इस्लामाबाद: पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी की भारत दौरे को लेकर पाकिस्तान में बवाल शुरू हो गया है। पाकिस्तान की विपक्षी पार्टियों ने भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर के सामने हाथ जोड़ने को लेकर बिलावल पर निशाना साधा है और इसे शर्मनाक करार दिया। आपको बता दें कि शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में हिस्सा लेने के लिए बिलावल भुट्टों भारत दौरे पर हैं, जहां उन्होंने भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर के साथ बंद दरवाजे में आतंकवाद समेत कई मुद्दों पर बातचीत की। इसके बाद वह जब मंच पर सबसे सामने आए, तो एस जयशंकर को देखकर हाथ जोड़ लिया, जिसको लेकर पाकिस्तानी राजनेता भड़के हुए हैं। कई राजनेताओं ने बिलावल की इस हरकत को शर्मनाक करार दिया है
दरअसल, एससीओ मीटिंग की औपचारिक शुरुआत के पहले भारतीय विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों का स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने रूस, चीन समेत बाकी के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों से हाथ मिलाया, लेकिन पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो को नमस्ते कर औपचारिक स्वागत किया। बिलावल ने भी एस जयशंकर के नमस्ते के जवाब में अपने हाथ जोड़ लिए। पाकिस्तान में इसी घटना को लेकर विपक्षी पार्टियों ने बिलावल भुट्टो जरदारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
पाकिस्तान की प्रमुख विपक्षी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ की नेता एवं इमरान खान सरकार में मानवाधिकार मंत्री रहीं शिरीन मजारी ने ट्वीट कर बिलावल भुट्टो के नमस्ते पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा कि असली कहानी इस तस्वीर में है जहां भारतीय समकक्ष और मेजबान (एस जयशंकर) ने बिलावल से हाथ मिलाने के लिए अपना हाथ नहीं बढ़ाया और नमस्ते किया लेकिन बिलावल ने भी ऐसा ही किया। कूटनीति में संकेतों का काफी महत्व होता है, खासकर जब दोनों दुश्मन देश हों। यह बिलावल के तुष्टिकरण का संकेत था जो कि शर्मनाक है। उनके इस ट्वीट को पाकिस्तान के पूर्व संचार मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने भी ट्वीट किया है।
The real story is in this picture where Indian counterpart & host doesn't put his hand out to shake Bilawal's hand but does Namaste as does Bilawal. Signalling is important in diplomacy esp when both are hostile States & this was Bilawal signalling appeasement! Shameful! https://t.co/jtH8ZEXC6z pic.twitter.com/e3qDvslDGN
— Shireen Mazari (@ShireenMazari1) May 5, 2023
भारत में एससीओ बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि सिंध में, हम इस तरह एक दूसरे का स्वागत करते हैं। इसे “सभ्य” कहते हैं। आपको बता दें कि बिलावल भुट्टो के खानदान की जड़े सिंध सूबे से जुड़ी हुई हैं। उनके दादा जुल्फिकार अली भुट्टो और मां बेनजीर भुट्टो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रह चुके हैं। उनके पिता आसिफ अली जरदारी पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हैं।