दिल्लीः वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के मद्देनजर भारत में एक बार फिर स्थिति बगड़ने लगी है। पिछले एक सप्ताह में देश में संक्रमण के मामलों में 78% की वृद्ध दर्ज की गई है। देश के विभिन्न हिस्सों में पिछले हफ्ते यानी 19 से 25 मार्च के बीच 8781 नए कोरोना मरीजों की पहचान हुई। इसके पहले 12 से 18 मार्च के बीच देश में 4929 संक्रमित पाए गए थे।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से लेकर यूपी, महाराष्ट्र समेत देशभर के कई राज्यों में कोविड केस बढ़ रहे हैं। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के एक आवासीय स्कूल में 38 छात्राएं और एक टीचर कोरोना पॉजिटिव मिलने से इलाके में डर का माहौल पैदा हो गया है। वहीं दिल्ली में भी कोरोना का पॉजिटिव रेट 9 फीसदी से ज्यादा हो गया है। महाराष्ट्र में कोरोना मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। कोविड के बढ़ते मामलो को लेकर रविवार को मन की बात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को सचेत किया। इससे पहले भी उन्होंने हेल्थ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण आज शाम कोविड-19 की तैयारियों की समीक्षा के लिए राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक बैठक करेंगे।
केंद्र सरकार ने कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर 10-11 अप्रैल को राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल आयोजित करने का फैसला लिया है। इस मॉक ड्रिल में कोरोना के कहर से निपटने के लिए तैयारियों का जायजा लिया जाएगा। इसको लेकर आज केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक बैठक करेंगे। बैठक में मॉकड्रिल की जानकारी भी दी जाएगी।
इसके अलावा कोरोना के बढ़ते मामलों से निपटने की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मॉकड्रिल में सभी राज्यों को शामिल होने के लिए भी कहा गया है। अप्रैल की 10 और 11 तारीख को होने वाली मॉकड्रिल में आईसीयू बेड, मेडिकल इक्विपमेंट्स, ऑक्सीजन और मैनपावर की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) द्वारा शनिवार को जारी एक संयुक्त एडवाइजरी में कहा गया है कि पिछले कई हफ्तों में कुछ राज्यों में COVID-19 की टेस्टिंग में गिरावट आई है। साथ ही यह भी पाया गया है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा निर्धारित मानकों की तुलना में वर्तमान में परीक्षण स्तर अपर्याप्त हैं। इसको देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और ICMR ने सभी राज्यों को कोरोना जांच में बढ़ावा देने और लक्षणों की जानकारी देने के लिए भी कहा है।
इसमें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के परामर्श के मुताबिक लोगों को कोविड के लिए तय सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने की सलाह दी गई है। इसके साथ ही लोगों से भीड़भाड़ और बंद स्थानों में मास्क पहनने की सलाह दी है। साथ ही इसमें बार-बार साबुन से हाथ धोने और सार्वजनिक स्थानों पर थूकने से बचने की सलाह दी गई है।