लंदनः कांग्रेस नेता राहुल गांधी इन दिनों मोदी सरकार पर हमलावर है। राहुल ब्रिटेन के सात दिवसीय दौरे पर है। केरल के वायनाड से सांसद राहुल ने लंदन में प्रवासी भारतीयों से बातचीत करते हुए केंद्र सरकार पर हमला बोला। राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पाया कि देश में मुख्य मुद्दे महंगाई, बेरोजगारी हैं। इसके अलावा महिलाओं के खिलाफ हिंसा भी एक छिपा हुआ मुद्दा है।

राहुल ने प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए रविवार को कहा कि मुझे भारतीय राजनीति और वैश्विक राजनीति पर बात करने के लिए कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में बोलने की अनुमति दी गई थी, जो मैंने किया, और वहां काफी अच्छा माहौल है। मैं सोच रहा था कि जब मैं वहां बोल रहा था, यह काफी अजीब है कि एक भारतीय राजनेता कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय और हार्वर्ड विश्वविद्यालय में भाषण दे सकता है, लेकिन वह भारत के एक विश्वविद्यालय में भाषण नहीं दे सकता है। केंद्र पर हमला बोलते हुए राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि विपक्ष को संसद में मुद्दे उठाने की इजाजत नहीं है।

उन्होंने कहा कि एक या दो व्यवसायी लगभग हर व्यवसाय को नियंत्रित करते हैं। वह हाल ही में प्रसिद्ध हुए हैं, आप उनकी संपत्ति पर रिपोर्ट देख सकते हैं। यह भारतीय लोगों की कीमत पर है। एक व्यक्ति अपने राजनीतिक संबंधों के कारण सारा पैसा कमा रहा है।

उन्होंने कहा कि हमारी सरकार विपक्ष के किसी भी विचार और विपक्ष की किसी भी अवधारणा पर चर्चा करने की अनुमति नहीं देती है। संसद भवन में भी ऐसा ही होता है, जब हमें महत्वपूर्ण चीजों के बारे में बात करनी होती है और नोटबंदी, जीएसटी, चीनीयों का हमारे क्षेत्र के अंदर आना जैसे सवालों को उठाने की कोशिश करते हैं, तो हमें उन्हें सदन में उठाने की अनुमति नहीं दी जाती है।

कांग्रेस के पूर्व सांसद ने कहा कि यह एक सच्चाई है, यह शर्मनाक है, लेकिन यह सच है, और यह वह भारत नहीं है जिसके हम सभी आदी हैं। हमारा देश एक खुला देश है जहां हम अपनी बुद्धिमत्ता पर गर्व करते हैं, एक-दूसरे की राय का सम्मान करते हैं, एक-दूसरे की बात सुनते हैं जो अब नष्ट हो चुका है। राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के पीछे का मकसद सीधे जनता के बीच जाना है।

उन्होंने कहा कि भारत में कई महान लोग यात्रा पर गए हैं, सबसे प्रसिद्ध यात्रा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा की गई थी। विवेकानंद जी जाहिर तौर पर देश भर में चले। गुरु नानक जी देश भर में चले। लोगों की एक सूची है, जिन्होंने यात्रा के इस विचार का उपयोग किया। और यह यात्रा वास्तव में एक आत्मनिरीक्षण है, लोगों को सुनने का प्रयास है, और लोगों की आवाज सुनने का प्रयास है। यात्रा के बारे में बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा, महंगाई, बेरोजगारी और महिलाओं के खिलाफ हिंसा देश में प्रमुख मुद्दे हैं।

वहीं बीजेपी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि वह अपनी आलोचनाओं से नहीं डरते हैं और यह ‘साहस तथा कायरता और प्रेम तथा घृणा’ के बीच की लड़ाई है। आगे कहा कि जितना वह मेरे ऊपर हमला करेंगे, मेरे लिए उतना अच्छा होगा, क्योंकि मैं (उन्हें) उतना बेहतर समझ पाउंगा। यह साहस और कायरता के बीच की लड़ाई है। यह सम्मान और अपमान के बीच की लड़ाई है। यह लड़ाई प्रेम और घृणा के बीच है।

वहीं, एक साक्षात्कार में विदेश मंत्री एस. जयशंकर की टिप्पणी के संदर्भ में राहुल गांधी ने कहा कि अगर आप विदेश मंत्री के बयान पर गौर करें तो, उन्होंने कहा कि चीन हमसे कहीं ज्यादा शक्तिशाली है। यह सोचना कि चीन हमसे ज्यादा शक्तिशाली है, मैं उसके खिलाफ कैसे लड़ सकता हूं? इस विचारधारा की जड़ में कायरता है। वहीं, बीजेपी ने राहुल गांधी पर विदेश की धरती पर भारत की छवि खराब करने और चीन की प्रशंसा करने का आरोप लगाया है।

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