दिल्लीः भारतीय सेना के तीनों अंगों यानी थल सेना, वायु सेना और नौसेना को मिलाकर 1.55 लाख पद खाली हैं। यह जानकारी रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट ने सोमवार को राज्यसभा दी। भट्ट ने एक लिखित जवाब में रक्षा बताया कि सशस्त्र बलों के कर्मियों की कमी की नियमित रूप से समीक्षा की जाती है। इन पदों को भरने और युवाओं को आकर्षित करने के लिए पहल की भी शुरुआत की गई है।
उन्होंने कहा कि मिलिट्री नर्सिंग सर्विस (एमएनएस) में 509 पद खाली हैं और जेसीओ तथा अन्य रैंक के 1,27,673 पद भी खाली हैं। मंत्री ने कहा कि सेना द्वारा नियोजित नागरिकों में ग्रुप ए में 252 रिक्त पद हैं, ग्रुप बी में 2,549 रिक्तियां हैं और ग्रुप सी में 35,368 रिक्तियां हैं।
वहीं, नौसेना में 12,428 पद खाली हैं। राज्य मंत्री के मुताबिक नौसेना में 1,653 अधिकारियों, 29 चिकित्सा और दंत चिकित्सा अधिकारियों और 10,746 नाविकों की भी कमी है। सिविलियन कर्मचारियों में ग्रुप ए में 165, ग्रुप बी में 4207 और ग्रुप सी में 6,156 पद खाली हैं।
अजय भट्ट के जवाब के मुताबिक भारतीय वायुसेना में 7,031 पद खाली है। इनमें 721 अधिकारियों, 16 चिकित्सा अधिकारियों, 4734 एयरमैन व चिकित्सा सहायक ट्रेड के 113 पद खाली हैं। राज्य मंत्री के मुताबिक खाली पड़े पदों की समीक्षा के बाद नियुक्तियां की जाती हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि जल्द ही इन पदों को भरने के लिए रिक्रूटमेंट ड्राइव आयोजित कराई जाएगी। हालांकि, इतने ज्यादा पदों पर भर्तियों के लिए कई चरण में ड्राइव आयोजित की जाएगी। ऐसे में माना जा रहा है कि जल्द कुछ हजार पदों पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया जा सकता है। हालांकि, नोटिफिकेशन को लेकर अभी सरकार की तरफ से या फिर इंडियन आर्मी की तरफ से कोई ऑफिशियल बयान नहीं दिया गया है।