दिल्लीः विश्व की दो महाशक्तियां आमने-सामने हैं। दरअसल अमेरिका ने शनिवार को चीन के जासूसी गुब्बारे को मार गिराया, जिस पर चीन ने कड़ा ऐतराज जताया है। चीन ने कहा है कि मानवरहित नागरिक एयरशिप पर बलपूर्वक कार्रवाई करने का सख्त विरोध करते हैं। हम इस मामले में जरूरी प्रतिक्रिया देने का अधिकार भी अपने पास सुनिश्चित रखते हैं। इस तरह से चीन और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ गया है।
उधर, शनिवार को अमेरिकी फाइटर जेट द्वारा दक्षिण कैरोलिना के तट पर एक संदिग्ध चीन के जासूसी गुब्बारे को मार गिराए जाने के कुछ ही समय बाद, घटना के सटीक क्षण का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह से अमेरिकी फाइटर जेट ने एक झटके में संदिग्ध चीन के जासूसी गुब्बारे को मार गिराया। अमेरिकी प्रहार के बाद गुब्बारा टुकड़े-टुकड़े होकर समुद्र में गिर गया। रियल फोटोहोलिक नाम के इंस्टाग्राम यूजर द्वारा यह वीडियो कैप्चर किया गया जिसमें साफ देखा जा सकता है कि किस तरह से अमेरिका के लैंग्ली एयर फोर्स बेस से F-22 फाइटर जेट द्वारा एक मिसाइल द्वारा चीनी निगरानी गुब्बारे को मार गिराया गया था।
सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक प्रत्यक्षदर्शी वीडियो में, गुब्बारा एक सफेद कश में बिखरता हुआ दिखाई दिया, इससे पहले कि इसके अवशेष नीचे समुद्र में लंबवत रूप से गिरे। ट्विटर यूजर हेली वाल्श ने पोस्ट किया कि उसने दक्षिण कैरोलिना के एक लोकप्रिय रिसॉर्ट शहर मायर्टल बीच में विस्फोट सुना और महसूस किया।
वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने गुब्बारे को गिराए जाने की कार्रवाई के बाद कहा, “बुधवार को जब मुझे गुब्बारे के बारे में बताया गया, तो मैंने पेंटागन को आदेश दिया कि इसे जल्द से जल्द गिराया जाए। उन्होंने सफलतापूर्वक इसे गिरा दिया। मैं इस कार्रवाई को अंजाम देने वाले अपने सैनिकों को बधाई देना चाहता हूं।“
अमेरिका के तीन हवाई अड्डों की गतिविधियां बंदः वहीं अमेरिका के अधिकारी ने बताया है कि कैरोलिनास के तट पर अमेरिकी सेना ने चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराया। गुब्बारे को पहली बार इस सप्ताह के शुरू में मोंटाना के ऊपर आसमान में देखा गया था। गुब्बारे को गिराए जाने से पहले संघीय उड्डयन प्रशासन ने उत्तरी कैरोलिना में विलमिंगटन, दक्षिण कैरोलिना में चार्ल्सटन और दक्षिण कैरोलिना में मर्टल बीच में हवाई अड्डों के लिए ग्राउंड स्टॉप जारी किया। यानि यहां की गतिविधि पूरी तरह बंद कर दी गई। शीर्ष सैन्य अधिकारियों ने गुब्बारे को नीचे गिराने की चेतावनी दी थी क्योंकि मलबा जमीन पर लोगों और संपत्ति के लिए खतरा पैदा कर सकता था।अमेरिकी रक्षा सचिव ने बताया कि राष्ट्रपति बाइडन के निर्देश के बाद अमेरिकी लड़ाकू विमानों ने अमेरिकी हवाई क्षेत्र में दक्षिण कैरोलिना के तट पर समुद्र के ऊपर चीनी निगरानी गुब्बारे को मार गिराया।
ब्लिंकन का चीन दौरा रद्दः आपको बता दें कि अमेरिका के विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन चीन के दौर पर आने वाले थे और उनके दौरे से ठीक पहले तीन बसों के आकार के बराबर चीन का यह जासूसी बैलून दिखा था। उधर अमेरिका के रक्षा विभाग के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल पैट राइडर ने कहा था कि जासूसी गुब्बारे पर नजर रखी जा रही है। उधर, चीन ने कहा कि यह गुब्बारा रास्ता भटक गया है, लेकिन अमेरिका ने इसे गंभीरता से लिया और ब्लिंकेन ने चीन दौरा रद्द कर दिया।
पेंटागन के प्रवक्ता ने कहा था कि नोराड (नॉर्थ अमेरिकन एयरोस्पेस डिफेंस कमांड) इस जासूसी गुब्बारे पर करीबी नजर बनाए हुए है। राइडर ने कहा था कि गुब्बारा बृहस्पतिवार को मोंटाना में देखा गया। इसके बारे में पता चलते ही अमेरिकी सरकार ने संवेदनशील जानकारी को सुरक्षित रखने के लिए तुरंत कार्रवाई की। उन्होंने कहा था कि गुब्बारा वाणिज्यिक हवाई क्षेत्र से काफी ऊंचाई पर है और इससे जमीन पर लोगों को कोई खतरा नहीं है। ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष जनरल मार्क मायले और अमेरिकी उत्तरी कमान के जनरल ग्लेन वैनहर्क ने जमीन पर लोगों की सुरक्षा के संभावित खतरे के मद्देनजर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे।
हालांकि, इससे पहले अमेरिका के एक वरिष्ठ रक्षा अधिकारी ने बताया था कि राष्ट्रपति जो बाइडन के अनुरोध पर, रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और शीर्ष सैन्य अधिकारियों ने गुब्बारे को नीचे गिराने पर विचार किया, लेकिन ऐसा करने से जमीन पर बहुत से लोगों को खतरा होता।
अमेरिका ने बताया कि चीन का जासूसी गुब्बारा कुछ दिन पहले चीन से अलास्का के पास अलेउतियन आईलैंड आया था। यहां से उत्तर-पश्चिम कनाडा होते हुए यह मोंटाना शहर पहुंचा। यह गुब्बारा ज्यादा समय तक देश में रह सकता है।
वहीं चीन ने इस घटना पर कड़ी आपत्ति जताई है। चीन के विदेश मंत्रालय ने इस पर नाराजगी जाहिर की है। चीन ने कहा, “हम इस मामले पर घोर असंतुष्टि जाहिर करते हैं और अमेरिका द्वारा एक मानवरहित नागरिक एयरशिप पर बलपूर्वक कार्रवाई करने का सख्त विरोध करते हैं।” चीनी विदेश मंत्रालय ने अमेरिका को धमकाते हुए कहा, “हम इस मामले में जरूरी प्रतिक्रिया देने का अधिकार भी अपने पास सुनिश्चित रखते हैं।”
इससे पहले अमेरिका के रक्षा विभाग के अधिकारियों ने शनिवार को ही कहा कि पिछले कुछ दिनों से उत्तरी अमेरिकी के आसमान पर उड़ रहे जासूसी गुब्बारे को एफ-22 फाइटर जेट के जरिए एक मिसाइल दागकर नीचे गिरा दिया गया। अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि यह कार्रवाई देश के अधिकार क्षेत्र में थी, जो कि चीन की ओर से स्वायत्ता के उल्लंघन की वजह से की गई।
प्राप्त रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन का जासूसी गुब्बारा मोंटाना की मिसाइल फील्ड्स के ऊपर से गुजर रहा था। इसी क्षेत्र में अमेरिका के कुछ अहम हथियार भी रखे हैं। हालांकि, अमेरिका का कहना है कि इस क्षेत्र से जुटाई जानकारी चीन के लिए सीमित कीमत की है, लेकिन किसी भी देश की तरफ से इस तरह की घुसपैठ बर्दाश्त नहीं की जा सकती।
संवाददाताः संतोष कुमार दिल्लीः बीजेपी नेता एवं नई दिल्ली से सांसद बांसुरी मंगलवार को आम आदमी पार्टी पर दिल्लीवासियों से…
कोलकाताः पश्चिम बंगाल में कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में ट्रेनी डॉक्टर से रेप-मर्डर केस में सेंट्रल फोरेंसिक…
दिल्लीः पहाड़ों पर बर्फबारी के साथ राजधानी समेत मैदानों में कई जगह बूंदाबांदी होने से पूरे उत्तर भारत में ठिठुरन…
मुंबई: अनिल कपूर बॉलीवुड इंडस्ट्री का एक ऐसा नाम है, जिसने आज भी लोगों को अपना दीवाना बना कर रखा…
संवाददाताः संतोष कुमार दुबे दिल्लीः राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े भारत विकास परिषद का 31वां राष्ट्रीय अधिवेशन पंजाब के…
संवाददाताः संतोष कुमार दुबे दिल्लीः दिल्ली प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने विधानसभा चुनाव से पहले दिल्ली के पूर्व…