दिल्लीः पिछले सोमवार को आए विनाशकारी भूकंप के कारण तुर्किये और सीरिया में मरने वाले लोगों की संख्या 15 हजार के पार पहुंच गई है। न्यूज एजेंसी AFP के मुताबिक, इन दोनों देशों में मरने वालों की संख्या 15 हजार से ज्यादा हो गई है। वहीं करीब 40 हजार लोग घायल हुए है। उधर, स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक , सीरिया में 3 लाख लोगों को मजबूरन अपना घर छोड़ना पड़ा है। WHO और UN समेत दुनियाभर के 70 से भी ज्यादा देश तुर्किये तथा सीरिया की मदद के लिए आगे आए हैं। लो
इस बीच तुर्किये में ट्विटर को ब्लॉक कर दिया गया है। दरअसल, तुर्किये सरकार ने पिछले साल अक्टूबर में सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार के खिलाफ एक बिल पास किया था। इसके तहत यदि सोशल मीडिया कंपनियां तुर्किये से जुड़ी गलत जानकारी अपनी साइट से नहीं हटाती हैं, तो उनपर प्रतिबंध लगाए जाएंगे। देश में आपत्तिजनक पोस्ट के लिए अब तक 18 लोगों को हिरासत में लिया है और 5 को गिरफ्तार किया गया है।
आपको बता दें कि तुर्किये भूकंप का केंद्र था। इसे देखते हुए एक्सपर्ट्स का कहना है कि यहां टैक्टोनिक प्लेट्स 10 फीट (3 मीटर) तक खिसक गईं। दरअसल, तुर्किये 03 टैक्टोनिक प्लेट्स के बीच बसा हुआ है। ये प्लेट्स हैं- एनाटोलियन टैक्टोनिक प्लेट, यूरोशियन और अरबियन प्लेट।
विशेषज्ञों का कहना है कि एनाटोलियन टैक्टोनिक प्लेट और अरबियन प्लेट एक दूसरे से 225 किलोमीटर दूर खिसक गई हैं। इसके चलते तुर्किये अपनी भौगोलिक जगह से 10 फीट खिसक गया है। इटली के सीस्मोलॉजिस्ट डॉक्टर कार्लो डोग्लियोनी ने बताया कि टैक्टोनिक प्लेट्स में हुए इस बदलाव के चलते हो सकता है कि तुर्किये, सीरिया की तुलना में 5 से 6 मीटर (लगभग 20 फीट) और अंदर धस गया हो। उन्होंने कहा- हालांकि ये जानकारी शुरुआती डेटा से मिली है। आने वाले दिनों में सैटेलाइट इमेज से सटीक जानकारी मिल सकेगी। आइए एक नजर डालते हैं तुर्किये तथा सीरियों में आए विनाशकारी भूकंप से जुड़ी अहम जानकारियों पर…
- तुर्किये में 9,057 लोगों की जान जा चुकी है और 35 हजार से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है।
- सीरिया में करीब 3 हजार लोग मारे गए और 4 हजार से ज्यादा जख्मी हैं।
- वर्ल्ड फूड प्रोग्राम ने कहा है कि उसके पास सीरिया में एक हफ्ते के लिए लोगों को खिलाने के लिए पर्याप्त खाना है।
- तुर्किये में 8 हजार से ज्यादा लोगों को बचा लिया गया है। रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए 60 हजार से ज्यादा बचावकर्मी तैनात किए हैं।
- भूकंप से तुर्किये 10 फीट खिसका
आपको बता दें कि तुर्किये और सीरिया में ये तबाही सोमवार को आए तीन बड़े भूकंपों के कारण आई है। प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक पहला तुर्किये के वक्त के मुताबिक, सोमवार सुबह करीब चार बजे (7.8) और दूसरा करीब 10 बजे (7.6) और तीसरा दोपहर 3 बजे (6.0)। इसके अलावा 243 आफ्टर शॉक्स दर्ज किए गए। इनकी तीव्रता 4 से 5 रही।
यूएन (UN) यानी संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि हिमपात और बारिश के कारण भूकंप से प्रभावित दोनों ही देशों में बचाव कार्य प्रभावित हो रहा है। इमरजेंसी सर्विसेज की टीमों को रेस्क्यू में काफी दिक्कत हो रही है। तुर्किये के हताय प्रांत में एक आदमी ने रोते हुए न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि इमारतों के ढेर में दबे लोग जान बचाने के लिए चीख रहे हैं। भूख, चोट और कड़ाके की ठंड से परेशान हैं।
वहीं, सीरिया में बचाव कार्यों में लगी व्हाइट हेलमेट्स की टीम के सदस्य रायद अल सालेह ने बताया कि जगह-जगह दबे लोगों को बचाने का काम वक्त के खिलाफ रेस की तरह लग रहा है।
भूकंप प्रभावित तुर्किये तथा की मदद के लिए दुनियाभर के देशों ने हाथ बढ़या है। विभिन्न देशों में तुर्किये और सहायता सामग्रियां भेजीं है।
देश का नाम………………….तुर्किये और सीरिया के लिए मदद
दक्षिणइ कोरिया………………5 मिलियन की मदद देने की घोषणा की है।
चीन…………………………….6 मिलियन की मदद देन की घोषणा की है।
ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड…………11 मिलियन की मदद देने की घोषणा की है।
भारत……………………………इंडियन एयरफोर्स का C-17 विमान 2 NDRF टीमों, डॉक्टरों और राहत सामग्री के साथ भेजा।
अमेरिका………………………..79 लोगों की दो सर्च ऑपरेशन टीम, 100 फायर फाइटर्स और इंजीनियर भेजें।
यूरोपियन यूनियन………………सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन टीम भेजी
रूस……………………………..बचाव कार्य के लिए 300 सैनिक और हेलीकोप्टर्स
इजरायल………………………..बचाव कार्य के लिए 150 इंजीनियर, मेडिकल स्टाफ
ब्रिटेन…………………………….76 रेस्क्यू स्पेशलिस्ट की टीम
पाकिस्तान………………………सर्च रेस्क्यू टीम और 25 टन की राहत सामग्री भेजी।
इनके अलावा चेक रिपब्लिक, फ्रांस, माल्ता, नीदरलैंड, पोलैंड, अल्जेरिया, इटली, मोल्दोवा, अल्बानिया, उज्बेकिस्तान, हंगरी, जर्मनी, सर्बिया, स्लोवाकिया, आर्मेनिया और कतर ने भी तुर्किये और सीरिया में मदद भेजने का ऐलान किया है।