दिल्लीः आज 31 मार्च यानी बॉलीवुड की ट्रेजडी क्वीन कही जाने वाली मीना कुमारी की पुण्यतिथि है। मीरा कुमारी ने 38 साल की उम्र में आज के ही दिन यानी 31 मार्च 1972 को इस दुनिया को अलविदा कह दिया था। 31 मार्च को उनकी डेथ एनिवर्सरी मनाई जाती है। एक्ट्रेस की हर बात निराली हुआ करती थी, तभी तो उनके किस्से आज भी मशहूर हैं, लेकिन मीना कुमारी के बारे में आप ये जानते हैं कि वह अपना बांया हाथ अक्सर दुपट्टे से क्यों छुपाया करती थीं। वहीं एक बार एक डायरेक्टर को सबक सिखाने के बदले उन्हें सबके सामने 31 चांटे खाने पड़े थे।
मीना कुमारी तब तक बेहद फेमस एक्ट्रेस हो चुकी थीं। उनकी ख्याति दूर दूर तक थ। एक बार एक बड़े फिल्म मेकर ने उनके साथ बदतमीजी की, जिसके बदले उसे एक्ट्रेस के हाथों चांटे खाने पड़े थे। दरअसल, शूटिंग के पहले ही दिन प्रोड्यूसर ने मीना के कमरे में बड़ी सी टेबल लगवाई और लंच साथ करने का ऐलान किया। लंच के दौरान वह शख्स मीना से बदतमीजी करने लगा। उनके पैर पर पैर रखकर बैठ गया और मीना के हाथ अपने हाथों में लेकर चूमने लगा। ये बदतमीजी मीना को रास नहीं आई। उन्हें जबरदस्त गुस्सा आया और सबके सामने उस फिल्म मेकर को चांटा जड़ दिया। मीना के हाथों थप्पड़ खाकर वो शख्स गुस्से से भर गया, लेकिन सबके सामने ये दिखाया कि ये एक तरह का रिहर्सल था. जो वह मीना से चाह रहा था, उन्होंने वैसा ही रिएक्ट किया. लेकिन उस फिल्म मेकर ने अंदर ही अंदर एक्ट्रेस से बदला लेने का प्लान बना लिया। इसके लिए उसने फिल्म की स्क्रिप्ट में अलग से एक ऐसा सीन ऐड कराया, जहां हीरो को हीरोइन मीना कुमारी को चांटा मारना था। डायरेक्टर ने कुछ ना कुछ बहाने बनाकर 31 टेक करवाए। इस दौरान मीना को हीरो ने 31 बार चांटा जड़ा, उनके गाल लाल हो गए थे. सीन पूरा होते ही मीना अपने कमरे में जाकर घंटों रोई थीं।
डॉ. बीआर अंबेडकर को मिला था भारत रत्नः देश के संविधान निर्माता डॉ भीमराव आंबेडकर को 31 मार्च 1990 को मरणोपरांत सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से सम्मानित करके देश और समाज के प्रति उनके अमूल्य योगदान को नमन किया गया।
‘बाबासाहब’ भीमराव आंबेडकर ने भारत की आज़ादी की लड़ाई में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया था और जीवनभर सामाजिक भेदभाव के खिलाफ लड़ते रहे। आजादी के बाद उनकी भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो गई, जब उन्हें राष्ट्र के संविधान निर्माण का दायित्व सौंपा गया। आइए एक नजर डालते हैं देश और दुनियया में 31 मार्च को घटित हुईं महत्वपूर्ण घटनाओं पर…
1504: सिक्खों के दूसरे गुरु गुरु अंगद देव का जन्म।
1727: महान भौतिकशास्त्री आइजैक न्यूटन का निधन।
1774: भारत में डाक सेवा का पहला कार्यालय खुला।
1865: भारत की प्रथम महिला डॉक्टर आनंदी गोपाल जोशी का जन्म।
1867: मुंबई में प्रार्थना समाज की स्थापना हुई।
1870: अमेरिका में पहली बार किसी अश्वेत नागरिक ने वोट दिया।
1889: फ्रांस में एफिल टावर को आधिकारिक रूप से खोला गया।
1917: अमेरिका ने डेनिश वेस्ट इंडीज खरीदा और उसका नाम वर्जिन आइलैंड रखा।
1921: रॉयल ऑस्ट्रेलिया एयरफोर्स की स्थापना हुई।
1930: प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी एवं लेखक श्यामजी कृष्ण वर्मा का निधन हुआ।
1934: अंग्रेज़ी और मलयालम की प्रसिद्ध लेखिका कमला दास का जन्म।
1938: भारत की प्रसिद्ध महिला राजनीतिज्ञ तथा दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का जन्म।
1945: प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ, पहली महिला लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार का जन्म।
1959: बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा को तिब्बत से निर्वासन के बाद भारत में शरण दी गई।
1964: बंबई (मुंबई) में इलेक्ट्रिक ट्राम आखिरी बार चली।
1966: सोवियत रूस ने पहला चंद्रयान लूना10 लांच किया।
1972: भारतीय अभिनेत्री मीना कुमारी का निधन।
1979: माल्टा ने ब्रिटेन से स्वतंत्रता की घोषणा की।
1983: कोलंबिया के पोपायन में आए विनाशकारी भूंकप में 500 लोगों की मौत हुई।
1997: वासलेव क्लार्क को नया नाटो सैनिक कमांडर नियुक्त किया गया।
2005: संयुक्त राष्ट्र ने उत्तर कोरिया को अनाज की आपूर्ति रोकी।
2007: विश्व तैराकी चैम्पियनशिप में माइकल फ़ेल्प्स ने छह स्वर्ण पदक जीते।
2008: पाकिस्तान में वायुसेना की बस के पास बम विस्फोट में 12 लोग मारे गए।
2011: जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक भारत की आबादी बढ़कर 121 करोड़ (एक अरब 21 करोड़) हो गई है। दस साल पहले हुई गणना के मुकाबले यह 17.64 फ़ीसदी ज़्यादा है।