दिल्लीः विनाशकारी भूकंप के कारण तुर्किये और सीरिया में भूकंप से हालात बदतर होते जा रहे हैं। इन दोनों देशों में अब तक कुल 6,250 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, करीब 25 हजार लोग घायल हुए हैं। इस बीच दोनों देशों की मदद के लिए 70 से भी ज्यादा देश आगे आए हैं। उधर, (WHO) यानी विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि दोनों देशों में मरने वालों का  आंकड़ा 20 हजार के पार जा सकता है।

तुर्किये में मंगलवार सुबह 8.53 पर फिर भूकंप आया। इसके बाद दोपहर 12.41 बजे 5.4 तीव्रता का भूकंप आया। तुर्किये में 7 दिन का राष्ट्रीय शोक है। 10 शहरों में इमरजेंसी और रेड अलर्ट जारी किया गया है। सभी स्कूल-कॉलेज एक हफ्ते बंद रहेंगे। 200 फ्लाइट्स रद्द कर दी गई हैं। 16 हजार लोग बचाव कार्य में लगे हुए हैं।

आपको बता दें कि तुर्किये और सीरिया में ये तबाही सोमवार को आए तीन बड़े भूकंपों के कारण आई है। प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक पहला तुर्किये के वक्त के मुताबिक, सोमवार सुबह करीब चार बजे (7.8) और दूसरा करीब 10 बजे (7.6) और तीसरा दोपहर 3 बजे (6.0)। इसके अलावा 243 आफ्टर शॉक्स दर्ज किए गए। इनकी तीव्रता 4 से 5 रही।

इस बीच  भारत ने भी तुर्किये को मदद भेजी है। भारतीय वायुसेना का C-17 विमान 2 NDRF टीमों, डॉक्टरों और राहत सामग्री के साथ वहां पहुंच चुका है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी तुर्किये के हालात पर चिंता जाहिर की। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी ने मंगलवार को बीजेपी संसदीय दल की बैठक कहा, “आज तुर्किये जिस हालात से गुजर रहा है, उसे मैं समझ सकता हूं। 2001 में भुज में जब भूकंप आया था, तब मैं मुख्यमंत्री था। मुझे पता है कि रेस्क्यू ऑपरेशन में क्या दिक्कतें आती हैं।“ आपको बता दें कि गुजरात के  भुज में आए भूकंप में 16 हजार से ज्यादा लोगों की जान गई थी। घायलों का आंकड़ा 68 हजार से ज्यादा था।

यूएन (UN) यानी संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि हिमपात और बारिश के कारण भूकंप से प्रभावित दोनों ही देशों में बचाव कार्य प्रभावित हो रहा है। इमरजेंसी सर्विसेज की टीमों को रेस्क्यू में काफी दिक्कत हो रही है। तुर्किये के हताय प्रांत में एक आदमी ने रोते हुए न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि इमारतों के ढेर में दबे लोग जान बचाने के लिए चीख रहे हैं। भूख, चोट और कड़ाके की ठंड से परेशान हैं।

वहीं, सीरिया में बचाव कार्यों में लगी व्हाइट हेलमेट्स की टीम के सदस्य रायद अल सालेह ने बताया कि जगह-जगह दबे लोगों को बचाने का काम वक्त के खिलाफ रेस की तरह लग रहा है।

भूकंप प्रभावित तुर्किये तथा की मदद के लिए दुनियाभर के देशों ने हाथ बढ़या है। विभिन्न देशों में तुर्किये और सहायता सामग्रियां भेजीं है।

देश का नाम…………………..तुर्किये और सीरिया के लिए मदद

दक्षिणइ कोरिया……………….5 मिलियन की मदद देने की घोषणा की है।

चीन…………………………..6 मिलियन की मदद देन की घोषणा की है।

ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड………….11 मिलियन की मदद देने की घोषणा की है।

भारत…………………………इंडियन एयरफोर्स का C-17 विमान 2 NDRF टीमों, डॉक्टरों और राहत सामग्री के साथ भेजा।

अमेरिका………………………79 लोगों की दो सर्च ऑपरेशन टीम, 100 फायर फाइटर्स और इंजीनियर भेजें।

यूरोपियन यूनियन………………सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन टीम भेजी

रूस…………………………..बचाव कार्य के लिए 300 सैनिक और हेलीकोप्टर्स

इजरायल………………………बचाव कार्य के लिए 150 इंजीनियर, मेडिकल स्टाफ

ब्रिटेन………………………….76 रेस्क्यू स्पेशलिस्ट की टीम

पाकिस्तान……………………..सर्च रेस्क्यू टीम और 25 टन की राहत सामग्री भेजी।

इनके अलावा चेक रिपब्लिक, फ्रांस, माल्ता, नीदरलैंड, पोलैंड, अल्जेरिया, इटली, मोल्दोवा, अल्बानिया, उज्बेकिस्तान, हंगरी, जर्मनी, सर्बिया, स्लोवाकिया, आर्मेनिया और कतर ने भी तुर्किये और सीरिया में मदद भेजने का ऐलान किया है।

भूकंप से जुड़े बड़े अपडेट्स…

  • तुर्किये में 4,544 लोगों की जान जा चुकी है और 20 हजार 534 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है।
  • सीरिया में 1,712 लोग मारे गए और 2 हजार से ज्यादा जख्मी हैं।
  • तुर्किये में तीन ब्रिटिश नागरिक लापता हैं। कम से कम 35 ब्रिटिश नागरिक भूकंप से प्रभावित हुए हैं।
  • तुर्किये की डिजास्टर मैनेजमेंट एजेंसी ने बताया कि 11 हजार 342 इमारतों के धराशायी होने की खबर है।
  • सीरिया की जेल से ISIS के 20 आतंकी भाग निकले हैं। इनकी तलाश जारी है।
  • इंडियन एयरफोर्स का C-17 विमान 2 NDRF टीमों, डॉक्टरों और राहत सामग्री के साथ वहां पहुंच चुका है।

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