मुंबईः आज 24 फरवरी यानी बॉलीवुड अभिनेत्री श्रीदेवी की पुण्यतिथि है। श्रीदेवी बॉलीवुड की पहली फीमेल सुपरस्टार थी। उनको गुजरे आज 5 साल पूरे हो गए। आज के ही दिन यानी 24 फरवरी 2018 को दुबई के एक होटल में बाथटब में डूबने से उनकी मौत हुई थी। ये पूरे देश-दुनिया के लिए शॉकिंग था क्योंकि तब उनकी उम्र महज 54 साल थी। ये अजीब संयोग है कि श्रीदेवी खुद अपनी बेटियों को बाथरूम लॉक नहीं करने देती थीं, इस बात का खुलासा उनकी बेटी जान्हवी कपूर ने एक वीडियो में किया था। खुद उनकी मौत बाथरूम में गिरने से हुई।

श्रीदेवी हिंदी सिनेमा में एक करोड़ रुपए फीस लेने वाली पहली एक्ट्रेस थीं। 54 की उम्र में उनका फिल्मी करियर 50 साल का था। 4 साल की उम्र से फिल्मों में सक्रिय श्रीदेवी ने 300 से ज्यादा फिल्मों में काम किया। हिंदी सिनेमा में श्रीदेवी एकमात्र एक्ट्रेस थीं, जिनका फिल्म में होना, हिट होने की गारंटी माना जाता था।

श्रीदेवी के लिए फैंस में दीवानगी का ये आलम था कि एक बार करवा चौथ पर वह फ्लाइट से कहीं जा रही थीं और उन्हें चांद देखकर अपना व्रत खोलना था। उन्होंने पायलट से इसकी गुजारिश की तो उसने फ्लाइट की दिशा बदल कर श्रीदेवी को चांद दिखा दिया। श्रीदेवी की अंतिम यात्रा भारत की चार सबसे बड़ी अंतिम यात्राओं में गिनी जाती है।

20 फरवरी 2018 को श्रीदेवी अपनी छोटी बेटी खुशी कपूर और पति बोनी कपूर के साथ भतीजे मोहित मारवाह की शादी अटेंड करने दुबई गई थीं। शादी खत्म होने के बाद श्रीदेवी कुछ दिन दुबई में ही शॉपिंग के लिए रुकना चाहती थीं, क्योंकि कुछ दिनों बाद 6 मार्च को उनकी बड़ी बेटी जान्हवी कपूर का बर्थडे था और वह उसके लिए तोहफे खरीदना चाहती थीं।

श्रीदेवी चाहती थीं कि बोनी भी रुकें, लेकिन उन्हें लखनऊ में जरूरी मीटिंग अटेंड करनी थी तो वह वापस भारत आ गए। 21 फरवरी और 22 फरवरी को श्रीदेवी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से शादी की खूबसूरत तस्वीरें शेयर कीं।

24 फरवरी को श्रीदेवी ने पति बोनी कपूर को कॉल किया और कहा पापा (जो प्यार से श्रीदेवी बोनी को बुलाती थीं) आई एम मिसिंग यू। बोनी भी श्रीदेवी से मिलना चाहते थे तो उन्होंने सरप्राइज देने का फैसला किया और दोपहर 3ः30 बजे की फ्लाइट लेकर दुबई रवाना हो गए। लैंडिंग होते ही 6ः20 बजे बोनी होटल पहुंचे। दोनों ने करीब आधे घंटे बातचीत की और डिनर पर जाने का फैसला किया।

श्रीदेवी तैयार होने के लिए उठीं और बाथरूम चली गईं। पति बोनी लिविंग एरिया में ही उनका इंतजार करने लगे। 10 मिनट का इंतजार 15 मिनट और फिर 20 मिनट में बदल गया, लेकिन श्रीदेवी बाहर ही नहीं आईं। दोनों पहले ही डिनर के लिए लेट हो चुके थे, लेकिन अंदर से श्रीदेवी जवाब ही नहीं दे रही थीं।

बोनी कपूर जब दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हुए तो दिल दहला देने वाला मंजर सामने था। बाथटब में श्रीदेवी डूबी हुई थीं। बोनी ने उन्हें निकाला और अपने दोस्त को कॉल किया। कुछ समय बाद पुलिस भी पहुंच गई। श्रीदेवी को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया।

रात करीब 11 बजे खबर भारत पहुंची। सबसे पहले श्रीदेवी के देवर और बोनी कपूर के भाई संजय कपूर ने अनाउंस किया कि श्रीदेवी का निधन कार्डिएक अरेस्ट से हुआ। हालांकि तब तक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट नहीं आई थी।

आधी रात ढाई बजे ये केस दुबई पुलिस को सौंपा गया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में साफ हुआ कि मौत का कारण टब में डूबना है, जो एक हादसा है। रिपोर्ट में साफ था कि श्रीदेवी के शरीर में शराब मिली थी और लंग्स में पानी भर चुका था।

तीन दिनों तक इन्वेस्टिगेशन के बाद 27 फरवरी 2018 को श्रीदेवी डेथ केस दुबई पुलिस ने बंद कर दिया। इसी दिन पति बोनी कपूर और बेटा अर्जुन कपूर, अनिल अंबानी के प्राइवेट जेट से श्रीदेवी का शव लेकर मुंबई पहुंचे। 2013 में पद्मश्री से सम्मानित हो चुकीं श्रीदेवी को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई और उन्हें गन सैल्यूट मिला।

आइए एक नजर डालते हैं श्रीदेवी के अंतिम संस्कार से जुड़ी अहम जानकारियों पर…

  • श्रीदेवी को अंतिम संस्कार से ठीक पहले सुहागन की तरह तैयार किया था। 5 मिनट में उनका मेकअप हुआ और फिर उनके मुंह में सोने का एक टुकड़ा डाला गया था। दरअसल, तमिलनाडु के तमिलियन की परंपरा के अनुसार जब सुहागन का निधन होता है तो उसके मुंह में सोने का पान रखा जाता है, जिसे तांबुल कहते हैं। ये अखण्ड सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है।
  • श्रीदेवी के शव को बेहद कीमती टेंपल ज्वेलरी से सजाया गया था। ये ज्वेलरी देवियों को चढ़ाई जाती थी। हालांकि अब समय के साथ इस तरह के गहने सुहागन भी पहनने लगी हैं। इस गहने को शव के साथ ही जलाया जाता है, लेकिन बाद में इसे अस्थियों के बीच से निकाल लिया जाता है।
  • श्रीदेवी के अंतिम दर्शन के लिए ऐसी भीड़ उमड़ी थी कि पुलिस को लाठीचार्ज कर भीड़ को काबू करना पड़ा। सड़कों पर इतने लोग शोक मनाने इकट्ठा हुए कि इसे भारत का चौथा सबसे बड़ा अंतिम संस्कार कहा गया। इससे पहले सिंगर मोहम्मद रफी, किशोर कुमार, राजेश खन्ना के अंतिम संस्कार में ऐसी भीड़ देखी गई थी। 3 मार्च को श्रीदेवी की अस्थियां रामेश्वरम में विसर्जित की गईं।
  • श्रीदेवी की मौत से उनके लाखों चाहने वालों का बुरा हाल था। चाहे जनरेशन कोई भी हो, श्रीदेवी हर जनरेशन की पसंद थीं। महज 4 साल की उम्र से अभिनय कर रहीं श्रीदेवी बॉलीवुड की हाईएस्ट पेड एक्ट्रेस और पहली लेडी सुपरस्टार थीं। पद्मश्री, लाइफटाइम अचीवमेंट समेत इन्हें कई बड़े अवॉर्ड मिले थे।

श्रीदेवी के करियर पर एक नजर…

  • चाइल्ड आर्टिस्ट से बनी थीं हाईएस्ट पेड एक्ट्रेस
  • श्रीदेवी का पूरा नाम श्री अम्मा यंगर अयप्पन था। इनका जन्म 13 अगस्त 1963 को तमिलनाडु के छोटे से गांव मीनमपट्टी में हुआ था। इनके पिता वकील थे और मां हाउसवाइफ। अभिनय में रुचि थी तो इन्हें महज 4 साल की उम्र में 1967 की तमिल फिल्म कंधन करुनई में बतौर चाइल्ड एक्टर काम करने का मौका मिला। 1970 में ये चाइल्ड एक्टर बनकर तेलुगु सिनेमा से जुड़ीं।
  • 1972 में रानी मेरा नाम से श्रीदेवी ने हिंदी सिनेमा में कदम रखा। इस वक्त उनकी उम्र महज 8 साल थी। 13 साल की उम्र में ही श्रीदेवी ने के. बालाचंदर की फिल्म मूंदरू मुदिचु से बतौर लीड रोल करियर की शुरुआत की। 1975 की हिंदी फिल्म सोलवां साल से श्रीदेवी ने हिंदी सिनेमा में बतौर लीड काम किया और 4 साल बाद इन्हें जीतेंद्र के साथ हिम्मतवाला में काम मिल गया। अगली फिल्म तोहफा से ही श्रीदेवी को हिंदी सिनेमा की टॉप एक्ट्रेसेस के बीच जगह मिल गई।
  • श्रीदेवी ने अपने तीन दशक लंबे करियर में लगभग 300 फिल्मों में काम किया। इनमें 63 हिंदी, 62 तेलुगु, 58 तमिल और 21 मलयालम फिल्में शामिल हैं। बोनी कपूर से शादी के बाद श्रीदेवी ने फिल्मों से दूरी बना ली। करीब 15 साल बाद श्रीदेवी ने 2012 की फिल्म इंग्लिश विंग्लिश से बॉलीवुड में दमदार वापसी की। ये बॉलीवुड की पहली हीरोइन थीं, जिन्होंने शादी के बाद लीड रोल से कमबैक किया और कामयाबी हासिल की।
  • 80 के दशक में श्रीदेवी भारत की सबसे ज्यादा फीस लेने वाली एक्ट्रेस बनीं। मिस्टर इंडिया के लिए इन्होंने 11 लाख रुपए चार्ज किए थे, जो तब तक का रिकॉर्ड था। इसके बाद से ही श्रीदेवी ने 80-90 के दशक की फिल्मों के लिए 1 करोड़ रुपए फीस चार्ज की।
  • महज 4 साल की उम्र में फिल्मों में आईं श्रीदेवी का बचपन आम बच्चों की तरह नहीं था। खेलकूद की उम्र में श्रीदेवी ज्यादातर समय अपनी मां या बहन के साथ फिल्मों के सेट पर गुजारा करती थीं। कैमरा शुरू होते ही चुलबुली नजर आने वालीं श्रीदेवी असल जिंदगी में बेहद शर्मीली और शांति पसंद लड़की थीं। इन्हें भीड़ और शोरगुल नापसंद था। कई बार लोग इन्हें एरोगेंट समझते थे, लेकिन असल में ये शर्मीली और इंट्रोवर्ट थीं।

बोनी कपूर को बांधी राखी, फिर कर ली शादीः अदाकारा श्रीदेवी एक समय अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती के साथ रिलेशनशिप में थीं। कहा तो यह भी जाता है कि दोनों ने शादी भी कर ली थी। हालांकि दोनों के रिश्ते पर कोई पुख्ता खबर कभी नहीं आ सकी। मिथुन रिलेशन में रहते हुए श्रीदेवी और बोनी कपूर पर शक किया करते थे। यही कारण था कि श्रीदेवी ने बोनी को राखी बांधी थी।

इसके कुछ समय बाद ही मिथुन से अलग होकर श्रीदेवी ने बोनी कपूर से शादी कर ली। श्रीदेवी को बोनी कपूर की शादी तोड़ने का दोषी समझा गया, यही कारण था कि बोनी की पहली पत्नी मोना शौरी के निधन के बाद जब श्रीदेवी बोनी के घर आईं तो सौतेले बेटे अर्जुन ने उन्हें सालों तक कबूल नहीं किया।

श्रीदेवी की बेटी जान्हवी कपूर ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि इटली में एक बार एक इटैलियन शख्स ने श्रीदेवी को थप्पड़ मारा था। श्रीदेवी अपनी मां के चेन्नई स्थित घर के लिए फर्नीचर खरीदने गई थीं। दुकान में ही उनकी एक आदमी से कहासुनी होने लगी और बहस इतनी बढ़ गई कि उस शख्स ने इन्हें थप्पड़ मार दिया। जैसे ही दोस्तों ने ये बात बोनी को बताई तो वो दोनों बेटियों को छोड़कर तुरंत फ्लाइट लेकर इटली पहुंच गए थे।

श्रीदेवी 80-90 के दशक की सबसे व्यस्त एक्ट्रेस थीं। इनके पास एक साथ इतनी फिल्में रहती थीं कि इन्हें एक दिन में 4 शिफ्ट में काम करना होता था, लेकिन ये काम के लिए इतनी जुनूनी थीं कि इसे भी एंजॉय करती थीं। फिल्म चालबाज का गाना “न जाने कहां से आई है” शूट करते हुए भी श्रीदेवी को 103 डिग्री बुखार था, इसके बावजूद उन्होंने बारिश में भीगते हुए जबरदस्त डांस मूव्स किए थे।

चांद दिखाने के लिए पायलट ने बदली थी फ्लाइट की दिशाः श्रीदेवी हर रीति-रिवाज का सख्ती से पालन करती थीं। वो हर साल पति की लंबी उम्र के लिए करवा चौथ का व्रत रखती थीं और नियमों के अनुसार ही इसे पूरा करती थीं। एक बार श्रीदेवी करवा चौथ का व्रत रखकर पति बोनी कपूर के साथ मैक्सिको से लॉस एंजिलिस जा रही थीं।

उन्हें व्रत खोलना था, लेकिन नियम के अनुसार करवा चौथ का व्रत चांद देखकर ही खोला जाता है। जब आसमान में कहीं चांद नजर नहीं आया तो श्रीदेवी ने पायलट से फ्लाइट की दिशा बदलने की गुजारिश की। श्रीदेवी सुपरस्टार थीं ऐसे में पायलट ने उनकी बात मान ली और फ्लाइट की दिशा बदलकर उन्हें चांद दिखाया।

फिल्म नगीना में घंटों तक नागिन बनने के लिए इन्हें कॉन्टैक्ट लेंस लगाना पड़ता था, जिससे उनकी आंखें खराब हो गई थीं। ऐसे में श्रीदेवी ने ऋषिकेश के पास स्थित नीलकंठ महादेव मंदिर में मन्नत मांगी और वहां यात्रियों के ठहरने के लिए तीन कमरे बनवाए। इन कमरों को श्रीदेवी की धर्मशाला कहा जाता है।

श्रीदेवी को हमेशा से ही बच्चों की फिक्र रहती थी। कुछ समय पहले श्रीदेवी की बेटी जान्हवी कपूर ने उनके चेन्नई स्थित घर का हाउस टूर करवाया था। उन्होंने इस दौरान बताया कि श्रीदेवी कभी उन्हें और छोटी बहन खुशी को बाथरूम का लॉक लगाने नहीं देती थीं। बच्चे मनमर्जी न करें इसलिए श्रीदेवी ने बाथरूम से लॉक हटवा दिए थे।

इसका एक कारण ये भी था कि कहीं बच्चे बाथरूम में मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करें। ये शायद एक संयोग ही था कि खुद बच्चों को बाथरूम भेजने से डरने वाली श्रीदेवी का निधन विदेश में एक लग्जरी होटल के बाथरूम में हुआ।

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