Courtesy Reuters

दिल्लीः विनाशकारी भूकंप के कारण तुर्किये और सीरिया में स्थिति लगातार बदतर होती जा रही है। छह फरवरी के आए भूकंप से मरने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इन दोनों मुल्कों में भूकंप से अब तक 25,401 लोग जान गंवा चुके हैं। वहीं घायलों की संख्या 78 हजार के पार पहुंच गई है। भूकंप के कारण तुर्किये में 21,848 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। वहीं, सीरिया में 3,553 लोग मारे गए हैं।

इस बीच तुर्किये में मलबे से एक भारतीय का शव बरामद हुआ है। व्यक्ति का नाम विजय कुमार और उम्र 35 साल बताई जा रही है। वह उत्तराखंड का रहने वाला था और 23 जनवरी को तुर्किये गया था। कुमार की बॉडी मालत्या शहर में 24 मंजिला होटल के मलबे के नीचे मिली। परिवार वालों ने कुमार के बाएं हाथ में बने टैटू को देखकर शव की पहचान की। कुमार की पत्नी और दो बच्चे हैं।

भारत ऑपरेशन दोस्त के तहत तुर्किये और सीरिया की मदद करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। 10 फरवरी को भारतीय सेना की टीम ने नुरदागी शहर से एक साल की बच्ची को मलबे से पांच दिन बाद जिंदा बाहर निकाल लिया। साथ ही तुर्किये के हताय प्रांत में बनाए गए भारतीय सेना के फील्ड अस्पताल में लगातार लोगों का इलाज किया जा रहा है। अभी तक यहां 106 लोगों को भर्ती किया गया है। इसके पहले भारतीय टीम ने 9 फरवरी को भी नूरदागी शहर से 6 साल की बच्ची को रेस्क्यू किया था।

राहत एवं बचाव कार्य के लिए तुर्किये गई भारतीयों की टीम में डॉग स्क्वाड भी है। इनमें जूली-रोमियो-हनी और रैंबो नाम के डॉग्स शामिल हैं। जो लैब्राडोर नस्ल के हैं और विशेष रूप से प्रशिक्षित हैं। ये आपदा प्रभावित क्षेत्रों में बचाव कार्यों के दौरान सूंघने और अन्य महत्वपूर्ण कौशल में विशेषज्ञ हैं।

उधर, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक तुर्किये के फामागुस्ता शहर से 39 बच्चों की एक वॉलीबॉल टीम अदियामन शहर गई थी। यहां टीम जिस होटल में ठहरी हुई थी, जो  भूकंप के बाद धराशायी हो गया। 5 दिन बाद भी इन बच्चों की तलाश जारी है। रेस्क्यू टीम का कहना है कि उन्हें तबाह हुए 7 मंजिला होटल के मलबे से 3 शव मिले हैं। इनमें से दो शव टीचर्स के हैं। एक शव 8वीं क्लास में पढ़ने वाले स्टूडेंट का है। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। मां-बाप भी बच्चों के शव ढूंढने में लगे हुए हैं।

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