दिल्लीः मौजूदा समय में देश के कई हिस्सों विशेषकर दिल्ली-एनसीआर में इन्फ्लूएंजा ए के ‘एच3एन2 वायरस’ (H3N2 Virus) का प्रकोप तेजी से फैल रहा है। काफी संख्या में लोग तेज बुखार, खांसी और सांस से जुड़ी समस्याओं से ग्रसित हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह वायरस केटेगरी के अन्य वायरस की तुलना में घातक है।
आईसीएमार (ICMR) यानी भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के अनुसार 15 दिसंबर के बाद से इसके मामले तेजी से बढ़े हैं। इसकी चपेट में आने वाले लोग जल्दी अस्पतालों में एडमिट हो रहे हैं। इसके लक्षण कोरोना वायरस की तरह हैं, जो 2 से 3 हफ्तों तक रह सकते हैं। इसके लक्षण गंभीर है लेकिन यह जानलेवा नहीं है।
पिछले कुछ हफ्तों में मौसम में बदलाव हुआ है। बदलते मौसम में खांसी और बुखार होना आम समस्या है। चिंता का विषय यह है कि लोग सामान्य खांसी-बुखार या फिर एच3एन2 वायरस से पैदा हुए लक्षणों के बीच अंतर को समझ नहीं पा रहे हैं। चलिए जानते हैं कि एच3एन2 वायरस की वजह से लक्षण पैदा हो रहे हैं, वो किस तरह पीड़ित को प्रभावित कर सकते हैं और आपको क्या करना चाहिए।
आईसीएमआर के मुताबिक, पिछले महीनों में H3N2 वायरस की चपेट में आए और अस्पताल में भर्ती मरीजों में 92% मरीजों में बुखार, 86% को खांसी, 27% को सांस फूलना, 16% को घरघराहट की समस्या थी। संस्था ने अपनी रिपोर्ट में पाया कि 16% रोगियों को निमोनिया था और 6% को दौरे पड़ते थे। वायरस के कारण होने वाले सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन से पीड़ित लगभग 10% रोगियों को ऑक्सीजन और 7% को ICU देखभाल की आवश्यकता होती है।
Influenza A subtype H3N2 is the major cause of current respiratory illness. ICMR-DHR established pan respiratory virus surveillance across 30 VRDLs. Surveillance dashboard is accessible at https://t.co/Rx3eKefgFf@mansukhmandviya @DrBharatippawar @MoHFW_INDIA @DeptHealthRes pic.twitter.com/3ciCgsxFh0
— ICMR (@ICMRDELHI) March 3, 2023
तेज बुखारः बताया जा रहा है कि इस वायरस की चपेट में आने से आपको हाई ग्रेड फीवर हो सकता है जिसके साथ आपको कंपकपी भी हो सकती है। रिपोर्ट में बताया गया है कि अधिकतर लोगों ने तेज बुखार महसूस किया।
लगातार खांसीः H3N2 वायरस की चपेट में आने से आपको बुखार के साथ लगातर खांसी भी महसूस हो सकती है। यह खांसी कई आम खांसी नहीं होती है बल्कि आपको परेशान कर सकती है। खांसी के साथ-साथ आपका गला बैठ सकता है और आवाज में परिवर्तन हो सकता है।
हफ्तों तक रह सकते हैं लक्षणः H3N2 वायरस से पैदा हुए लक्षण दो से तीन हफ्तों तक रहे सकते हैं। ज्यादातर पीड़ितों को दो से तीन दिन तेज बुखार रहता है। इसके साथ बदन दर्द, सिरदर्द और गले में बेचैनी महसूस हो सकती है। खांसी आपको दो से तीन महीने तक रहे सकती है।
बताया जा रहा है कि एच3एन2 वायरस की चपेट में आने वाले लोगों में बुखार-खांसी के अलावा सर्दी, लंग एलर्जी जैसे ब्रोंकाइटिस, सांस लेने में कठिनाई, सीने में बेचैनी जैसे लक्षण भी महसूस हो रहे हैं।
कैसे करें बचावः आईसीएमआर ने अपने ट्विटर हैंडल से जानकारी दी है कि एच3एन2 वायरस से बचने और इसे कंट्रोल करने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। जैसे…
- हाथों को साबुन और पानी से धोएं
- कोरोना की तरह अभी मास्क लगाएं
- नाक और आंखों को छूने से बचें
- छींकते या खांसते समय मुंह और नाक को कवर करें
- तरल पदार्थों का खूब सेवन करें
- बुखार और बदन दर्द होने पर पेरासिटामोल लें