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Today History 10 February: प्रथम लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली थी 364 सीटें

दिल्लीः भारत 26 जनवरी 1950 को गणतंत्र बना था। इससे एक दिन पहले चुनाव आयोग का भी गठन हो गया और सुकुमार सेन प्रथम चुनाव आयुक्त नियुक्त हुए थे। उस समय पंडित जवाहरलाल नेहरू देश के प्रधानमंत्री थे, लेकिन उन्हें जनता ने नहीं चुना था। सवाल यहीं से हुआ कि देश गणतंत्र तो बन गया, अब लोकतंत्र कब तक बनेगा? पंडित नेहरू 1951 की शुरुआत में ही चुनाव कराना चाहते थे, लेकिन उस वक्त इतनी जल्दी चुनाव कराना किसी चुनौती से कम नहीं था।

उस समय देश की आबादी 36 करोड़ के आसपास थी, जिसमें से 17 करोड़ से ज्यादा वोटर्स थे। तारीखों का ऐलान हुआ। 25 अक्टूबर 1951 से देश में पहले आम चुनाव की प्रक्रिया शुरू हुई। उस वक्त करीब 4,500 सीटों के लिए चुनाव होने थे। इनमें से 489 लोकसभा और बाकी विधानसभाओं की सीटें थीं।

मतदान के लिए 22,400 पोलिंग बूथ बनाए गए। उस समय 10.59 करोड़ से ज्यादा लोगों ने वोट डाले। उसके बाद आज ही के दिन 1952 में लोकसभा चुनाव के नतीजे आने शुरू हो गए। ये वो वक्त था, जब लोगों की जुबां पर कांग्रेस का ही नाम रहता था। इसका असर नतीजों पर भी दिखा। कांग्रेस ने 364 सीटें जीतीं। उसे 46% वोट मिले थे। कांग्रेस के बाद दूसरी सबसे बड़ी पार्टी थी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया यानी CPI, जिसने 16 सीटें जीती थीं।

कांग्रेस की तरफ से जवाहरलाल नेहरू ही सबसे बड़े स्टार प्रचारक थे। उन्होंने उस समय 40,000 किमी की यात्रा करते हुए करीब साढ़े 03 करोड़ लोगों को संबोधित किया था। उस समय कई विपक्षी पार्टियां भी थीं, लेकिन नेहरू और कांग्रेस के सामने टिक पाना उनके लिए भी चुनौती थी।

प्रथम चुनाव के वक्त 80% से ज्यादा आबादी अनपढ़ थी या कम पढ़ी-लिखी थी। ऐसे में लोगों को चुनाव का महत्व समझा पाना ही अपने आप में बड़ी चुनौती थी। इसलिए चुनाव आयोग ने हर उम्मीदवार और पार्टी के लिए अलग-अलग चुनाव चिह्न की व्यवस्था की। हर पार्टी के लिए अलग बैलेट बॉक्स बनाए गए, जिन पर उनके चुनाव चिह्न बना दिए गए थे। इसके लिए लोहे के 2.12 करोड़ से ज्यादा बैलेट बॉक्स तैयार किए गए थे।

प्रथम आम चुनाव की प्रक्रिया 21 फरवरी 1952 तक चली थी। उसके बाद 17 अप्रैल 1952 को पहली लोकसभा का गठन हुआ।

बॉक्सर माइक टाइसन बलात्कार के दोषी पाए गएः बॉक्सिंग के सबसे सफल खिलाड़ियों में रहे माइक टाइसन को आज ही के दिन बलात्कार का दोषी पाया गया था। 1991 में माइक टाइसन को 18 साल की डेसिरी वॉशिंगटन से बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। 26 जनवरी 1992 से ट्रायल शुरू हुआ और 10 फरवरी 1992 को इंडियानापोलिस की कोर्ट ने उन्हें बलात्कार का दोषी पाया। 26 मार्च 1992 को उन्हें 6 साल की सजा सुनाई गई। जेल में रहते हुए उन्होंने अच्छे काम किए। इसलिए उन्हें तीन साल में ही रिहा कर दिया गया। माइक टाइसन ने 19 साल की उम्र से बॉक्सिंग शुरू कर दी थी। आइए एक नजर डालते हैं देश और दुनिया में 10 फरवरी को घटित हुईं महत्वपूर्ण घटनाओँ पर…

1818 : अंग्रेजों की सेना और मराठा सेना के बीच रामपुर में तीसरा और अंतिम युद्ध लड़ा गया।
1879: अमेरिका के कैलिफोर्निया थिएटर में पहली बार रोशनी के लिए बिजली का इस्तेमाल किया गया।
1921 : महात्मा गांधी ने काशी विद्यापीठ का उद्घाटन किया।
1921 : ड्यूक ऑफ कनॉट ने इंडिया गेट की आधारशिला रखी।
1929: जेआरडी टाटा पायलट लाइसेंस पाने वाले पहले भारतीय बने।
1952 : आजादी के बाद पहले लोकसभा चुनाव में पंडित जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी ने बहुमत का आंकड़ा पार कर देश में लोकतंत्र की स्थापना का शंखनाद किया।
1970: मशहूर हिंदी कवि कुमार विश्वास का जन्म हुआ।
1979: ईटानगर को अरुणाचल प्रदेश की राजधानी बनाया गया।
1990 : बृहस्पति की ओर जाते हुए अंतरिक्ष यान गैलीलियो शुक्र ग्रह के सामने से गुजरा।
1992: अंडमान निकोबार आइसलैंड को विदेशी पर्यटकों के लिए खोला गया।
1996 : शतरंज को दिमाग का खेल माना जाता है और आईबीएम ने शतरंज खेलने वाला कंप्यूटर ‘डीप ब्लू’ बनाया। इंसानी दिमाग को चुनौती देने के लिए शतरंज के विश्व चैंपियन गैरी कास्पारोव और डीप ब्लू के बीच मुकाबला आयोजित किया गया, जिसे कास्पारोव ने 4-2 से जीत लिया। यह अलग बात है कि अगले वर्ष डीप ब्लू इस मुकाबले में विजयी रहा।
2005 : ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स और लंबे समय से उनकी मित्र कैमिला पार्कर के विवाह की तारीख की घोषणा की गई।
2009 : प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पंडित भीमसेन जोशी को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न प्रदान किया गया। उन्हें नवंबर, 2008 में भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा की गई थी।
2010 : पाकिस्तान में पेशावर के नजदीक खैबर दर्रा इलाके में पुलिस अधिकारियों के काफिले पर आत्मघाती हमला। राहत और बचाव के लिए पहुंचे दल को भी निशाना बनाया गया। इस दौरान 13 पुलिस अधिकारियों सहित कुल 17 लोगों की मौत हुई।
2013 : इलाहाबाद में कुंभ मेले के दौरान भगदड़ मचने से 36 लोगों की मौत, 39 अन्य घायल।

 

General Desk

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