दिल्लीः अडानी ग्रुप पर अमेरिका की शोध कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर सियासत तेज हो गई है। आपको बता दें कि हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में जाने-माने उद्योगपति गौतम अडानी पर स्टॉक मार्केट में हेरफेर और लेखा गड़बड़ी के आरोप लगाया है, जिसके कारण अडानी समूह को काफी क्षति उठानी पड़ी है। वहीं टीएमसी (TMC) यानी तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने अडानी परिवार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि अडानी परिवार और सेबी अधिकारियों के बीच सांठगांठ है, इसलिए मनमाने तरीके से सबकुछ किया गया। उन्होंने कहा कि सेबी की समिति में अडानी के रिश्तेदार भी काम करते हैं, जिससे इस तरह की हेराफेरी को अंजाम दिया गया।
टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा ने कहा कि अडानी के समधी मशहूर वकील सिरिल श्रॉफ सेबी की समिति में काम करते हैं। उन्होंने कहा कि सिरिल श्रॉफ की बेटी की शादी उद्योगपति गौतम अडानी के बेटे से हुई है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “दिग्गज वकील सिरिल श्रॉफ के लिए सबसे बड़ा सम्मान लेकिन उनकी बेटी की शादी गौतम अडानी के बेटे से हुई है। श्रॉफ कॉरपोरेट गवर्नेंस एंड इनसाइडर ट्रेडिंग पर सेबी की समिति में कार्य करते हैं। अगर सेबी इंडिया अडानी के मामले की जांच कर रहा है, तो श्रॉफ को खुद को इससे अलग कर लेना चाहिए। धारणाएं वास्तविकता हैं। “
इसके अलावा डॉव जोन्स सस्टेनेबिलिटी इंडिस द्वारा 07 फरवरी 2023 से अडानी एंटरप्राइजेज के शेयरों को हटाने की घोषणा के बाद उन्होंने सवाल किया कि NSE अडानी शेयरों की इंडेक्स सदस्यता का पुनर्मूल्यांकन क्यों नहीं कर रहा है? उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि स्टॉक मैनिपुलेशन और अकाउंटिंग फ्रॉड के आरोपों के कारण S&P डाउ जोंस ने अदाणी एंटरप्राइजेज को डॉव जोंस सूचकांकों से हटा दिया। NSE India अडानी शेयरों की इंडेक्स सदस्यता का पुनर्मूल्यांकन क्यों नहीं कर रहा है जबकि अंतरराष्ट्रीय हैं?