Subscribe for notification
ट्रेंड्स

देशभर में होली की धूमः राष्ट्रपति मुर्मू और पीएम मोदी ने दी देशवासियों को रंगोत्सव की बधाई

दिल्लीः रंगोत्सव का त्योहार होली होली आज देशभर में धूमधाम से मनाई जा रही है। लोग घरों मे, गलियों-मोहल्लों में, मंदिरों में, घाटों पर रंग-गुलाल उड़ा रहे हैं। बच्चे छतों की मुंडेर पर, घरों की बालकनी में पानी वाले गुब्बारे लेकर बैठे हैं। एक दूसरे को पिचकारी से रंग रहे हैं। देशभर से होली खेलने की शानदार तस्वीरें और वीडियो सामने आ रहे हैं। लोग अपनों के बीच इस रंगों के त्योहार को जमकर सेलिब्रेट कर रहे हैं।

इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित विभिन्न नेताओं  ने देशवासियों को होली की शुभकामनाएं दीं।

राष्ट्रपति ने ट्विट कर कहा….

वहीं पीएम मोदी ने ट्वीट किया….

आपको बता दें कि इस साल होलिका दहन सोमवार और मंगलवार को हुआ। ऐसा इसलिए, क्योंकि पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि पर होलिका पूजन की मान्यता है। पूर्णिमा 6 और 7 मार्च दोनों दिन है। 28 साल पहले 26 मार्च 1994 को ऐसा ही हुआ था। तब भी पूर्णिमा तिथि दो दिन थी और सूर्यास्त के बाद शुरू होकर अगले दिन सूर्यास्त से पहले खत्म हो गई थी।

होली से जुड़ी मान्यताएं…

  • बसंत ऋतु के आने पर मौसम सुहाना हो जाता है। इस वक्त न तो ज्यादा गर्मी होती है और न ही ज्यादा ठंड। ज्यादातर सभ्यताओं में आग और पानी से जुड़े पर्व वसंत के स्वागत में हैं। होली भी वसंत का रूप है। पुराने समय में रंग उड़ाकर इस ऋतु के आने पर उत्सव मनाते थे। इसलिए इसे वसंतोत्सव भी कहते हैं।
  • फाल्गुन महीने की पूर्णिमा को कश्यप ऋषि के द्वारा अनुसूया के गर्भ से चंद्रमा का जन्म हुआ था। इसलिए इस तिथि पर चंद्रमा की विशेष पूजा और अर्घ्य देने का विधान बताया गया है। फाल्गुन महीने की पूर्णिमा पर चंद्रमा की पूजा करने से रोग नाश होता है। इस त्योहार पर पानी में दूध मिलाकर चंद्रमा को अर्घ्य देना चाहिए।
  • समुद्र मंथन के दौरान फाल्गुन पूर्णिमा पर महालक्ष्मी अवतरित हुई थीं। यही कारण है कि लक्ष्मी जयंती फाल्गुन पूर्णिमा को मनाई जाती है। लक्ष्मी जयंती के दिन को काफी शुभ माना जाता है, इस दिन किसी भी काम की शुरुआत कर सकते हैं। इस दिन मां लक्ष्मी के साथ भगवान विष्णु की पूजा भी की जाती है।
  • पुराने समय में फाल्गुन महीने की पूर्णिमा पर फसलें पक जाती थीं। तब उत्सव मनाते थे। ये परंपरा आज भी है। होली के वक्त खासतौर पर गेहूं की फसल पक जाती है।
  • इस फसल के पकने की खुशी में होली मनाने की परंपरा है। इसलिए किसान जलती हुई होली में नई फसल का कुछ हिस्सा चढ़ाते हैं और खुशियां मनाते हैं। होली की आग में इसलिए डालते हैं क्योंकि आग के जरीये ही वो भगवान तक पहुंचती है। इसे यज्ञ की तरह माना गया है।
General Desk

Recent Posts

श्री श्याम संकीर्तन महोत्सव में शामिल हुए दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता और कई मंत्री

संवाददाताः संतोष कुमार दुबे दिल्ली: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता रविवार को श्री श्याम कृपा मंडल खारी बावली 21वें वार्षिक…

1 day ago

सरकार के साथ मिलकर दिल्ली को खूबसूरत और वैश्विक स्तर का शहर बनाने का काम करेगी बीजेपी संगठन

संवाददाताः संतोष कुमार दुबे दिल्लीः दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि पार्टी संगठन सरकार से साथ…

1 day ago

सीएम रेखा गुप्ता ने पूर्वांचलवासियों को बताया हनुमान, बोलीं…आपकी तपस्या, मेहनत, लगन और समर्पण से मिली है बीजेपी को जीत

संवाददाताः संतोष कुमार दुबे दिल्लीः दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने पूर्वांचलवासियों को हनुमान की उपाधि देते हुए कहा है…

1 day ago

आबकारी नीति में AAP ने तीन ब्रांडों महादेव,इंडो स्पिट,ब्रिंडको को पहुंचाया फायदाः सचदेवा

संवाददाताः संतोष कुमार दुबे दिल्लीः दिल्ली प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष  वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा है कि AAP की सरकार जानता को…

1 day ago

2019 में ही लिखी जा चुकी है जेलेंस्की और ट्रम्प के बीच हुई नोंक-झोंक की पटकथा, पढ़िये पूरी कहानी

वाशिंगटन: अमेरिका के दौरे पर पहुंचे यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच वाइट हाउस…

2 days ago

दिल्ली में 15 साल पुराने वाहनों को 31 मार्च के बाद नहीं मिलेगा पेट्रोल-डीजल, प्रदूषण कम करने के लिए दिल्ली सरकार ने लिया अहम फैसला

संवाददाताः संतोष कुमार दुबे दिल्लीः वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए दिल्ली सरकार ने शनिवार को अहम फैसले लिये।…

2 days ago