दिल्लीः अडानी ग्रुप पर अमेरिका शोध कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने पहली बार इस मुद्दे पर बयान दिया है। अमित शाह ने मंगलवार को न्य़ूज एजेंसी ANI पॉडकास्ट पर दिए इंटरव्यू में कहा कि इस पर कोई कमेंट करना सही नहीं होगा, क्योंकि मामला सुप्रीम कोर्ट में है. लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि इसमें BJP के लिए छिपाने जैसी कोई बात नहीं है और न ही डरने की जरूरत है।
आपको बता दें कि अडानी ग्रुप पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सामने आने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत विपक्ष ने BJP पर गौतम अडानी का बचाव करने के आरोप लगाए हैं। इसे लेकर संसद से सड़क तक प्रदर्शन भी किया है।
ANI पॉडकास्ट पर दिए इंटरव्यू के दौरान शाह ने लोकसभा विधानसभा चुनाव, PFI पर बैन, पूर्वोत्तर में चुनाव, देश की आंतरिक सुरक्षा, शहरों के नाम बदलने और G-20 जैसे कई मुद्दों पर भी बात की।
जांच एजेंसियों का इस्तेमाल विपक्ष के खिलाफ करने आरोप पर अमित शाह ने कहा कि वे (कांग्रेस) कोर्ट क्यों नहीं जाते? जब पेगासस का मुद्दा उठाया गया था तो मैंने कहा था कि सबूत के साथ कोर्ट जाओ, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। वे 2002 से मोदी के पीछे हैं। हजारों साजिशों के बावजूद सच सामने आता है। हर बार, मोदी जी मजबूत और अधिक लोकप्रिय बनकर सामने आते हैं।
वहीं पूर्वोत्तर के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि PM मोदी ने 8 साल में 51 बार पूर्वोत्तर का दौरा करके मन की दूरी को हटाया है। हमने ‘चलो पलटाई’ का नारा त्रिपुरा की स्थिति बदलने के लिए दिया था और आज हालात बदल दिए। कांग्रेस और कम्युनिस्ट पार्टी साथ आए हैं, वे मान चुके हैं कि अकेले BJP को नहीं हरा सकते। मतगणना वाले दिन दोपहर 12 बजे से पहले BJP को त्रिपुरा में पूर्ण बहुमत मिलेगा और सरकार बनेगी।
आगामी लोकसभा चुनाव के मुद्दे पर शाह ने कहा कि मेरा मानना है 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी का कोई मुकाबला नहीं है। PM मोदी को जनता का पूरा समर्थन मिला है। देश एकतरफा मोदी के साथ आगे बढ़ रहा है। फैसला देश की जनता को तय करना है, अभी तक तो लोकसभा में मुख्य विपक्षी पार्टी का लेबल जनता ने किसी को नहीं दिया है।
केंद्रीय गृहमंत्री ने पीएफआई पर पाबंदी के मुद्दे पर कहा कि PFI पर कई मामले खत्म करने का काम कांग्रेस ने किया। जिसे कोर्ट ने रोका। हमने PFI को बैन किया। वह देश में धर्मांधता और कट्टरता बढ़ा रहा था। एक तरह से आतंकवादी तैयार कर रहे थे। 1950 से धारा 370 को हटाना हमारे एजेंडे में था। अब वहां जो विकास हो रहा है, आतंकी और आतंकी हमले कम हो रहे हैं, इससे साबित हो रहा है जम्मू-कश्मीर में भी हालात अच्छे हैं।
शाह ने खालिस्तान के मुद्दे पर कहा कि हमने इस पर कड़ी नजर रखी है, इस मुद्दे पर पंजाब सरकार से भी चर्चा की है। विभिन्न एजेंसियों के बीच अच्छा समन्वय है। मुझे विश्वास है कि हम इसे पनपने नहीं देंगे।
क्या है हिंडनबर्ग-अडाणी का मुद्दाः अडानी ग्रुप की कंपनियों के बारे में अमेरिका की शोध कंपनी ‘हिंडनबर्ग’ ने पिछले दिनों एक रिपोर्ट जारी की थी। रिपोर्ट का टाइटल है- ‘दुनिया का तीसरा सबसे अमीर आदमी किस तरह कॉर्पोरेट इतिहास का सबसे बड़ा धोखा कर रहा है’। इसमें आरोप लगाए कि अडाणी ग्रुप ने शेयर मार्केट में हेराफेरी करके अपने शेयरों की कीमत बढ़वाई है। अडाणी ने अपनी हैसियत से ज्यादा कर्ज ले रखा है। ग्रुप की कई कंपनियों ने तो अपने शेयर तक गिरवी रखकर कर्ज लिए हैं।