दिल्लीः आज दुनिया के दो महान फुटबॉलरों का जन्मदिन है। दोनों अलग-अलग देश में पैदा हुए, लेकिन एक ही समय के महान फुटबॉल खिलाड़ी बनें। हम बात कर रहे हैं पुर्तगाल के स्टार फुटबॉल रोनाल्डो और ब्राजील के नेमार जूनियर की। एक के पिता माली थे और मां दूसरे के घरों में काम करती थी, वहीं दूसरे का बचपन झोपड़पट्टी में बीता था। आज ये दोनों दुनिया के सबसे ज्यादा कमाई करने वाले खिलाड़ियों में शामिल हैं।
क्रिस्टियानो रोनाल्डो और नेमार द सिल्वा सान्टोस जूनियर यानी नेमार जूनियर का बचपन गरीबी और अभावों में बीता था, लेकिन गरीबी उनके जुनून के आड़े नहीं आ पाई और दोनों न केवल सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों की लीग में शामिल हुए, बल्कि सबसे अमीरों की कतार में भी जा खड़े हुए।
दुनिया के दो सबसे बेहतरीन फुटबॉलरों-क्रिस्टियानो रोनाल्डो और नेमार द सिल्वा सान्टोस जूनियर यानी नेमार जूनियर की कहानी में काफी समानता है। दोनों ही संघर्ष से आगे बढ़कर महान खिलाड़ी बने। रोनाल्डो का जन्म पुर्तगाल के एक बेहद गरीब परिवार में हुआ था। उनके पिता माली थे और मां दूसरे के घरों में जाकर सफाई करने और खाना बनाने का काम करती थी।
1985 में जन्मे रोनाल्डो के पिता को शराब की लत थी, ऐसे में घर चलाने की जिम्मेदारी उनके मां के कंधों पर थी। रोनाल्डो चार भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। उनका परिवार टीन के छत वाले घर में रहता था। मुश्किल हालात के बीच रोनाल्डो का दाखिला स्कूल में कराया गया। यहीं से रोनाल्डो के फुटबॉलर बनने की यात्रा शुरू हुई।
जब रोनाल्डो महज 14 साल के थे, तो उन्हें टीचर के ऊपर कुर्सी फेंकने के कारण स्कूल से निकाल दिया गया था। रोनाल्डो का कहना था कि टीचर ने उनका अपमान किया था। रोनाल्डो के इस गुस्से को उनकी मां ने फुटबॉल के प्रति मोड़ने को कहा और यहीं से शुरू हुआ उनके एक महान खिलाड़ी बनने का सफर। 15 साल की उम्र रोनाल्डो को दिल से संबंधित एक बीमारी का पता चला था, जिसके लिए उन्हें सर्जरी भी करानी पड़ी थी।
कहते हैं कि रोनाल्डो का मन पढ़ाई से ज्यादा फुटबॉल खेलने में लगता था। महज आठ साल की उम्र में उन्होंने लोकल टीम के लिए फुटबॉल खेलना शुरू कर दिया था। उनके बेहतरीन प्रदर्शन के चलते जल्द ही उनका सिलेक्शन वर्ल्ड अंडर-17 टीम में हो गया।
जब रोनाल्डो 18 साल के थे, तब 2003 में इंग्लिश फुटबॉल क्लब मैनचेस्टर यूनाइटेड ने उन्हें 17 मिलियन अमेरिकी डॉलर में साइन किया। इसके बाद रोनाल्डो ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। कई सालों तक वो स्पेन के फुटबॉल क्लब रियल मैड्रिड की टीम का पर्याय रहे। इस समय रोनाल्डो अपनी पहली टीम मैनचेस्टर यूनाइटेड से फिर से जुड़ चुके हैं।
वह यूएफा चैंपियंस लीग के इतिहास में सर्वाधिक गोल करने वाले खिलाड़ी हैं और उन्होंने पांच बार चैंपियंस लीग का खिताब जीता है। रोनाल्डो पांच बार फीफा के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार जीत चुके हैं। वह इंटरनेशनल लेवल पर सर्वाधिक 09 हैट-ट्रिक गोल दागने वाले दुनिया के एकमात्र खिलाड़ी हैं।
फोर्ब्स के मुताबिक, इस समय रोनाल्डो सालाना लगभग 125 मिलियन डॉलर ( करीब 930 करोड़ रुपए) की कमाई के साथ दुनिया के सबसे अमीर फुटबॉलर हैं।
क्रिस्टियानो रोनाल्डो की ही तरह आज ही के दिन नेमार द सिल्वा सान्टोस जूनियर यानी नेमार जूनियर का भी जन्म 1992 में ब्राजील में हुआ था। नेमार का परिवार साओ पाउलो में मोगी डास कृजेस नाम की झोपड़पट्टी में रहता था। उनके पिता भी फुटबॉल के अच्छे खिलाड़ी थे, लेकिन वह गरीबी की वजह से फुटबॉलर नहीं बन पाए, हालांकि बाद में उनकी यही प्रतिभा बेटे नेमार को महान फुटबॉलर बनाने में काम आई। पिता ने गरीबी के बाद भी बेटे को फुटबॉलर बनने में पूरी मदद की।
नेमार के पिता की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। परिवार चलाने के लिए नेमार के पिता अलग-अलग तरह की नौकरियां करते। गरीबी के चलते कई बार परिवार बिजली का बिल तक जमा नहीं कर पाता था। ऐसे में घर की बिजली काट दी जाती तो नेमार और उनके परिवार को अंधेरे में रहना पड़ता था।
नेमार जूनियर ने पहले स्ट्रीट फुटबॉलर के रूप में करियर शुरू किया। महज 11 साल की उम्र में नेमार ने ब्राजील का मशहूर एफसी सेंटोस क्लब ज्वॉइन कर लिया। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। 17 साल की उम्र में नेमार ने एफसी सेंटोस के साथ पहला सीनियर कॉन्ट्रैक्ट साइन किया। 2009 में नेमार अंडर-17 ब्राजील टीम के कप्तान थे। 2013 में वह बार्सिलोना फुटबॉल क्लब से जुड़े, जहां वह एक और महान फुटबॉलर मेसी के साथ खेले। 2017 में नेमार पेरिस सेंट जर्मेन क्ल्ब से जुड़े और अब उसी के लिए खेल रहे हैं।
नेमार ब्राजील के लिए 103 इंटरनेशल मैचों में 63 गोल दाग चुके है और अपने देश के लिए पेले के बाद दूसरे सर्वाधिक गोल दागने वाले खिलाड़ी हैं। फोर्ब्स के मुताबिक, नेमार 95 मिलियन डॉलर (करीब 700 करोड़ रुपए) की कमाई के साथ रोनाल्डो और मेसी के बाद दुनिया के तीसरे सबसे ज्यादा कमाई करने वाले फुटबॉलर हैं।
स्टार फुटबॉलर नेमार 19 साल की उम्र में पिता बन गए थे, लेकिन उस समय उन्होंने बच्चे की मां की पहचान छिपाई थी। उनके बेटे डावी लुका का जन्म अगस्त 2011 में हुआ था। बाद में नेमार ने बताया था कि बच्चे की मां उनकी एक्स-गर्लफ्रेंड कोरोलिना डांटेस थीं। आइए एक नजर डालते हैं देश और दुनिया में 05 फरवरी को घटित हुईं महत्वपूर्ण घटनाओं पर…
664: प्रसिद्ध चीनी बौद्ध भिक्षु ह्वेनसांग का निधन हुआ था। ह्वेनसांग हर्षवर्धन के शासन काल में भारत आए थे।
1679: जर्मन शासक लियोपोल्ड प्रथम ने फ्रांस के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर किये।
1783: इटली के कालाब्रिया में भीषण भूकंप में करीब 30 हजार लोगों की मौत हुई।
1870: फिलाडेल्फिया के थियेटर में पहली बार चलचित्र का प्रदर्शन हुआ।
1900: अमेरिका और ब्रिटेन के मध्य पनामा नहर समझौते पर हस्ताक्षर किये गये।
1904: क्यूबा अमेरिका के कब्जे से मुक्त हुआ।
1916: प्रसिद्ध कवि जानकी वल्लभ शास्त्री का जन्म।
1917: मैक्सिको ने नया संविधान अपनाया।
1922: उत्तर प्रदेश में गोरखपुर के पास चौरी चौरा कस्बे में उग्र भीड़ ने थाने में आग लगा दी जिसमें 22 पुलिसकर्मियों की मौत हो गयी।
1924: रेडियो समय संकेतक जीएमटी का पहली बार प्रसारण रायल ग्रीनविच से हुआ।
1931: मैक्सिने डनलप पहली ग्लाइडर पायलट बनी।
1961: ब्रिटिश समाचार पत्र संडे टेलीग्राफ के पहले संस्करण का प्रकाशन हुआ।
1970: अमेरिका ने नेवादा में परमाणु परीक्षण किया।
1976: फ़िल्म अभिनेता अभिषेक बच्चन का जन्म।
1985: क्रिस्टियानो रोनाल्डो डॉस सैंटोस अवीयरो उर्फ क्रिस्टियानो रोनाल्डो का पुर्तगाल में जन्म हुआ।
1990: भारतीय तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार का मेरठ में जन्म हुआ।
1992: नेमार द सिल्वा सान्टोस जूनियर यानी नेमार जूनियर का भी जन्म ब्राजील में हुआ।
1994: सरायेवो के बाजार में नरसंहार हुआ। सारायेवो के मुख्य बाजार में एक मोर्टार बम के फटने से 68 लोगों की मौत हो गई थी और 200 लोग घायल हुए थे।
2004: पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ़ ने परमाणु प्रौद्योगिकी के ग़लत इस्तेमाल के मामले में परमाणु वैज्ञानिक अब्दुल कादिर ख़ान को माफी दी।
2006: ईरान ने यूरेनियम संवर्धन शुरू किया।
2007: भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष में सबसे अधिक समय बिताने वाली महिला बनी।
2008: आध्यात्मिक गुरु महर्षि महेश योगी का निधन। साठ के दशक में मशहूर रॉक बैंड बीटल्स के सदस्यों के साथ ही वे कई बड़ी हस्तियों के आध्यात्मिक गुरु थे।
2010: भारतीय निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने नीदरलैंड इंटरनेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में 600 में से 596 अंक हासिल कर स्वर्ण पदक जीता।
2020: यूक्रेन स्कैंडल मामले में अमेरिकी सीनेट ने डोनाल्ड ट्रम्प पर चल रही महाभियोग की कार्रवाई को निरस्त किया। ट्रम्प पर अमेरिका के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव ने महाभियोग पास किया था।
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