Deprecated: The PSR-0 `Requests_...` class names in the Requests library are deprecated. Switch to the PSR-4 `WpOrg\Requests\...` class names at your earliest convenience. in /home1/prakhndx/public_html/wp-includes/class-requests.php on line 24
Today History 14 May 2023: अस्तित्व में आया दुनिया का एक मात्र यहूदी देश इजराय, आजादी के 24 घंटे बाद ही लड़ना पड़ा था पहला युद्ध - Prakhar Prahari
Subscribe for notification
Categories: शिक्षा

Today History 14 May 2023: अस्तित्व में आया दुनिया का एक मात्र यहूदी देश इजराय, आजादी के 24 घंटे बाद ही लड़ना पड़ा था पहला युद्ध

दिल्लीः वैसे तो देश और दुनिया में 14 मई को कई महत्वपूर्ण घटनाएं घटित हुई है, लेकिन जिस घटना का जिक्र सबसे पहले करना आवश्य है, वह है दुनिया का एक मात्र यहूदी देश इजराय। मौजूदा समय में इजरायल एक ऐसा देश है,  जिसने दुश्मनों से घिरे होने के बाद भी उनकी नाक में दम कर रखा है। क्षेत्रफल के हिसाब से भारत के केरल से भी छोटा ये देश आज हर मामले में दुनिया के बड़े-बड़े देशों से आगे है। इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद के नाम से ही दुश्मनों के पसीने छूट जाते हैं। आज ही के दिन यानी 14 मई 1948 को  इजरायल ने खुद को आजाद राष्ट्र घोषित किया था।

आज दुनिया के नक्शे में इजरायल जिस आकार में है इसके पीछे सालों पुराना इतिहास है। कभी इजराइल की जगह तुर्की का ओटोमान साम्राज्य हुआ करता था। प्रथम विश्वयुद्ध में तुर्की की हार के बाद इस इलाके में ब्रिटेन का कब्जा हो गया। ब्रिटेन उस समय एक बड़ी शक्ति था और दूसरे विश्वयुद्ध तक ये इलाका ब्रिटेन के कब्जे में ही रहा। दूसरे विश्वयुद्ध में अमेरिका और सोवियत संघ दो नई ताकत बनकर उभरे। ब्रिटेन को इस युद्ध में काफी नुकसान उठाना पड़ा। 1945 में ब्रिटेन ने इस इलाके को यूनाइटेड नेशन को सौंप दिया।

1947 में यूनाइटेड नेशन ने इस इलाके को दो हिस्सों में बांट दिया। एक अरब राज्य और एक इजराइल। यरुशलम शहर को अंतरराष्ट्रीय सरकार के प्रबंधन के अंतर्गत रखा गया। अगले ही साल इजराइल ने अपनी आजादी का ऐलान किया। इसी के साथ आज ही के दिन 1948 में दुनिया के एक शक्तिशाली देश का गठन हुआ।

इजरायल ने जैसे ही अपनी आजादी का ऐलान किया, इसके महज 24 घंटे के अंदर ही अरब देशों की संयुक्त सेनाओं ने उस पर हमला कर दिया। इजराइल के लिए ये लड़ाई कठिन जरूर थी, लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी। करीब अगले एक साल तक ये लड़ाई चलती रही। नतीजा ये हुआ कि अरब देशों की सेनाओं की हार हुई।

युद्ध समाप्त होने के साथ ही इजराइल की 120 सदस्यीय संसद के लिए 25 जनवरी 1949 को पहला चुनाव हुआ, जिसमें यहां के नागरिकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और डेविड बेन गुरियन देश के पहले प्रधानमंत्री चुने गए। इस वक्त दुनिया की कुल यहूदी आबादी के 40% से ज्यादा लोग इजराइल में रहते हैं। इजराइल दुनिया का अकेला यहूदी देश है।

वारसा की संधिः 1945 में दूसरा विश्वयुद्ध के खत्म होने के बाद सोवियत संघ और अमेरिका दो नई ताकतें दुनिया के सामने थीं। इन दोनों के बीच शीतयुद्ध शुरू हो गया था। दोनों ही देश अपने आप को शक्तिशाली साबित करना चाहते थे। इसके लिए दोनों ने लॉबी बनाना शुरू कर दिया। 1948 में सोवियत संघ ने पूर्वी यूरोप से अपनी सेनाएं हटाने से इनकार कर दिया और बर्लिन की नाकेबंदी कर दी।

सोवियत संघ के इस कदम से अमेरिका सहित यूरोप के देशों को झटका लगा और उन्होंने सोवियत संघ को रोकने के लिए एक संगठन बनाने की पहल की। इसमें अमेरिका, फ्रांस और UK समेत कई देश शामिल थे। आज ये संगठन NATO के नाम से जाना जाता है।

सोवियत संघ ने जब देखा कि उसके खिलाफ देश संगठित हो रहे हैं तो उसने भी ऐसा ही संगठन बनाने की ठानी। पूर्वी यूरोप के कुछ देशों को साथ लेकर सोवियत संघ ने आज ही के दिन 1955 में वारसा की संधि की। अमेरिका के NATO के जवाब में ये सोवियत संघ का अपना संगठन था। सोवियत संघ के अलावा इसमें 7 अन्य देश शामिल थे। संधि में कहा गया था कि संगठन के किसी भी देश पर हमला होने की स्थिति में बाकी देश उसकी मदद करेंगे। इस दौरान NATO और सोवियत संघ के देशों में शीतयुद्ध चलता रहा। 25 फरवरी 1991 के दिन हंगरी में हुई एक बैठक में इस संधि को समाप्त कर दिया गया।

फेसबुक के जनक का जन्मः 04 फरवरी 2004 को हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के एक स्टूडेंट ने एक वेबसाइट लॉन्च की। इसके पीछे उसका मकसद था कि यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स आपस में एक-दूसरे से जुड़ें। ये आइडिया चल निकला। अगले ही दिन उस साइट पर एक हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स ने रजिस्टर किया। ये तो बस शुरुआत थी। आज उस वेबसाइट पर 2 अरब से भी ज्यादा यूजर्स हैं। उस स्टूडेंट का नाम था- मार्क जकरबर्ग, जिनका आज जन्मदिन है।

अगले 4 महीनों में फेसबुक पर ढाई लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स ने रजिस्टर किया। नतीजा ये हुआ कि फेसबुक को संभालने के लिए जकरबर्ग को यूनिवर्सिटी की पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ी। इसी साल के अंत तक फेसबुक पर एक्टिव यूजर्स का आंकड़ा 10 लाख को पार कर गया।

2006 में फेसबुक को 13 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों के लिए ओपन किया गया। इसके बाद तो फेसबुक ने रॉकेट की रफ्तार से तरक्की की। 2012 में फेसबुक दुनिया की पहली सोशल मीडिया साइट बनी जिस पर एक्टिव यूजर्स की संख्या 1 करोड़ को पार कर गई। आज फेसबुक दुनिया की सबसे बड़ी सोशल मीडिया साइट है और जकरबर्ग दुनिया के 5वें सबसे अमीर इंसान। आइए एक नजर डालते हैं देश और दुनिया में 14 मई को घटित हुईं महत्वपूर्ण घटनाओं पर..

1607: उत्तरी अमेरिका में अंग्रेजों ने अपना पहला स्थायी अड्डा स्थापित किया। इसे जेम्स टाउन, वर्जीनिया का नाम दिया गया।
1610: फ्रांस में हेनरी चौथे की हत्या और लुइस तेरहवें फ्रांस की गद्दी पर बैठे।
1702: इंग्लैंड और नीदरलैंड ने फ्रांस और स्पेन के खिलाफ युद्ध की घोषणा की।
1796: एडवर्ड जेनर ने स्मॉल पॉक्स की वैक्सीन का पहला डोज दिया।
1811: पराग्वे स्पेन की पराधीनता से मुक्त हुआ।
1878: पहली बार वैसलीन ब्रांड नाम का रॉबर्ट ए चेसब्राफ ने पंजीकरण करवाया।
1879: थॉमस एडिसन यूरोप की एडिसन टेलीफोन कंपनी से जुड़े।
1908: राइट बंधुओं ने वाई जहाज में उड़ान भरी।
1923: भारतीय फिल्मों के प्रसिद्ध निर्माता व निर्देशक मृणाल सेन का जन्म हुआ।
1944: ब्रिटिश सैनिकों ने कोहिमा पर कब्जा किया।
1948: इजरायल ने ब्रिटेन से स्वतंत्रता की घोषणा की।
1955: सोवियत संघ और पूर्वी यूरोप के उसके सहयोगी देशों ने पोलैंड की राजधानी वारसा में इस संधि पर हस्ताक्षर किए। इसके जरिए सदस्य देशों के बीच आर्थिक, सैनिक और सांस्कृतिक संबंधों के विकास पर सहमति बनी।
1963: कुवैत संयुक्त राष्ट्र का 111वां सदस्य बना ।
1973: अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने सेना में महिलाओं के समान अधिकार को मंजूरी दी ।
1981: भारतीय आविष्कारक और कंप्यूटर वैज्ञानिक प्रणव मिस्त्री का जन्म हुआ।
1981: नासा ने स्पेस व्हीकल S-192 लॉन्च किया।
1984: फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग का जन्म।
1991: दक्षिण अफ़्रीक़ा के रंगभेद विरोधी नेता नेल्सन मंडेला की पत्नी विनी मंडेला को चार युवकों के अपहरण के मामले में छह साल की सज़ा सुनाई गई।
1992: भारत ने लिट्टे पर प्रतिबंध लगाया ।
2010: भारत और रूस के बीच रक्षा, परमाणु ऊर्जा, अंतरिक्ष समेत कई क्षेत्रों में व्यापार एवं निवेश के लिए 22 समझौते हुए।
2010: भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति भैरोंसिंह शेखावत का निधन हुआ।
2012: इजरायल की जेलों में बंद 1500 फिलीस्तीनी कैदी भूख हड़ताल समाप्त करने पर सहमत हुए।
2013: ब्राजील समलैंगिक विवाह को मान्यता देने वाला 15वां देश बना।

General Desk

Recent Posts

14 नवंबर को दिल्ली में आयोजित होगा लोकमाता अहिल्याबाई होलकर को नमन करने के लिए भव्य कार्यक्रम

संवाददाताः संतोष कुमार दुबे दिल्लीः लोकमाता अहिल्याबाई होलकर के जीवन, उनके कार्यों तथा आदर्शों से वर्त्तमान और भावी पीढ़ी को…

1 day ago

आज है देवउठनी एकादशी, जानें तुलसी विवाह के शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

दिल्ली आज कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि है। हिंदू पंचाग के अनुसार आज के दिन तुलसी विवाह…

2 days ago

चुनाव आयोग के अधिकारी ने किया उद्धव ठाकरे का बैग, Ex CM ने खुद बननाया VIDEO, बोले- मोदी-शाह का बैग भी चेक करना

मुंबईः महाराष्ट्र के यवतमाल में चुनाव आयोग के अधिकारी ने सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री एवं शिवसेना (UBT) के मुखिया उद्धव…

2 days ago

देश के 51वें चीफ जस्टिस बने जस्टिस संजीव खन्ना, छह महीने के कार्यकाल में मैरिटल रेप समेत 05 बड़े मामलों की करेंगे सुनवाई

संवाददाताः संतोष कुमार दुबे दिल्लीः राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में जस्टिस संजीव खन्ना…

3 days ago

बटेंगे तो कटेंगे नारा महाराष्ट्र में नहीं चलेगा, योगी आदित्यनाथ के बयान का अजित पवार ने किया विरोध

मुंबईः विधानसभा चुनाव के बीच महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एवं बीजेपी-शिवसेना गठबंधन महायुति में शामिल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार समूह)…

4 days ago

जीत के दो दिन बाद पुतिन ने ट्रम्प को बधाई, बताया बहादुर , बोले…रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म करने को लेकर हूं उनसे बातचीत को तैयार

वाशिंगटन/मास्कोः अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के परिणाम आ चुके हैं और पूर्व राष्ट्रपति एवं रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प…

6 days ago