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हैदराबाद में आवारा कुत्तों ने चार से बच्चे को नोचा, गर्दन पकड़ कर घसीटते हुए कार के नीचे ले गए - Prakhar Prahari
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हैदराबाद में आवारा कुत्तों ने चार से बच्चे को नोचा, गर्दन पकड़ कर घसीटते हुए कार के नीचे ले गए

हैदराबादः तेलंगाना की हैदराबाद एक दिल दहला देने वाली घटना घटित हुई है। यहां के के बाग अंबेरपेट इलाके में आवारा कुत्तों ने सड़क पर जा रहे 4 साल के मासूम बच्चे को नोंच खाया। 6 कुत्तों का झुंड मासूम को तब तक नोचता रहा, जब तक उसकी मौत नहीं हो गई। बाद में कुत्ते उसे घसीटकर पास खड़ी कार के नीचे ले गए।

यह घटना रविवार को घटित हुई और ये पूरी घटना वहां लगे CCTV में कैद हो गई। जिस मासूम को कुत्तों ने अपना शिकार बनाया, उसका नाम प्रदीप था। वह एरुकुला बस्ती में रहने वाले गंगाधर का बेटा था।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक गंगाधर 4 साल पहले अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ काम के लिए हैदराबाद आया था। वह अंबेरपेट में कार सर्विस सेंटर में सिक्योरिटी गार्ड बन गया। रविवार को गंगाधर प्रदीप को भी साथ ले आया था। बेटे को अपने केबिन में छोड़कर गंगाधर काम के लिए बाहर चला गया।

थोड़ी देर बाद प्रदीप केबिन से बाहर आ गया और पार्किंग में पहुंच गया। जब वह कैम्पस में अकेला घूम रहा था, तब 3 कुत्तों ने उस पर हमला कर दिया।

इसके बाद मासूम प्रदीप के नीचे गिर गया, जिसके बाद 3 छोटे कुत्ते और आ गए। इन कुत्तों ने प्रदीप को काटना शुरू किर दिया। जिससे वह जमीन पर गिर गया। कुत्तों के हमले से घबराया हुआ मासूम रोने लगा, लेकिन उसकी मदद को कोई नहीं पहुंचा। कुत्तों ने उसकी गर्दन और पैर पकड़कर खींचना शुरू कर दिया। इस हमले से मासूम बेसुध हो गया और कुत्ते उसे घसीटकर कार के नीचे ले गए।

उधर, डॉग ट्रेनर, फैज मौहम्मद कहते हैं कि इस तरह की घटना के लिए हम इंसान ही जिम्मेदार हैं। कुत्ता वुल्फ की प्रजाति है। इंसानों के साथ रहते-रहते ये इवोल्व हुए और अपने खाने के लिए पूरी तरह इंसानों पर निर्भर हो गए। ऐसे में जिन कुत्तों को हमने पाला है, उन्हें ट्रेनिंग भी दी और खाना भी दिया है,  लेकिन सड़क पर रहने वाले कुत्तों के पास कोई ट्रेनिंग नहीं है।

उनके लिए अपने बच्चे की भूख सबसे बड़ी होती है। इंसानों के बच्चे उनके लिए कोई मायने नहीं रखते। वो उनके लिए सिर्फ एक भोजन है। इसलिए इस तरह के हमलों के मामले सामने आते हैं।

General Desk

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