसे के वक्त वह बोगी से निकलकर झाड़ियों में गिरकर बेहोश हो गया था। युवक की पहचान असम के रहने वाले डिलाल के रूप में हुई है। उसे तुरंत रेस्क्यू करके इलाज के लिए भेजा दिया गया, जहां उसे होश भी आ गया। घटना में उसका फोन और वॉलेट गायब हो गया।