दिल्लीः आज 18 फरवरी है और एस्ट्रोनॉमर्स के लिए आज का दिन बहुत ही खास है। 93 साल पहले आज के ही दिन यानी 18 फरवरी 1930 को अमेरिकी वैज्ञानिक क्लाइड टॉमबॉग ने प्लूटो को खोज निकाला था। इसे नाम देने की प्रक्रिया भी बेहद खास है। 11वीं की एक स्टूडेंट ने सुझाव दिया कि रोम में अंधेरे का देवता प्लूटो है। यह ग्रह भी अंधेरे में रहता है, इस वजह से इसे भी प्लूटो नाम देना ठीक होगा। खैर, ऐसे नाम तय हो गया और 2006 तक उसे सौरमंडल के नौ ग्रहों में गिना गया।
1992 तक सबकुछ ठीक चल रहा था। इसी बीच, खगोल वैज्ञानिकों में प्लूटो को लेकर बहस जन्म लेने लगी। उनको सौरमंडल के सिरे पर प्लूटो जैसे और भी ऑब्जेक्ट्स मिलने लगे। इससे सवाल उठा कि प्लूटो को ग्रह माना जाए या सौरमंडल के सिरे पर सूर्य का चक्कर लगाने वाले कई बर्फीले ऑब्जेक्ट्स में से एक। कुछ वैज्ञानिकों का कहना था कि प्लूटो बहुत छोटा है। हमारे चांद से भी बहुत छोटा। इसलिए इसे ग्रह नहीं माना जा सकता।
2006 में खगोलीय संरचनाओं को नाम देने वाले ग्रुप इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमिकल यूनियन (IAU) की मीटिंग हुई और इसमें तय हुआ कि किसे ग्रह कहा जाए और किसे नहीं। नई परिभाषा में तय हुआ कि कोई ऐसी खगोलीय संरचना जो सूर्य के गोलाकार मार्ग पर चक्कर लगाए और अपने आसपास की सफाई करती चले। यह जो आखिरी शर्त थी, इसने ही प्लूटो से ग्रह का तमगा छीन लिया। IAU के मुताबिक प्लूटो इतना छोटा है कि वह सूर्य का चक्कर लगाने के दौरान अपने रास्ते में आने वाले पत्थरों और अन्य कचरे को हटा नहीं पाता। तब प्लूटो को ड्वार्फ प्लैनेट यानी बौना ग्रह कहा गया।
ऐसा नहीं है कि प्लूटो पर खोज ठहर गई है। अब भी कई वैज्ञानिक यह साबित करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं कि प्लूटो ग्रह है, बौना ग्रह नहीं। हाल ही में साइंटिफिक जर्नल इकॉरस (Icarus) में एक रिसर्च पब्लिश हुई। इसमें कहा गया कि प्लूटो को ग्रह से डाउनग्रेड नहीं किया जाना चाहिए था। हर कुछ दिनों में कोई न कोई बयान या स्टडी आ ही जाती है, जो कहती है कि प्लूटो को फिर से ग्रह घोषित किया जाए। एरीजोना की जिस लॉवेल ऑब्जर्वेटरी में क्लाइड टॉमबॉग ने इस ग्रह को खोज निकाला था, उसने तो इस साल भी 13 से 18 फरवरी तक प्लूटो फेस्टिवल मनाया। इसमें वर्चुअल एक्टिविटीज हुईं और कई एस्ट्रोनॉमर्स और वैज्ञानिकों ने दोहराया कि प्लूटो को फिर ग्रह घोषित करने का वक्त आ गया है। आइए एक नजर डालते हैं देश और दुनिया में 18 फरवरी को घटित हुईं महत्वपूर्ण घटनाओं पर…
1486ः भक्तिकाल के प्रमुख संतों में से एक चैतन्य महाप्रभु का जन्म।
1614 : जहांगीर ने मेवाड़ पर कब्जा किया।
1836 : महान संत एवं विचारक स्वामी विवेकानन्द के गुरु रामकृष्ण परमहंस उर्फ गदाधर चटर्जी का जन्म।
1883ः भारतीय क्रांतिकारी मदन लाल ढींगरा का जन्म।
1884 : चार्ल्स गोल्डेन के नेतृत्व में ब्रिटिश फ़ौजें सूडान पहुंची।
1900 : दक्षिण अफ़्रीकी युद्ध में पाई क्रोन्स ने ब्रिटिश फ़ौजों के सामने हथियार डाल दिए।
1905: श्यामजी कृष्णवर्मा ने इंडिया होमरूल सोसायटी की स्थापना लंदन में की।
1911 : विमान से पहली बार डाक पहुँचाने का काम भारत में हुआ। एयर मेल की पहली आधिकारिक उड़ान इलाहाबाद में हुई।
1915 : प्रथम विश्वयुद्ध में जर्मनी ने इंग्लैंड की नाकेबन्दी की।
1925 : हिन्दी की कथाकार एवं निबन्ध लेखिका कृष्णा सोबती का जन्म।
1930 : सौरमंडल के नौवे ग्रह रहे प्लूटो की खोज क्लाइड टॉमबामग ने किया।
1943 : नाजी सेना ने व्हाइट रोज आन्दोलन के सदस्यों को गिरफ़्तार किया।
1945 : द्वितीय विश्वयुद्ध में इवा जिमा के लिए लड़ाई शुरू हुई।
1946 : बम्बई (अब मुंबई) में रॉयल इंडियन नेवी (नौसेना) का विद्रोह हुआ।
1952 : यूनान और तुर्की उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन में शामिल हुए।
1954 : पहले चर्च आफ़ साइंटोलॉजी की स्थापना कैलिफ़ोर्निया में की गई।
1965 : गाम्बिया देश को ब्रिटेन से स्वाधीनता मिली और आज के दिन को इस देश का राष्ट्रीय दिवस घोषित किया गया।
1970 : फ़िलिपीन्स में युवकों ने अमेरिकी सैन्य अड्डों के विरोध में अमेरिकी दूतावास पर धावा बोला।
1971 : भारत ने अरवी सैटेलाइट स्टेशन के जरिये ब्रिटेन के साथ पहला उपग्रह सम्पर्क कायम किया।
1977 : ब्रिटिश साइंस फिक्शन कॉमिक 2000 एडी की शुरुआत, प्रोजे 1 के साथ 26 फरवरी को की गई।
1979 : अमेरिका ने भारत को 1664 करोड़ रुपये का चेक दिया जो कि दुनिया में सबसे बड़ी रकम का चेक माना जाता है।
1979: सहारा रेगिस्तान में पहली और अब तक के रिकॉर्ड में आखिरी बार बर्फ गिरी।
1983 : यू.एस. के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी लूट की ऐसी घटना हुई, जिसमें 13 लोग मारे गये।
1988 : बोरिस येल्तसिन सत्तारूढ़ कम्यूनिस्ट पार्टी के पोलित ब्यूरो से हटाये गए।
1989 : अफ़ग़ान सरकार ने आपात स्थिति की घोषणा की।
1991 : आयरिश रिपब्लिकन आर्मी ने विक्टोरिया स्टेशन पर हुए विस्फोट की ज़िम्मेदारी ली, जिसमें अनेक लोग हताहत हुए।
1998 : सी. सुब्रह्मणयम भारत रत्न से सम्मानित।
1999 : भारत और बांग्लादेश के बीच बस सेवा पर समझौता हुआ।
1999 : सं.रा. अमेरिका हथियार निर्यातक देशों की सूची में प्रथम स्थान पर घोषित।
2001 : एफबीआई एजेंट रॉबर्ट हैनसेन को सोवियत संघ के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया और उम्रकैद की सजा सुनाई गयी।
2002 : फिजी के विद्रोही नेता जार्ज स्पेट की फ़ांसी की सज़ा को राष्ट्रपति ने उम्रक़ैद में बदला।
2003 : दक्षिण कोरिया के प्रमुख शहर ताएगु में एक मेट्रो ट्रेन में आग लग जाने से 134 लोग मारे गये।
2006: महाराष्ट्र के पोल्ट्री फार्म में भारत का पहला बर्ड फ्लू केस दर्ज हुआ।
2006 : भारत और पाकिस्तान के बीच थार एक्सप्रेस आरम्भ।
2007 : दिल्ली से लाहौर जा रही समझौता एक्सप्रेस में बम धमाके से 68 लोग मारे गए।
2014 : यूक्रेन की राजधानी कीव में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प में कम से कम 76 लोगों की मौत और सैंकड़ों लोग घायल हुए।
2014: आंध्र प्रदेश का विभाजन कर तेलंगाना के रूप में देश के 29वें राज्य की स्थापना का प्रस्ताव लोकसभा में पारित किया गया।