दिल्लीः सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा को अंतरिम जमानत दे दी है। साथ ही उन्हें नसीहत भी दी है और कहा है कि बयानबाजी का कुछ स्तर होना चाहिए। आपको बता दें कि पवन खेड़ा आज पार्टी के अधिवेशन में शामिल होने के लिए रायपुर जा रहे थे। इसके लिए वे दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी हवाई अड्डा पर विमान में सवाल हो गए थे, पुलिस ने उन्हें विमान से उतार कर गिरफ्तार कर लिया था। खेड़ा की गिरफ्तारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विवादित टिप्पणी मामले में हुई थी।
खेड़ा की गिरफ्तारी के खिलाफ कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। CJI डी वाई चंद्रचूड़ की अगुआई वाली तीन जजों की बेंच ने दोपहर 3 बजे से करीब 30 मिनट की सुनवाई के बाद पवन खेड़ा को मंगलवार तक अंतरिम जमानत दे दी। यानी खेड़ा को नियमित जमानत के लिए अर्जी लगाने तक पुलिस अरेस्ट नहीं कर पाएगी।
सुप्रीम कोर्ट ने खेड़ा को राहत के साथ चेतावनी भी दी। CJI ने कहा कि हमने आपको प्रोटेक्शन (गिरफ्तारी से) दिया है, लेकिन बयानबाजी का भी कुछ स्तर होना चाहिए। इस पर खेड़ा के वकील सिंघवी ने कहा कि हम भी इस तरह के बयान का समर्थन नहीं करते। इधर, पार्टी नेता जयराम रमेश ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कहा- ‘टाइगर जिंदा है’।
आपको बता दें कि पवन खेड़ा को सुप्रीम कोर्ट से एक राहत और मिली है। इसमें उनके खिलाफ दर्ज तीनों FIR को एक जगह क्लब करने का आदेश दिया गया है। कोर्ट ने इसके लिए असम और उत्तर प्रदेश सरकार को भी नोटिस जारी किया है। खेड़ा के खिलाफ असम में एक जगह और उत्तर प्रदेश के लखनऊ और वाराणसी में केस दर्ज किया गया है।
हालांकि आज की गिरफ्तारी असम में दर्ज केस के आधार पर हुई थी। अब कोर्ट खेड़ा की गिरफ्तारी और तीनों केस को क्लब करने को लेकर 27 फरवरी को अगली सुनवाई करेगा। इधर, शाम को दिल्ली की द्वारका कोर्ट ने भी सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद खेड़ा को 30 हजार के बॉन्ड पर अंतरिम जमानत दे दी। द्वारका कोर्ट ने असम पुलिस के ट्रांजिट रिमांड की मांग पर यह फैसला सुनाया।
पीएम मोदी को लेकर पवन खेड़ा ने क्या कहा थाः पवन खेड़ा को जिस बयान की वजह से गिरफ्तार किया गया, वह बयान उन्होंने 20 फरवरी को दिल्ली में दिया था। हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर उन्होंने कहा था, “जब अटल बिहारी वाजपेयी जेपीसी बना सकते हैं तो नरेंद्र गौतमदास मोदी को क्या समस्या है।“ उन्होंने अपने बयान में नरेंद्र दामोदरदास मोदी को गौतमदास मोदी कहा था।
इसके बाद उन्होंने आसपास खड़े लोगों से पूछा गौतम दास है या दामोदरदास। इसके बाद उन्होंने कहा कि नाम भले ही दामोदर दास है। उनका काम गौतमदास का है। हालांकि बाद में उन्होंने सफाई दी थी प्रधानमंत्री के नाम को लेकर उन्हें कन्फ्यूजन था।
असम पुलिस के प्रवक्ता सुशांत भुयन ने बताया कि पवन खेड़ा के खिलाफ दीमा हसाओ जिले के हाफलोंग में कम्युनल डिस्टर्बेंस और राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर बुधवार रात केस दर्ज किया गया है। इन्होंने एक बयान दिया था, जिसके खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है। असम में खेड़ा के खिलाफ FIR सेमुअल चैंगसेन ने करवाई है। वे भाजपा नेता बताए जा रहे हैं।
अंतरिम जमानत मिलने के बाद पवन खेड़ा ने कहा, “असम पुलिस ने गैरकानूनी तरीके से मुझे अरेस्ट किया। गिरफ्तारी को लेकर न ही मुझे पहले से कोई सूचना दी गई और न ही कोई नोटिस मिला। मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है, जिसने आज मेरी फ्रीडम ऑफ स्पीच की रक्षा की। मामला कोर्ट में है, इसलिए कोई टिप्पणी नहीं करुंगा।“
उधर, कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा गुरुवार की सुबह रायपुर जाने के लिए 11:30 बजे की फ्लाइट में बैठ गए थे। अचानक उनके पास कुछ अफसर आए और उनसे अपना सामान चेक कराने के लिए फ्लाइट से नीचे उतरने को कहा। खेड़ा नीचे आए तो उन्हें असम पुलिस के अरेस्ट वारंट की जानकारी दी गई और कहा गया कि वे रायपुर नहीं जा सकते।
इसके बाद फ्लाइट में मौजूद कांग्रेस के बाकी नेता भी नीचे उतर आए और प्लेन के सामने ही धरने पर बैठ गए। करीब दो घंटे तक पार्टी नेताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके बाद करीब पौने दो बजे पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई।
पवन खेड़ा की गिरफ्तारी से संबंधित अपडेटः
- पवन खेड़ा को सुबह 11:30 बजे विमांन से उतारा, बाकी यात्रियों को दूसरी फ्लाइट से भेजा
- घटना के दौरान विमान में मौजूद एक पैसेंजर रंजीत कुमार ने भास्कर को बताया कि ये घटनाक्रम सुबह 11.30 बजे शुरू हुआ, जब पवन खेड़ा हमारे साथ प्लेन में सवार हुए। एयरपोर्ट और पुलिस के अधिकारी प्लेन में आए और कहा कि आपको उड़ान भरने की अनुमति नहीं है।
- अधिकारी पवन खेड़ा को लेकर विमान से उतरे, तो बाकी कांग्रेस नेता भी एक-एक करके विमान से उतरने लगे।
- सभी नेता प्लेन के पास धरने पर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे। वहां कई अधिकारी भी आ गए। रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि आप लोग लिखकर दीजिए कि पवन खेड़ा को गिरफ्तार कर लिया गया है। तभी हम यहां से धरना खत्म करेंगे।
- काफी देर तक चले हंगामे के बाद अधिकारियों ने फैसला लिया कि प्लेन में बैठे बाकी पैसेंजर्स को दूसरी फ्लाइट से रायपुर भेजा जाएगा।
- खेड़ा ने कहा कि सामान चेक करने के नाम पर उतारा, फिर अरेस्ट किया
- प्लेन से उतारे जाने पर पवन खेड़ा बोले, ‘दिल्ली पुलिस के अफसर मेरे पास आए और कहा कि आपका सामान चेक करना है। मैंने कहा कि कोई सामान है ही नहीं। वे नहीं गए और कहा कि हमारे साथ चलिए अभी DCP आपसे बात करेंगे। मैं इंतजार करता रहा DCP नहीं आए। क्या नियम-कानून हैं, यह मुझे नहीं मालूम। मुझे नहीं पता क्यों रोका जा रहा है।’ गिरफ्तारी के बाद उन्होंने कहा- ‘लड़ाई अभी लंबी है। देखते हैं आगे क्या होता है।’
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, ‘पवन खेड़ा पर ये कार्रवाई किस धारा के तहत की है। वे आम नागरिक की तरह क्यों उड़ान नहीं भर सकते।। भाजपा हमारे अधिवेशन से बौखला गई है। पहले ED भेजते हैं और अब यह। अगर कुछ गलत किया है तो लुकाछिपी क्यों कर रहे हैं, कार्रवाई कीजिए। वजह सिर्फ यह है कि तानाशाह बौखलाया हुआ है।’
वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि बीजेपी सरकार ने पवन खेड़ा को परेशान करने की कोशिश की। मैं सुप्रीम कोर्ट के आदेश से खुश हूं। यह भाजपा के मुंह पर करारा तमाचा है। संसद में भी हमें मुद्दे उठाने से रोका गया। वे बोलने की आजादी को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। लोकतंत्र खतरे में है।
जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस नेता संसद में जो कुछ भी कहते हैं, वह रिकॉर्ड के साथ मिटा दिया जाता है और जब भी हम संसद के बाहर बोलते हैं, तो हमें गिरफ्तार कर लिया जाता है। सुप्रीम कोर्ट ने दिखा दिया की ‘टाइगर जिंदा है’।
वहीं, कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा- पवन खेड़ा को फ्लाइट से उतारकर गिरफ्तार करना चौंकाने वाला और अपमानजनक वाकया था। खुशी है कि सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी। किसी को मजाक के लिए जेल भेजने का कोई कारण नहीं है। हमारे यहां ऐसा कानून नहीं है कि आप पीएम का मजाक नहीं बना सकते
उधर, बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने खेड़ा पर कार्रवाई को लेकर कहा कि जो कुछ भी किया जाता है वह कानूनी रूप से किया जाता है। कांग्रेस नेताओं को इस गलतफहमी में नहीं रहना चाहिए कि वे कानून से ऊपर हैं।
कौन हैं पवन खेड़ाः
- पवन खेड़ा ने 21 साल में कांग्रेस जॉइन की, शीला दीक्षित के सेक्रेटरी रहे
- पवन खेड़ा का जन्म 31 जुलाई 1968 को दिल्ली में हुआ। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से पढ़ाई की। खेड़ा ने 21 साल की उम्र में अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया। वे कई सालों तक दिल्ली की CM रहीं शीला दीक्षित के पॉलिटिकल सेक्रेटरी रहे।
- दिल्ली से कांग्रेस की सरकार हटते ही 2013 में पवन खेड़ा कांग्रेस के साथ सीधे तौर पर जुड़ गए। वह कांग्रेस की तरफ से न्यूज चैनलों की डिबेट में हिस्सा लेने लगे। कांग्रेस ने पवन खेड़ा को पहले राष्ट्रीय प्रवक्ता की जिम्मेदारी सौंपी और उसके बाद उन्हें पार्टी कम्युनिकेशंस डिपार्टमेंट में मीडिया और पब्लिसिटी सेल का चेयरमैन नियुक्त किया।
- पवन खेड़ा राज्यसभा न भेजे जाने पर पार्टी से नाराज हुए थे
- साल 2022 में कांग्रेस ने राज्यसभा भेजने वालों की लिस्ट जारी की थी, जिसमें पवन खेड़ा का नाम नहीं था। इस बात से वह पार्टी से नाराज हो गए थे। खेड़ा ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए एक ट्वीट भी किया था। उन्होंने कहा था कि शायद उनकी तपस्या में कमी रह गई होगी। हालांकि उनके इस ट्वीट के बाद ही पार्टी ने खेड़ा को मीडिया एंड पब्लिसिटी सेल का चेयरमैन बना दिया था।