मुंबईः साउथ इंडियन फिल्म ‘आरआरआर’ ने ऑस्कर जीतकर इतिहास रच दिया। इस फिल्म के गाने ‘नाटू नाटू’ ने बेस्ट ऑरिजनल सॉन्ग का एकेडमी अवॉर्ड जीता, लेकिन पुरस्कार जीतने के तुरंत बाद ही कई तरह की अफवाहें फैलने लगीं। कुछ ने दावा किया कि RRR की टीम ने ऑस्कर कैंपेन के लिए 80 करोड़ रुपये खर्च किए थे। अन्य ने कहा कि टीम ने ऑस्कर में भाग लेने के लिए लाखों खर्च किए। अब एसएस राजामौली के बेटे एसएस कार्तिकेय ने इन अफवाहों पर रिएक्ट किया है।
95वें अकादमी पुरस्कार में ऑस्कर अवॉर्ड जीतकर भारत का नाम रोशन करने वाली फिल्म ‘आरआरआर’को लेकर फैंस अभी खुशी ही मना रहे थे, तभी अचानक इस अवॉर्ड को पैसे देकर खरीदे जाने की खबरों ने तूल पकड़ ली। पिछले कई दिनों से इस बात की चर्चा है कि ‘आरआरआर’ के लिए ऑस्कर अवॉर्ड खरीदे गए थे। इसके लिए टीम ने 80 करोड़ खर्च भी किए थे। वहीं, अवॉर्ड के लिए पैसे खर्च करने की असल सच्चाई क्या है, इसका खुलासा फिल्म के निर्देशक एसएस राजामौली के बेटे कार्तिकेय ने किया है।
फिल्म ‘आरआरआर’ के डायरेक्टर एसएस राजामौली के बेटे एसएस कार्तिकेय (SS Karthikeya) ने आखिरकार फिल्म के ऑस्कर कैंपेन के लिए खर्च किए गए रुपयों को लेकर सभी तरह की अफवाहों को खंडित किया है। कार्तिकेय ने खुलासा किया है कि मुझे नहीं पता कि ऐसी अफवाह क्यों है कि आरआरआर टीम ने ऑस्कर कैंपेन के लिए बहुत पैसा खर्च किया है। हम निश्चित तौर पर ऑस्कर के लिए प्रचार करना चाहते थे, क्योंकि दर्शकों को फिल्म पसंद आई थी। हमने पब्लिसिटी बजट के अनुसार खर्च किया। हमने सब कुछ प्लानिंग के अनुसार किया।
एसएस कार्तिकेय (SS Karthikeya) ने आखिरकार फिल्म के ऑस्कर कैंपेन के लिए खर्च किए गए रुपयों को लेकर सभी तरह की अफवाहों को खंडित किया है। हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कार्तिकेय ने खुलासा किया है, ‘मुझे नहीं पता कि ऐसी अफवाह क्यों है कि आरआरआर टीम ने ऑस्कर कैंपेन के लिए बहुत पैसा खर्च किया है। हम निश्चित तौर पर ऑस्कर के लिए प्रचार करना चाहते थे, क्योंकि दर्शकों को फिल्म पसंद आई थी। हमने पब्लिसिटी बजट के अनुसार खर्च किया। हमने सब कुछ प्लानिंग के अनुसार किया।’
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कार्तिकेय ने ‘आरआरआर’ के कैंपेन पर खर्च की गई सटीक राशि का भी खुलासा किया। उन्होंने खुलासा किया, “वेस्ट में, हॉलीवुड फिल्ममेकर ऑस्कर कैंपेन के लिए कई स्टूडियो का रुख करते हैं। हमारे पास वह मौका नहीं था। कैंपेन के लिए नियोजित बजट 5 करोड़ रुपये है। यह हमें बहुत ज्यादा लग रहा था। हमने जितना हो सके, लागत कम करने की कोशिश की। हम इसे तीन फेज में खर्च करना चाहते थे। पहले फेज में हमने 3 करोड़ रुपये खर्च किए। नॉमिनेशन के बाद, हमने बजट बढ़ाया। हमने सोचा कि पूरे कैंपेन के लिए ये 5-6 करोड़ रुपये होगा, लेकिन फाइनली ये 8.5 करोड़ रुपये था। न्यूयॉर्क और लॉस एंजेलिस में ज्यादा स्क्रीनिंग की जानी थी।’
आपको बता दें कि येऐसे भी दावे किए गए थे कि ‘आरआरआर’ की टीम को ऑस्कर में शामिल होने के लिए 25,000 डॉलर से ज्यादा का भुगतान करना पड़ा था। कार्तिकेय ने इन अफवाहों पर रिएक्ट करते हुए कहा, ‘जूनियर एनटीआर, राम चरण, प्रेम रक्षित, राहुल सिपलीगंज और काल भैरव को ऑस्कर कमेटी द्वारा इनवाइट किया गया था। नॉमिनेशन में एमएम कीरवानी और चंद्र बोस थे। उनके अलावा जो नॉमिनेशन में हैं या कमेटी द्वारा बुलाए गए हैं, उन्हें ऑस्कर टिकट खरीदना होगा। इसके लिए नॉमिनी को ऑस्कर कमेटी को एक ई-मेल भेजना होगा। साथ ही कई तरह के वर्ग (क्लास) होते हैं। कीरवानी ने हमारे परिवार के लिए ऑस्कर को ईमेल किया और सबकुछ चेक करने के बाद उन्होंने मेल का जवाब दिया और एक लिंक भेजा। इसलिए हमने हर टिकट 1500 डॉलर में खरीदा। ये लोवर लेवल है। हमने और 750 डॉलर खर्च करके चार लोगों को टॉप पर बैठकर देखने के लिए खर्च किया। हमने टिकट खरीद लिए हैं। ये सब ऑफिशियल तौर पर किया गया है।’