दिल्लीः तुर्किये और सीरिया में 06 फरवरी 2023 को आए विनाशकारी भूकंप के कारण मरने वालों की संख्या 23 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 78 हजार से अधिक लोग घायल हुए हैं। भूकंप से सिर्फ तुर्किये में ही 20,200 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। वहीं, सीरिया में 3,400 लोग मारे गए हैं। इस तरह से दोनों देशों को मिलाकर कुल मौतों का आंकड़ा 23,600 के पार पहुंच गया है।
यून (UN) यानी संयुक्त राष्ट्र की रेफ्यूज एजेंसी के मुताबिक, भूकंप के चलते सीरिया में करीब 53 लाख लोग बेघर हो चुके हैं। इसी बीच तुर्किये की फैमिली एंड सोशल सर्विस मिनिस्ट्री का कहना है कि 6 फरवरी को आए भूकंप के बाद से अब तक 263 बच्चों को रेस्क्यू किया गया है। इनमें से 18 बच्चों का परिवार मिल गया है। बाकी बच्चों को शेल्टर में रखा गया है।
उधर, तुर्किये के भूकंप प्रभावित शहरों में बिल्डर्स के खिलाफ जांच शुरू हो गई है। तुर्की के न्याय मंत्री बेकिर बोजदाग का कहना है कि कई इमारतें तबाह हुई हैं। इसमें जिसकी भी गलती, लापरवाही या कमी है, उस पर कार्रवाई की जाएगी।
तुर्किय में एक बार फिर शक्तिशाली भूकंप आने की आशंका व्यक्त की जा रही है। सीस्मोलॉजिस्ट डोगन पेरिनेक ने रूस की न्यूज एजेंसी के सामने दावा किया है कि तुर्किये में एक बार फिर से जल्द ही 07 तीव्रता का भूकंप आ सकता है। छह फरवरी का भूकंप 1939 के बाद से तुर्किये में आया सबसे घातक भूकंप बन गया है।
तुर्किये के इस्तांबुल एयरपोर्ट पर लगे इलेक्ट्रोनिक बोर्ड पर भूकंप पीड़ितों के प्रति सहानुभूति और एकजुटता दिखाने के लिए ब्लैक कलर के रिबन प्रोजेक्ट किए गए। इसके साथ लिखा था- 6 फरवरी को तुर्किये में भूकंप आया। कुछ बोर्ड्स पर ‘गेट वेल तुर्किये’ लिखा था। सीरिया में मारे गए लोगों को दफनाने के लिए सामूहिक कब्रें बनाई जा रही हैं।
आपको बता दें कि तुर्किये भूकंप का केंद्र था। इसे देखते हुए एक्सपर्ट्स का कहना है कि यहां टैक्टोनिक प्लेट्स 10 फीट (3 मीटर) तक खिसक गईं। दरअसल, तुर्किये 03 टैक्टोनिक प्लेट्स के बीच बसा हुआ है। ये प्लेट्स हैं- एनाटोलियन टैक्टोनिक प्लेट, यूरोशियन और अरबियन प्लेट।
विशेषज्ञों का कहना है कि एनाटोलियन टैक्टोनिक प्लेट और अरबियन प्लेट एक दूसरे से 225 किलोमीटर दूर खिसक गई हैं। इसके चलते तुर्किये अपनी भौगोलिक जगह से 10 फीट खिसक गया है। इटली के सीस्मोलॉजिस्ट डॉक्टर कार्लो डोग्लियोनी ने बताया कि टैक्टोनिक प्लेट्स में हुए इस बदलाव के चलते हो सकता है कि तुर्किये, सीरिया की तुलना में 5 से 6 मीटर (लगभग 20 फीट) और अंदर धस गया हो। उन्होंने कहा- हालांकि ये जानकारी शुरुआती डेटा से मिली है। आने वाले दिनों में सैटेलाइट इमेज से सटीक जानकारी मिल सकेगी।
आपको बता दें कि तुर्किये और सीरिया में ये तबाही सोमवार को आए तीन बड़े भूकंपों के कारण आई है। प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक पहला तुर्किये के वक्त के मुताबिक, सोमवार सुबह करीब चार बजे (7.8) और दूसरा करीब 10 बजे (7.6) और तीसरा दोपहर 3 बजे (6.0)। इसके अलावा 243 आफ्टर शॉक्स दर्ज किए गए। इनकी तीव्रता 4 से 5 रही।
यूएन (UN) यानी संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि हिमपात और बारिश के कारण भूकंप से प्रभावित दोनों ही देशों में बचाव कार्य प्रभावित हो रहा है। इमरजेंसी सर्विसेज की टीमों को रेस्क्यू में काफी दिक्कत हो रही है। तुर्किये के हताय प्रांत में एक आदमी ने रोते हुए न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि इमारतों के ढेर में दबे लोग जान बचाने के लिए चीख रहे हैं। भूख, चोट और कड़ाके की ठंड से परेशान हैं।
भूकंप प्रभावित तुर्किये तथा की मदद के लिए दुनियाभर के देशों ने हाथ बढ़या है। विभिन्न देशों में तुर्किये और सहायता सामग्रियां भेजीं है।
देश का नाम………………….तुर्किये और सीरिया के लिए मदद
दक्षिणइ कोरिया………………5 मिलियन की मदद देने की घोषणा की है।
चीन…………………………….6 मिलियन की मदद देन की घोषणा की है।
ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड…………11 मिलियन की मदद देने की घोषणा की है।
भारत……………………………इंडियन एयरफोर्स का C-17 विमान 2 NDRF टीमों, डॉक्टरों और राहत सामग्री के साथ भेजा।
अमेरिका………………………..79 लोगों की दो सर्च ऑपरेशन टीम, 100 फायर फाइटर्स और इंजीनियर भेजें।
यूरोपियन यूनियन………………सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन टीम भेजी
रूस……………………………..बचाव कार्य के लिए 300 सैनिक और हेलीकोप्टर्स
इजरायल………………………..बचाव कार्य के लिए 150 इंजीनियर, मेडिकल स्टाफ
ब्रिटेन…………………………….76 रेस्क्यू स्पेशलिस्ट की टीम
पाकिस्तान………………………सर्च रेस्क्यू टीम और 25 टन की राहत सामग्री भेजी।
इनके अलावा चेक रिपब्लिक, फ्रांस, माल्ता, नीदरलैंड, पोलैंड, अल्जेरिया, इटली, मोल्दोवा, अल्बानिया, उज्बेकिस्तान, हंगरी, जर्मनी, सर्बिया, स्लोवाकिया, आर्मेनिया और कतर ने भी तुर्किये और सीरिया में मदद भेजने का ऐलान किया है।