Aaj Ka Rashifal 21 April 2023: आज दिन शुक्रवार तथा दिनांक 21 अप्रैल 2023 है। आइए जानते हैं कि न्याय के देवता शनिदेव के दिन सभी 12 राशियों के जातकों के लिए कैसा रहेगा। किसे मिलेगा लाभ और किन्हें करना पड़ेगा मुसीबतों का सामना। किस राशि के जातक करेंगे मौज-मस्ती और किन राशियों के जातकों को मायूसी लगेगी हाथ। तो चलिए जानते हैं सभी राशियों के ग्रहों की स्थिति और उसका क्या प्रभाव पड़ेगा।
ग्रहों की दशा– सूर्य, बुध, चंद्रमा और राहु मेष राशि में हैं और इसका अत्यंत खराब योग बना हुआ है। शुक्र वृषभ राशि में, मंगल मिथुन राशि में, केतु शत्रुक्षेत्री। यहां पर मंगल और बुध राशि परिवर्तन किए हुए हैं, जो कि बहुत अच्छा संकेत नहीं है। केतु तुला राशि हैं, जबकि शनि कुंभ राशि में गोचर चल रहे हैं।
मेष : पंचग्रही योग गुरु, चंद्र, सूर्य, बुध व राहु की युति बड़ी योजना को बल देता है। बड़ी सोंच, बड़ा कार्य के लिए उत्तम प्रयास होगा।
वृषभः पंचग्रही योग के कारण बहन या भाई, अधीनस्थ कर्मचारी से कष्ट मिल सकता है। झगड़ा-विवाद से बचें, जबकि जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा।
मिथुनः चल या अचल संपत्ति के मामले में परेशानी मिल सकती है। आर्थिक मामलों में जोखि मन उठाएं। रचनात्मक प्रयास फलीभूत होगा।
कर्कः पंचग्रही योग राजनीतिक महत्वाकांक्षा की पूर्ति कराएगा। सामाजिक क्षेत्र में सकरात्मक प्रयास सार्थक होगा।
सिंहः पद, प्रतिष्ठा में वृद्धि हो सकती है। व्यावसायिक योजना फलीभूत होगी। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है।
कन्याः आर्थिक मामलों में प्रगति होगी। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। व्यावसायिक प्रयास फलीभूत होगा। उपहार या सम्मान में वृद्धि होगी।
तुलाः पारिवारिक जीवन सुखमय होगा। उपहार या सम्मान में वृद्धि होगी। शिक्षा प्रतियोगिता के क्षेत्र में प्रगति होगी।
वृश्चिकः सामाजिक कार्यों में प्रगति होगी। उपहार या सम्मान में वृद्धि होगी। पारिवारिक कार्यों में व्यस्तता बढ़ेगी।
धनुः उपहार या सम्मान में वृद्धि होगी। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। किसी कार्य के संपन्न होने से आपका प्रभाव बढ़ेगा।
मकरः रचनात्मक प्रयास फलीभूत होगा। शिक्षा प्रतियोगिता के क्षेत्र में सफलता मिलेगी। दूसरों से सहयोग लेने में सफलता मिलेगी।
कुंभः अधीनस्थ कर्मचारी, मित्र या भाई का सहयोग मिलेगा। व्यावसायिक मामलों में प्रगति होगी। सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
मीनः पंचग्रही योग प्रगति में सहायक होंगे। स्वास्थ्य में सुधार होगा। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। रिश्तों में निकटता आएगी।