मुंबईः यह सभी जानते हैं कि मनोज वाजपेयी बॉलीवुड के एक बेहतरीन अभिनेता है, लेकिन इसके साथ ही साथ वह एक अच्छे डांसर भी हैं। हालांकि इस बात को बहुत कम लोग जानते हैं। इसकी वजह है कि अभिनेता मनोज वायपेयी ने अपनी इस कला का प्रदर्शन कभी किया ही नहीं। वह बस अपने अभिनय से ही दर्शकों को एंटरटेन करते रहे और अलग-अलग किरदारों से पर्दे पर अपनी एक अलग छाप छोड़ने में मशरूफ रहे। अब मनोज वायपेयी ने खुद इस बात का खुलासा किया है कि वह एक ट्रेन्ड डांसर थे, लेकिन ऋतिक रोशन की वजह से उन्होंने इसे त्याग दिया था। ऐसा क्यों, आइए उनकी जुबानी बताते हैं।
दरअसल, मनोज बाजपेयी (Manoj Bajpayee) अपनी अपकमिंग फिल्म ‘गुलमोहर’ (Gulmohar) का प्रमोशन कर रहे हैं। इसके लिए वह एक चैट शो में पहुंचे। वहां इन्होंने बताया कि थिएटर के समय से ही ये शर्तें होती थीं कि आर्टिस्ट को गाना आना चाहिए। उसे पता होना चाहिए कि कैसे गाना है। जबकि वह तो डांस के शौकीन थे। इतना ही नहीं, उन्होंने जब तक बॉलीवुड एक्टर ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan) को पर्दे पर डांस करते नहीं देखा था, तब तक वह बतौर डांसर अपनी प्रतिभा तो पर्दे पर दिखाने के बारे में सोच रहे थे।
अभिनेता मनोज बाजपेयी ने बताया कि जब उन्होंने ऋतिक रोशन को डांस करते देखा तो उन्होंने कहा कि अब वह ये नहीं सीख सकते हैं। मनोज बाजपेयी ने कहा, ‘मैं डांस में ट्रेन्ड हूं लेकिन जब ऋतिक आया ना, मैंने ऋतिक को देखा तो मैंने कहा आज के बाद डांसिंग का ख्वॉब बंद क्योंकि अब ये नहीं सीख सकता मैं।’ एक्टर ने अपनी फिल्म ‘सत्या’ के पॉपुलर गाने ‘सपने में मिलती है’ की परफॉर्मेंस को याद किया और बताया कि वह उन्होंने ऋतिक के डेब्यू के पहले ही किया था जो डांस था।
आपको बता दें कि नेशनल अवॉर्ड विनिंग एक्टर ने हंसल मेहता की ‘अलीगढ़’ के सात साल पूरे होने पर कहा था, ‘मेरा मानना है कि अलीगढ़ ने मुझे बतौर एक्टर और व्यक्ति के रूप में इम्प्रूव किया है। उसने मुझमें कई सुधार किए हैं। उस किरदार के लिए मुझे जिस तरह अप्रोच किया गया वैसा किसी के साथ नहीं हुआ होगा। मैं अपने किरदार को समलैंगिक व्यक्ति के रूप में नहीं बल्कि लता मंगेशकर के एक फैन के रूप में देखता हूं। मेरा पूरा फोकस किरदार की प्राइवेसी की जिद पर और व्हिस्की के पैशन पर था। साथ ही लता जी की आवाज पर था। वह बहुत खूबसूरत जर्नी थी।’