दिल्लीः संसद के दोनों सदनों में सोमवार को भी अडानी ग्रुप पर अमेरिका की शोध कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर सं जमकर हंगामा हुआ। एक तरफ विपक्ष इस मुद्दे पर सदन में चर्चा कराने की मांग पर अड़ा रहा। वहीं कांग्रेस ने देशभर में LIC और SBI के ऑफिस के बाहर अडानी ग्रुप के वित्तीय लेनदेन की जांच संसदीय पैनल (JPC) या सुप्रीम कोर्ट की कमेटी से करवाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।

विपक्ष के हंगामे के कारण दोनों सदनों की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने कहा कि सरकार अडानी पर संसद में बहस नहीं चाहती। सरकार डरी हुई है। मोदीजी पूरी कोशिश करेंगे कि अडानी पर संसद में बहस नहीं हो। मैं 2-3 साल से यह मुद्दा उठा रहा हूं। अडानी के पीछे कौन सी शक्ति है। यह सामने आना चाहिए। उधर, सुप्रीम कोर्ट ने नई याचिका दाखिल कर रिटायर्ड जज की अगुआई में अडानी ग्रुप पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट की जांच कराने की मांग की गई है।

सोमवार को लोकसभा और राज्यसभा में कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने अडानी समूह के मामले में चर्चा की मांग करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। दोनों सदनों के अध्यक्षों ने हंगामा कर रहे सांसदों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माने। इसके बाद दोनों सदनों की कार्यवाही 2 बजे तक स्थगित कर दी गई। इसके बाद जब दोनों सदनों में कार्यवाही शुरू हुई तो फिर हंगामा हुआ। इसके बाद कार्यवाही को मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया।

उधर, कांग्रेस समेत 15 विपक्षी पार्टियों ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने धरना दिया। कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार आम लोगों के पैसे का इस्तेमाल अपने दोस्तों की मदद के लिए कर रही है। विपक्ष की मांग है कि सरकार इस मुद्दे पर संसद में चर्चा होने दे।

वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस मुद्दे को लेकर आज विपक्षी नेताओं के साथ बैठक की। इसमें कांग्रेस, DMK, NCP, BRS, JD(U), SP, CPM, CPI, केरल कांग्रेस, JMM, RLD, RSP, AAP, IUML, RJD और शिव सेना के सदस्य मौजूद रहे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बैठक में TMC मौजूद नहीं रही।

कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा,  “पूरा विपक्ष एक साथ आएगा, चर्चा होगी और फैसला होगा। ये सिर्फ कांग्रेस का मुद्दा नहीं है, बल्कि भारत के आम लोगों का मुद्दा है। विपक्ष का कहना है कि संसद में और कोई मुद्दा नहीं उठेगा। उधर, UP में मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने अडाणी जीएमआर के स्मार्ट प्रीपेड मीटर टेंडर को निरस्त कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक अडानी ट्रांसमिशन ने सबसे कम बोली लगाई थी।“

आपको बता दें कि 24 जनवरी को अमेरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट पब्लिश होने के बाद से अडानी ग्रुप के शेयरों में भी लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के अडानी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर 13 दिन में करीब 55% टूट चुके हैं।

कंपनी के शेयर्स में सोमवार सुबह 5% की गिरावट आई। हालांकि बाद में शेयर में ​रिकवरी दिखी और ये केवल 2% गिरकर 1,554 रुपए पर बंद हुआ। उधर, ब्रिटिश लेंडर स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक ने मार्जिन लोन पर कोलेटरल के रूप में अडानी ग्रुप के बॉन्ड को लेना बंद कर दिया है। इससे पहले सिटीग्रुप और क्रेडिट सुइस बैंक भी ऐसा कर चुका है।

ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में आई गिरावट के कारण गौतम अडाणी की नेटवर्थ 60 बिलियन डॉलर हो गई है। पिछले साल यय 150 बिलियन डॉलर के करीब थी। वहीं अमेरिकी मैगजीन फोर्ब्स की ओर से सोमवार को जारी अमीरों की रियल टाइम लिस्ट में गौतम अडानी 18वें स्थान पर आ गए। शुक्रवार को वह 22वें स्थान पर खिसक गए थे। आपको बता दें कि 27 फरवरी के पहले गौतम अडानी दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति थे और एशिया में पहले नंबर पर थे।

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