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Today History 15 April: मैकडोनाल्ड ने खोली थी अपने रेस्टोरेंट की पहली ब्रांच, मौजूदा समय में 100 से ज्यादा देशों में 36 हजार से अधिक आउटलेट

दिल्लीः अमेरिका के कैलिफोर्निया में 2 भाइयों, रिक और मेक मैकडोनाल्ड ने 1940 में। एक छोटा सा रेस्टोरेंट खोला। इसकी खासियत ये थी कि यहां के मेन्यू में खाने के 2-4 आइटम ही थे। इस वजह से खाने का टेस्ट और क्वालिटी हमेशा एक सी बनी रहती थी, ऑर्डर में समय भी कम लगता था। लोगों को ये बात पसंद आ गई और उनका बिजनेस धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ने लगा। ऑर्डर ज्यादा आने लगे तो उनकी समय पर डिलीवरी के लिए दोनों भाइयों ने कुछ मशीनें भी खरीद लीं। इनमें मिल्क शेक बनाने वाले मिक्सर भी शामिल थे।

यहां एंट्री होती है रे क्रास की। रे क्रास अपने जीवन के 25 साल अलग-अलग कामों को करने में बिता चुके थे। मसलन पियानो बजाना, ड्राइविंग करना और बतौर सेल्समैन मिक्सर बेचना। रे क्रास ने देखा कि कैलिफोर्निया के एक ही रेस्टोरेंट ने उनसे 6 मिक्सर खरीदे हैं। रे ने सोचा कि क्यों न चलकर देखा जाए कि इतने मिक्सर का ये लोग क्या कर रहे हैं। रे उस रेस्टोरेंट को देखने कैलिफोर्निया आ गए। यहां उन्होंने देखा कि रेस्टोरेंट तो छोटा है, पर खाने वालों की लाइन लगी है।

रे ने लाइन में लगे एक व्यक्ति से पूछा कि कैलिफोर्निया में और भी रेस्टोरेंट हैं, फिर भी यहां इतनी भीड़ क्यों है? सामने वाले का जवाब था कि यहां आपको 15 सेंट्स में अच्छा बर्गर मिलेगा, वो भी कम समय में। रे को बात जम गई। उन्होंने रिक और मेक से रेस्टोरेंट की फ्रेंचाइजी लेने की बातचीत की। सौदा हुआ और रे को फ्रेंचाइजी मिल गई।

15 अप्रैल 1955 यानी आज ही के दिन रे ने मैकडोनाल्ड की पहली ब्रांच खोली। उसके बाद क्या हुआ, वो आप जानते ही हैं। आज 100 से ज्यादा देशों में कंपनी के 36 हजार से भी ज्यादा आउटलेट हैं। हर दिन लगभग 5 करोड़ लोग यहां से खाना ऑर्डर करते हैं। इससे रेस्टोरेंट को 5 अरब रुपए से भी ज्यादा की कमाई होती है। 2020 में कंपनी का रेवेन्यू 19.21 बिलियन डॉलर था, भारतीय रुपयों में करीब 144 हजार करोड़।

मैकडोनाल्ड ने 1996 में भारतीय बाजार में कदम रखा। यहां चुनौतियां ज्यादा थीं। इससे पहले मैकडोनाल्ड ने कभी भी ऐसे देश में कारोबार शुरू नहीं किया था, जहां शाकाहार को प्राथमिकता दी जाती हो। भारत से बाहर के मैकडोनाल्ड में बीफ और पोर्क भी मेन्यू में शामिल था, लेकिन यहां ये आस्था से जुड़ा मामला था, इसलिए फैसला लिया गया कि बीफ और पोर्क मेन्यू में नहीं होंगे।

कंपनी ने यहां 2 पार्टनर चुने – विक्रम बख्शी और अमित जटिया। बख्शी को उत्तर-पूर्वी भारत में रेस्टोरेंट संभालने की जिम्मेदारी दी गई और जटिया को दक्षिण-पश्चिम भारत की। लेकिन ये इतना आसान भी नहीं था। इन दोनों पार्टनर के साथ 25 साल का एग्रीमेंट हुआ था, लेकिन कंपनी का उससे पहले ही विक्रम बख्शी से विवाद हो गया। मामला कोर्ट-कचहरी तक पहुंचा और अंतत: 2019 में समझौता हुआ। विवाद की वजह से कंपनी को घाटा उठाना पड़ा। कई रेस्टोरेंट बंद हुए। 1996 से 2019 तक कंपनी को करीब 421 करोड़ रुपए का घाटा हुआ। फिलहाल भारत में कंपनी के 500 से भी ज्यादा रेस्टोरेंट हैं।

लिओनार्दो दा विंची का जन्मः लिओनार्दो दा विंची यानी विंची का रहने वाला लिओनार्दो, जिन्हें कभी अपने पिता का अंतिम नाम नहीं मिला, क्योंकि उनके जन्म के वक्त उनके माता-पिता की शादी नहीं हुई थी। 15 अप्रैल 1452 को जन्मे लिओनार्दो दा विंची ने 14 साल की उम्र में शौकिया तौर पर मूर्तियां बनानी शुरू की। इस आयु में उन्होंने ऐसी मूर्तियां बनाई, जिनकी सभी ने प्रशंसा की। उनकी प्रतिभा को देखकर पिता ने इन्हें जाने-माने मूर्तिकार के पास भेज दिया। इसके बाद लिओनार्दो दा विंची ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।

उनकी बनाई मशहूर पेटिंग मोना लिसा फ्रांस की राजधानी पेरिस के लूव्र म्यूजियम में है। हर साल इसे देखने लाखों लोग लूव्र पहुंचते हैं। मोनालिसा पेंटिंग के ऊपर पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा रिसर्च हुई है, उसके बाद भी आज तक ये सबसे रहस्यमयी पेंटिंग बनी हुई है। कहा जाता है कि इस पेंटिंग में लिओनार्दो लगातार बदलाव करते रहते थे, क्योंकि उन्हें लगता था कि ये पेंटिंग अभी पूरी तरह बनी नहीं है। आइए एक नजर डालते हैं देश और दुनिया में 15 अप्रैल की महत्वपूर्ण घटनाओं पर..

1452: इटली के महान चित्रकार लिओनादो दा विंची का जन्म।
1469 : सिख धर्म के संस्थापक श्री गुरू नानक देव जी का जन्म।
1689: फ्रांस ने स्पेन के खिलाफ युद्ध की घोषणा की।
1715: दक्षिण कैरोलिना में यकाय युद्ध की शुरुआत पोकोलागो नरसंहार से हुई।
1716: ग्रेट नॉर्दर्न वॉर: प्रशियाई सैनिकों ने स्वीडन के जर्मन नियंत्रण विस्मर के बंदरगाह पर कब्जा कर किया।
1726: न्यूटन विलियम ने सुप्रीम पी आइजैक स्टैकली को अपने गुरुत्वाकर्षण के सिद्धांत बारे में बताया।
1729 : लीपज़िग के शहर जोहान सेबस्टियन बाख में “सेंट मैथ्यू पैशन” का उद्घाटन हुआ।
1755: शमूएल जॉनसन का “ए डिक्शनरी ऑफ द इंग्लिश लैंग्वेज” लंदन में प्रकाशित की गयी।
1817: अमेरिका में बधिर बच्चों के लिए पहला स्कूल खोला गया।
1820: वुर्टेमबर्ग के राजा विलियम-I ने अपने चचेरे भाई पॉलिन थेरेसे से स्टटगार्ट में शादी की।
1840: किंग्स कॉलेज अस्पताल लंदन में खुला।
1847: लॉरेंस स्कूल सानवार की स्थापना की गयी।
1858: अज़ीमघुर की लड़ाई, मैक्सिकन स्पैनिश को हराया।
1877: टोक्यो विश्वविद्यालय आधिकारिक तौर पर जापान में स्थापित किया गया।
1892: जनरल इलेक्ट्रिक कंपनी न्यूयॉर्क में स्थापित की गयी।
1895: बाल गंगाधर तिलक ने राजगढ़ किले में शिवाजी उत्सव का उद्घाटन किया।
1922: महान पूडल डॉग रेस्तरां सैन फ्रांसिस्को में बंद किया गया।
1923: डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए इंन्सुलिन बाजार में उपलब्ध हुआ।
1927: स्विट्जरलैंड और तत्कालीन सोवियत संघ राजनयिक संबंध बनाने पर सहमत हुए।
1940: भारत के प्रसिद्ध सारंगी वादक और शास्त्रीय गायक सुल्तान खान का जन्म।
1948: हिमाचल प्रदेश की स्थापना।
1966: चित्रकार नंदलाल बोस का निधन।
1976: भारत ने 15 साल में पहली बार बीजिंग में अपना दूत भेजने की घोषणा की।
1980: भारत में 6 गैर-सरकारी बैंक राष्ट्रीयकृत किए गए।
1981: पाकिस्तान एयरवेज के अगवा बोइंग 720 विमान को दो हफ्ते बाद सीरिया से छुड़ाया गया। इसमें सवार 147 लोगों को छुड़ाने के लिए पाकिस्तान सरकार को जेल में बंद 54 लोगों को छोड़ना पड़ा।
1994: भारत ने 124 अन्य देशों के साथ जनरल एग्रीमेंट ऑफ ट्रेड एंड टैरिफ यानी ‘गैट’ समझौते पर हस्ताक्षर किए।
1998: थम्पी गुरु के नाम से प्रसिद्ध फ़्रेडरिक लेंज का निधन।
1999: पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो तथा उनके पति आसिफ़ अली जरदारी को सरकारी ठेकों में दलाली खाने के आरोप में पांच वर्ष की क़ैद की सज़ा।
2002: चीन का विमान दक्षिण कोरिया में दुर्घटनाग्रस्त हुआ, 128 लोगों की मौत।
2004: फ्रांस के राष्ट्रपति जैक शिराक ने उस कानून पर हस्ताक्षर किए, जिसके जरिए सरकारी स्कूलों में किसी भी तरह के धार्मिक चिन्ह पहनने पर पाबंदी लगा दी गई।
2012: पाकिस्तान की एक जेल पर हमले के बाद 400 आतंकवादी फरार हुए।
2013: इराक में बम विस्फोट से 33 मरे, 163 घायल।
2013> निकोलस मदुरो वेनेजुएला के राष्ट्रपति बने।
2019: फ्रांस की राजधानी पेरिस के ऐतिहासिक गिरजाघर नोट्रे-डैम कैथेड्रल में आग लग गई। यूनेस्को ने 1991 में इसे वैश्विक धरोहर घोषित किया था।

General Desk

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