दिल्ली डेस्करः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिख समुदाय के लिए बहुत कुछ किया है। यह कहना है दल खालसा संगठन के संस्थापक एवं पूर्व खालिस्तानी नेता जसवंत सिंह ठेकेदार का। ठेकेदार ने पीएम  मोदी सिख समुदाय का काफी सम्मान करते हैं। इस समुदाय के लोगों के लिए उन्होंने कई काम किए हैं। उन्होंने करतारपुर कॉरिडोर खुलवाया, छोटे साहिबजादों के बारे में लोगों को जागरुक किया और लोगों को ब्लैकलिस्ट करने पर रोक लगाई। उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि मोदी सरकार ने कई बड़ी मांगें मान ली हैं और कुछ और मानी जाने वाली हैं।

इस दौरान पूर्व खालिस्तानी नेता ठेकेदार ने वारिस पंजाब दे संगठन के मुखिया अमृतपाल सिंह की  आलोचना की। आपको बता दें कि अमृतपाल सिंह बीते दिनों पंजाब के अजनाला में पुलिस के साथ झड़प के मामले को लेकर चर्चा में आया था। ठेकेदार ने कहा कि अमृतपाल सिंह खालिस्तान के बारे में कुछ नहीं जानता। उन्होंने कहा कि अमृतपाल खालिस्तानी नहीं है और वह इसके बारे में कुछ नहीं जानता, लेकिन वह खालिस्तान के नाम पर काफी पैसा कमा लेगा।

ठेकेदार ने पाकिस्तानी खूफिया एजेंसी आईएसआई पर गंभीर आरोप लगाया और कहा कि आईएसआई अमृतपाल सिंह को औजार की तरह इस्तेमाल कर रही है, लेकिन वह हमेशा इसका इस्तेमाल नहीं करेगी। जब अमृतपाल उनके लिए मददगार नहीं रहेगा तो उसकी जगह किसी और को पकड़ लेगी। पूर्व खालिस्तानी नेता ने कहा कि पाकिस्तान जानता है कि अगर खालिस्तान बना तो खालिस्तानियों का अगला टारगेट लाहौर होगा। इसलिए पाकिस्तान भी ऐसा नहीं होने देगा। उन्होंने कहा कि खालिस्तान का असल दुश्मन भारत नहीं बल्कि पाकिस्तान है।

उन्होंने आम आदमी पार्टी पर खालिस्तान समर्थकों पर नरमी बरतने का आरोप लगाया और कहा कि भगवंत मान की सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई ना कर खालिस्तान मूवमेंट को फिर से सक्रिय होने में मदद कर रही है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार खालिस्तानियों से निपटने में सक्षम नहीं है।

ठेकेदार ने कहा कि अगर सरकार खालिस्तान नेताओं की मांगें मान लेती है तो यह मूवमेंट खत्म हो जाएगी। जसवंत सिंह ने कहा कि सिख राजनैतिक कैदियों की रिहाई, सिखों को धारा 25बी-2 से हटाना जैसी मांगें मानने से खालिस्तान मूवमेंट अपने आप कमजोर हो जाएगा। साथ ही अगर सरकार मांगें मानती है तो इससे देश को भी कोई नुकसान नहीं होगा।

उन्होंने खालिस्तान के लिए हो रहे जनमत को साजिश बताया और कहा कि कुछ देशों में प्रतिबंधित संगठन ये पाखंड कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ‘जिस जनमत की बात कर रहे हैं उसकी मांग पंजाब ने नहीं की है। एक संगठन आईएसआई के निर्देश पर ऐसा कर रहा है। अगर भारतीय पासपोर्ट धारक या भारतीय नागरिक इसकी मांग करते हैं तो समझ आता है लेकिन जो कनाडा, अमेरिका या ब्रिटेन के नागरिक हैं और वो वोट कर रहे हैं तो उन्हें इसका कोई अधिकार नहीं है।’

आपको बता दें कि पिछले दिनों प्रधानमंत्री मोदी ने अपने आधिकारिक आवास 07 लोक कल्याण मार्ग पर सिख समुदाय के प्रतिनिधियों से मुलाकात की थी। इस दौरान भी सिख प्रतिनिधिमंडल ने सिख समुदाय के कल्याण के लिए किए जा रहे कामों के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया। खासकर 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के रूप में  मनाने के फैसले की तारीफ की। प्रधानमंत्री ने सिख नेताओं से कहा कि देश के कई लोग आज भी चार साहिबजादों के बारे में नहीं जानते हैं। इससे लोग उनके बारे में जानेंगे।

पूर्व खालिस्तानी नेता ने कहा कि अफगानिस्तान से गुरु ग्रंथ साहिब को पूरे सम्मान के साथ वापस लाने के लिए भी सरकार ने विशेष इंतजाम किए। सिखों के तीर्थस्थान करतारपुर साहिब कॉरिडोर को खोलने के लिए विभिन्न चैनल्स से सरकार के स्तर पर बातचीत की। जसंवत सिंह ने सीएए कानून के फायदों पर भी बात की और कहा कि इससे सिख समुदाय को फायदा होगा और उन्हें सरकार से मदद मिल सकेगी।

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